हल्दी से बवासीर का इलाज
पाइल्स की बीमारी इन दिनों काफी आम हो गई है। गलत खान पान और रहन सहन के कारण हमारा शरीर कई बीमारियों का घर बन गया है। इनमें से एक पाइल्स भी है। इसमें रोगी के गुदा के अंदरूनी और बाहरी हिस्से में सूजन आ जाती है।यह सूजन गुदा के अंदर मौजूद नसों की सूजन के कारण आती है। इसमें रोग को काफी दर्द का अनुभव होता है औऱ कई बार मल त्याग करते समय रक्तस्राव भी होता है।
कुछ मामलों में गुदा के अंदर मस्सों के निकलने से पाइल्स की समस्या हो सकती है। हालांकि लोग इस बीमारी के बारे में बताने या डॉक्टर को दिखाने से हिचकिचाते हैं। पर सच तो ये है कि अगर खानपान में सुधार किया जाए तो बवासीर से निजात मिल सकती है। वैसे तो पाइल्स का कोई खास इलाज नहीं होता। आबप अपने लाइफस्टाइल में बदलाव कर इस बीमारी से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले जंक फूड से बचना होगा।
बाहर खाने की आदत ना सिर्फ आपको मोटापे की तरफ धकेलती है बल्कि पाइल्स जैसी बीमारी के जाल में फंसा देती है। कोशिश करें कि अपने खाने को संतुलित बनाएं।सादा भोजन या घर में बना भोजन ही खाने का प्रयास करें। खाने में हरी औऱ मौसमी सब्ज़ियों का ज्याद इस्तेमाल करें। इसके अलावा मौसमी फलों का भरपूर सेवन करें।
सबसे अहम बात ये है कि इन सारी आदतों को सुधारने के साथ पानी खूब पिएं। पानी ना पीने से शरीर कई बीमारियों का घर बन जाता है। शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते और बीमारियां पैदा हो जाती हैं।इसलिए दिन भर में करीब चार लीटर पानी अवश्य पिएं। आईए अब आपको बताते हैं कि पाइल्स की बीमारी आखिर होती क्यों है और हल्दी इसका निवारण करने में किस प्रकार उपयोगी है।
क्यों होता है बवासीर
विशेषज्ञ मानते हैं कि पाइल्स होने के विभिन्न कारणों में से एक है खराब खानपान ।इसके अलावा ये समस्या लम्बे समय तक तक कमोड पर बैठे रहने ,पुराने कब्ज़ या डायरिया के कारण,मोटापे के कारण या फिर गर्भावस्था के कारण ,कम फाइबर वाले आहार के कारण औऱ नियमित रूप से भारी सामान उठाने के कारण भी हो सकती है।जिन लोगों में बवासीर गम्भीर रूप ले लेता है उन्हें उठने और बैठने में भी बहपत परेशानी होती है।अगर इसका समय से इलाज ना किया जाए तो आगे चलकर सर्जरी की नौबत भी आ सकती है।
हल्दी है रामबाण
हालांकि एलोपैथिक दवों के अलावा कई घरेलू नुस्खें भी हैं जो बवासीर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।उनमें से एक है हल्दी । हर भारतीय घर में मौजूद रहने वाली हल्दी औषधीय गुणों की खान होता है।ये ना सिर्फ खाने को रंग औऱ स्वाद देती है बल्कति कई बीमारियों के निदान में भी काम आती है।जानकार मानते हैं कि बवासीर के इलाज में हल्दी खास भूमिका अदा कर सकती है। दरअसल हल्दी में करक्यूमिन तत्वों की मौजूदगी इसके गुणों को बढ़ाती है। हल्दी एंटीबैक्टीरियल,एंटीसेप्टिक,,एंटीवायरल,एंटीऑक्सिडेंट, एंटिकार्सिनोजेनिक और एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर होती है।ये सारे गुण इसे बवासीर के इलाज के लिए उपुयक्त बनाते हैं।तो आइए जानते हल्दी का किस तरह से इस्तेमाल कर के आप पाइल्स से छुटकारा पा सकते हैं।
