घर बैठे विटिलिगों को नियंत्रित करने की 8 टिप्स
अगर आपको अपनी त्वचा पर कहीं सफेद धब्बे दिखते हैं तो ये विटिलिगो का संकेत हो सकता है। विटिलिगो एक ऐसा रोग है जो त्वचा में को रंग देने के लिए ज़िम्मेदार मेलानिन को नष्ट कर देता है। ऐसे में कुछ जगहों पर मेलेनिन की कमी के कारण त्वचा पर सफेद धब्बे बन जाते हैं। गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों में ये पैच अधिक दिखाई देते हैं। विटिलिगो की शुरुआत छोटे छोटे पैचों शुरू होती है और धीरे धीरे पूरे शरीर में बड़े पैच नज़र आने लगते हैं।जानकार मानतें हैं कि विटिलिगो एक वंशानुगत बीमारी हो सकती है। विटिलिगो के पारिवारिक इतिहास वाले लोगों में इस स्थिति के विकसित होने की संभावना अधिक होती है। एंडोक्राइन रोगों और कनेक्टिव टिशू रोगों के पारिवारिक इतिहास वाले लोगों में भी विटिलिगो विकसित होने का खतरा होता है। सफेद दाग का एक अन्य कारण तनाव हो सकता है। भले ही विटिलिगो तनाव के कारण नहीं होता है, पर यह एक ट्रिगरिंग कारक के रूप में कार्य कर सकता है। विटिलिगों के पैच शरीर के उन हिस्सों पर अधिक हबो सकते हैं जो सूरय की रोशनी के संपर्क में आते हैं।चूंकि हम नहीं जानते कि सफेद दाग का सही कारण क्या है, इसलिए हम इस बीमारी से बचाव के कुछ उपाय कर सकते हैं।आज ऐसे ही कुछ घरेलू उपाय आज हम आपसे शेयर करने जा रहे हैं-
1- पपीता है लाभकारी-
विटिलिगो की समस्या में पपीते का उपयोग कारगर साबित हो सकता है। पपीता ना सिर्फ एक स्वादिष्ट फल है और बल्कि सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है।जानकारों का मानना है कि पपीता सफेद दाग के खिलाफ भी कारगर साबित हुआ है।दरअसल पपीता मेलेनिन को बहाल करने और पुनर्जीवित करने के लिए बहुत अच्छा है। सफेद दाग के इलाज के लिए पपीते का उपयोग करने का तरीका ये है कि पपीते के टुकड़ों को सफेद दाग से प्रभावित त्वचा के पैच पर रगड़ें। इसे सूखने पर धो लें। सफेद दाग के कारण खोई हुई मेलेनिन कोशिकाओं के शरीर को फिर से भरने के लिए नियमित रूप से पपीते का रस भी पीते रहें।
2- लाल मिट्टी करेगी असर-
विटिलिगो के उपचार में लाल मिट्टी भी काफी असरदार मानी जाती है। दरअसल लाल मिट्टी में त्वचा के दागों को हल्का कर उन्हें एक समान बनाती है।ये मिट्टी तांबे की सामग्री से भी भरपूर होती है।इसके इस्तेमाल के लिए दो बड़े चम्मच लाल मिट्टी में एक चम्मच अदरक का रस मिलाएं। इस मिश्रण को रोजाना सफेद दागों पर लगाएं। अदरक का रस पैच में रक्त के प्रवाह को जोड़ने में मदद करता है। वहीं लाल मिट्टी त्वचा के दागों को समरूप करेगी। इसका असर कुछ दिन इस्तेमाल करने करने के बाद ही दिखना शुरु होता।
3-तांबे के बर्तन का पानी पिएं-
विशेषज्ञ विटिलिगो के मामले में तांबे के बरतन में पानी पीने की सलाह देते हैं। तांबा एक ऐसी धातु है तो आपके पूरे शरीर के स्वास्थय के लिए अच्छी है। तांबे के सेवन से आपका लीवर हुरुस्त होता है और मेटाबालिज़्म बढ़ता है। यही नहीं तांबा शरीर में मेलानिन के उत्पादन को सुधारता है औऱ आपकी त्वचा को भी पोषण देता है। तांबे के बरतन में पानी पीने से त्वचा के दाग धब्बे और उम्र के साथ पड़ने वाली रेखाएं कम होती है। साथ ही हमेशा हाइड्रेटेड रहने से आपके शरीर को फिट रहने और बीमारियों से दूर रहने में मदद मिल सकती है।
4- डकवीड आएगा काम-
डकवीड एक प्रकार का पानी का पौधा है ।डकवीड को लेम्ना माइनर के नाम से भी जाना जाता है, जो गर्मी के मौसम में पैदा होता है।इसमें लिग्निन नामक खनिज भरपूर मात्रा में होता है। यह त्वचा के विकारों और सफेद दाग के लिए एक प्राकृतिक उपचार माना जाता है। यह आपकी प्राकृतिक त्वचा के रंग को बहाल करने में भी मदद करता है। इसके इस्तेमाल का तरीका यह है कि सबसे पहले डकवीड को अच्छे से धो लें और फिर इसे पीसकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट में शहद मिलाएं। भोजन के बाद इस मिश्रण का एक चम्मच सेवन करें। इसे दिन में दो बार लेना है। इसके सेवन से आपकी तव्चा पर मौजूद सफेद धब्बे धीरे धीरे अपने प्राकृतिक रंग में वापस आ जाएंगे।
