गोधन अर्क पीने के फायदे - Godhan Ark Ke Fayde in Hindi
गोधन अर्क गौ मूत्र से निकाले जाने वाले अर्क को कहते हैं। अपने देश में सभी पशुओं का सम्मान तो किया ही जाता है लेकिन गौ को माता कहा जाता है. जाहीर है यदि हमारी नजर में कोई माँ समान है तो ज़रूर उसके पीछे कोई बहुत बड़ा कारण होगा. क्योंकि बिना किसी ठोस कारण के तो हम गाय को माता नहीं मानेंगे न। अब आपको बता ही देते हैं कि गाय को माँ इसीलिए कहा जाता है क्योंकि उनका सम्पूर्ण जीवन हम मनुष्यों रूपी बच्चों के हित में ही निकल जाता है. आपको बता दें कि गाय का दूध, गोबर ही नहीं बल्कि यहाँ तक कि गोधन अर्क भी हमारे जीवन को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है. गाय के दूध और गोबर के उपयोग से तो आप परिचित होंगे ही और हो सकता है कि आपने इसका इस्तेमाल भी किया हो।
गौ मूत्र अनेक रोगों के उपचार में महत्वपूर्ण औषधि के रूप में कार्य करता है. गाय का दूध और गोधन अर्क कैंसर सहित 100 से अधिक बीमारियों के उपचार में इस्तेमाल किया जाता है. केवल औषधीय रूप में ही नहीं बल्कि धार्मिक रूप से भी गाय के दूध और गोधन अर्क की उपयोगिता है. यदि हम गोधन अर्क के स्वाद की बात करें तो ये कसैला, कड़वा और तीखा लगता है. जहां टीके इसके स्वभाव की बात है तो स्वभावतः यह आसानी से पचने वाला और गर्म होता है. इसमें भूख को बढ़ाने और भोजन को पचाने की क्षमता होती है. गोधन अर्क पवित्र होने के साथ-साथ कीटनाशक के रूप में भी काम आता है. यही कारण है कि पूजा-पाठ से पहले घर को गोबर से लीपने की प्रथा बनाई गई है.
आइए इस लेख के माध्यम से गोधन अर्क के फ़ायदों को जानें।
गोधन अर्क पीने के फायदे - Godhan Ark Peene Ke Fayde in Hindi
- तिल्ली रोग में
गोधन अर्क, तिल्ली रोग की बीमारी के बढ़ने पर इस्तेमाल होने वाली औषधि है. इसके निर्माण के लिए 50 ग्राम गोधन अर्क में नमक मिलाकर रोजाना प्रयोग से शीघ्र फायदा पहुंचता है. इस बिमारी में प्रभावित जगह पर गोधन अर्क का सेक भी उपयोगी साबित हो सकती हैं. इसे करने के लिए एक साफ ईंट को थोड़ा गर्म करना होता है और एक साफ कपडे को गौ मूत्र में भिगो कर ईंट में लपेट लें। इसके बाद गर्म ईंट से प्रभावित जगह पर हल्का-हल्का सेंक करें। इससे प्लीहा घटने लगती है. यदि आप जॉइंट पेन से परेशान है, तो भी दर्द वाली जगह पर गोधन अर्क की सिकाई करने से आराम मिलता है. - कैंसर के लिए
गोधन अर्क का प्रभाव थ्रोट कैंसर, फूड पाइप के कैंसर और पेट के कैंसर के लिए बहुत ही कारगर साबित हुआ है. जब शरीर में करक्यूमिन नामक तत्व की कमी होती है, तभी शरीर में कैंसर रोग विकसित होता है. गोधन अर्क में करक्यूमिन भरपूर मात्रा में होती है और पीने के बाद बहुत जल्दी पचता है जो बहुत प्रभावी होता है. - उपयोग लिवर के स्वास्थ्य में
गोधन अर्क एक ब्लड प्यूरीफायर है. यह ब्लड को फिल्टर करता है और शरीर में शुद्ध ब्लड को पहुंचाता है जिससे शरीर से बीमारियां दूर रहती हैं. यह लिवर की सूजन को कम करने के एक कारगर उपाय है। इस तरह लिवर स्वस्थ रहता है और शरीर की बामारियों से लड़ने की शक्ति बढ़ जाती है. - मोटापा कम करने के लिए
गोधन अर्क को मोटापा कम करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए एक गिलास पानी में चार बूंद गोधन अर्क के साथ 1 चम्मच नींबू का रस और 2 चम्मच शहद मिला कर रोजाना पीने से लाभ मिलता है. - त्वचा के लिए
गोधन अर्क सफेद दाग या कुष्ठ रोग के लिए भी एक प्रभावी उपचार माना जाता है. आप बावची/बाकुची को गोधन अर्क में मिलाकर पीस लें और इससे सफेद दागों पर रात को सोने के दौरान लगाएं और सुबह इसे गोधन अर्क से ही धोएं. ऐसा रोजाना करने से कुछ दिनों में ही प्रभाव दिखने लगते है और दाग बिल्कुल ठीक हो जाते है. इसके अलावा, यह शरीर में अत्यधिक खुजली के लिए बहुत प्रभावी सिद्ध हुआ है। गोधन अर्क को जीरा में गोधन अर्क मिलाकर इसके लेप को शरीर पर लगाना चाहिए. यह खाज-खुजली को ठीक करती है. गोधन अर्क अन्य त्वचा की बीमारियों जैसे एक्जिमा, सोरायसिस आदि में भी फायदेमंद है. - गले के इलाज के लिए
गोधन अर्क में एंटी- बैक्टीरियल गुण होता है जो गले में खराश के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे कुल्ला करने से बैक्टीरिया से लड़ने में मदद मिलती है, गोधन अर्क उपयोग करने की बजाए ताजा गोधन अर्क का प्रयोग करें. एक चम्मच गोधन अर्क को हल्का गर्म करे के इसमें एक चम्मच शहद, एक चुटकी हल्दी पाउडर को अच्छी तरह मिलाएं. अब इस मिश्रण से 1-2 मिनट के लिए कुल्ला करें. - पेट की समस्याओं में
गोधन अर्क पेट की समस्याओं के लिए बहुत लाभदायक है. अगर पेट में गैस की शिकायत है, तो रोज़ सुबह खाली पेट गोधन अर्क के साथ नींबू का रस और नमक मिलाकर पी सकते हैं. ऐसा करने के एक घंटे बाद ही नाश्ता किया जाना चाहिए. कब्ज रोगी को गोधन अर्क दिन में थोड़ा-थोड़ा 3 से 4 बार लेना चाहिए.