5- विटामिन सी और जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थ लें-
विटिलिगो से पीड़ित होने पर अच्छी तरह से संतुलित आहार लेना बेहद जरूरी है। संतुलित आहार आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसके साथ ही अपने नियमित आहार में जिंक को शामिल करना सुनिश्चित करें। विटिलिगो के रोगियों के शरीर में जिंक की मात्रा कम होती है। शरीर में जिंक की खुराक विटिलिगो के खिलाफ त्वचा की उपचार प्रक्रिया को तेज़ कर सकती है। मांस आधारित खाद्य पदार्थों में जिंक की उच्च मात्रा होती है। जिंक के साथ विटामिन सी भी सफेद दाग के इलाज के लिए जरूरी है। विटिलिगो से पीड़ित कई रोगियों में विटामिन सी की कमी आम है। संतरे, नींबू और अंगूर जैसे खट्टे फलों में विटामिन सी होता है। विटामिन सी स्ट्रॉबेरी, कीवी, बेल मिर्च और ब्रोकोली में भी पाया जाता है।तो इन दोनों पौष्टिक तत्वों का सेवन सुनिश्चित करें।
6- तुलसी की पत्तियां और अखरोट का सेवन ज़रूर करें-
तुलसी के पत्तों को एंटी-एजिंग और एंटी-वायरल गुणों के लिए जाना जाता है। विटिलिगो से निपटने के लिए तुलसी के ये गुण महत्वपूर्ण हैं। तुलसी के पत्तों को नीबू के रस में मिलाने से आपकी त्वचा पर मेलेनिन का उत्पादन बढ़ता है। सफेद दाग के खिलाफ बेहतर परिणाम पाने के लिए तुलसी के रस और नीबू के रस के मिश्रण को अपनी त्वचा पर रोजाना लगाएं
इसके अलावा अखरोट भी आपके लिए बहुत उपयोगी हैं। इनमें असंख्य स्वास्थ्य लाभ के गुण छिपे हैं। अखरोट विटिलिगो के खिलाफ शरीर के इलाज में सक्षम हैं। रोजाना कम से कम 5 अखरोट खाने से आपको सफेद दाग से निपटने में मदद मिल सकती है। बेहतर परिणाम के लिए अखरोट के पाउडर को क्रश करके उसमें पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों पर दिन में कम से कम 3-4 बार 15-20 मिनट के लिए लगाएं। यह सफेद दाग के कारण होने वाले सफेद धब्बों को कम करने में मदद कर सकता है।
7- हल्दी है बड़े काम की-
हम सबकी रसोई में मौजूद हल्दी सफेद दाग के लिए एक प्रभावी घरेलू उपाय है। हल्दी सरसों के तेल के साथ मिलकर त्वचा के पिगमेंट को सही करती है।इसे इस्तेमाल करने के लिए आप पांच चम्मच हल्दी पाउडर में 250 मिलीलीटर सरसों का तेल मिलाकर मिश्रण तैयार कर सकते हैं। पेस्ट बनाने के लिए मिश्रण को अच्छी तरह हिलाएं। इस पेस्ट को दस मिनट के लिए लगाना चाहिए। प्रभावी परिणाम के लिए इस उपाय को एक साल तक इस्तेमाल करें। कई बार इलाज के दौरान सफेद दाग पर घाव पड़ सकते हैं। ऐसे में हल्दी उन्हें भरने के सबसे अचूक उपाय है।जो लोग ज्यादा तेज़ उपचार सह नहीं पाते उन्बें हल्दी युक्त क्रीम लगाने की सलाह भी दी जाती है।हल्दी क्रीम का उपयोग वैकल्पिक उपचार या सहायक चिकित्सा के रूप में किया जा सकता है।
8- तनाव कम लें औऱ मूली के बीज अपनाएं-
मूली के बीज सफेद दाग के खिलाफ सक्रिय रूप से लड़ते हैं। इसे इस्तेमाल करने का तरीका यह है कि मूली के दानों का पाउडर बना लें और उसमें दो चम्मच सिरका मिला लें। पेस्ट बनाने के लिए मिश्रण को हिलाएं। इस पेस्ट को त्वचा के रूखे हिस्से पर लगाएं। कुछ देर बाद इसे धो लें। तीजे देखकर आप चौंक जाएंगे। दूसरी अहम बात ये कि रोग का इलााज करें बिना तनाव के। तनाव लेने से आपकी बीमारी और बढ़ेगी। यबं भी अत्यधिक तनाव किसी भी स्थिति में शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। तनाव से विटिलिगो हो तो नहीं सकता है, लेकिन अधिक तनाव से विटिलिगो के कारण पैच का विकास हो सकता है। सफेद दाग के अलावा, तनाव मन और शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है और व्यक्ति के दिन-प्रतिदिन के कामकाज में बाधा उत्पन्न कर सकता है। विटिलिगो को बिगड़ने से रोकने के लिए तनाव कम करें।
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