1.हल्दी औऱ प्याज़ का करें उपयोग
इस नुस्खे का प्रयोग करने के लिए सरसों के तेल में थोड़ी हल्दी और प्याज़ का रस मिलाना है।इस मिश्रण को गुदा पर लगाने से आपको काफी आराम मिल सकता है। अगर बवासीर से रक्तस्राव हो रहा हो तो इस मिश्रण को दिन में कई बार लगाने से फायदा हो सकता है।
2.हल्दी और नारियल तेल के मिश्रण
हल्दी का उपयोग कर के एक और आसान और घरेलू नुस्खा जो आप बवासीर के इलाज के लिए आज़मा सकते हैं वो है हल्दी और नारियल तेल से बना हुआ। अगर बवासीर के कारण आपको ब्लीडिंग और सूजन की समस्या अधिक हो रही है तो ये नुस्खा आपके काम आ सकता है।हल्दी में पहले ही एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक के गुण होते हैं वहीं नारियल तेल भी गुणों में कुछ कम नहीं। इसके एंटी इंफ्लेमेटरी गुण और ठंडी प्रकृति इसे पाइल्स के लिए बहुत उपयोगी बनाती है। इस नुस्खे को तैयार करने के लिए थोड़ी हल्दी ले लीजिए और इसे नारियल के तेल में इस तरह मिला लीजिए कि एक पेस्ट बन जाए। फिर इसे रूई की मदद से गुदा और उसके आसपास की सूजन वाली जगह पर लगाइए।इसके नियमित इस्तेमाल से आपको काफी फर्क महसूस होगा।
3.हल्दी और एलोवेरा जेल का मिश्रण
हल्दी को औषधीय गुणों की तरह ही एलोवेरा जेल भी गुणों की खान है। इसे ना सिर्फ शरीर के अंदरूनी स्वास्थ्य के लिए बल्कि त्वचा और बालों की समस्याओं के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मौजूद एंटी इंफअलेमेटरी गुण इसे त्वाच की जलन खुजली या सूजन जैसे लक्षणों को शांत करने वाला बनाते हैं। अगर आप इस मिश्रण का उपयोग करना चाहते हैं तो कोशिश करें कि एलोवेरा जेल खुद घर में ही तैयार करें।इसके लिए एलोवेरा के पत्ते ले लें। उनका उपरी हरा भाग हटाकर अंदर मौजूद जेल को बाहर निकाल लें। इसे हल्दी में मिलाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं ।इससे आपकी समस्या में राहत मिल सकती है।
4. देसी घी और हल्दी है रामबाण इलाज
घर में इस्तेमाल होने वाला देसी घी ना सिर्फ स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है बल्कि कई बीमारियों के इलाज के भी इस्तेमाल किया जाता है।अगर बवासीर से परेशान हैं तो देसी घी में करीब एक चम्मच हल्दी मिला कर इसका पेस्ट बना लें। इसे बवासीर से प्रभावित हिस्से यानी गुदा पर रूई की मदद से लगाएं। नियमित तरीके से लगाएं।इसके नियमित इस्तेमाल से कुछ ही दिनों में आपको आराम मिलना शुरु हो जाएगा।
5. बकरी का दूध, हल्दी और काला नमक का मिश्रण
हल्दी के साथ ही बकरी का दूध भी कई बीमारियों के इलाज में उपयोग में लाया जाता है। इसके औषधीय गुण बीमारियों के लिए दवा का काम करते हैं। बवासीर में नुस्खा बेहद कारगर है।इसके लिए एक कप बकरी के दूध में करीब एक चम्मच हल्दी और आधा चम्मच काला नमक मिलाकर एक पेस्ट बना लें। इस पेस्ट का सेवन करने से आपको बवासीर में लाभ होगा। याद रखें कि इसका नियमित सेवन करने से ही परिणाम दिखेंगे।
6. नहाने के पानी में हल्दी का करें उपयोग
पाइल्स से निजात पाने के लिए आप नहाने के पानी में हल्दी मिलाकर इस्तेमाल करें तो भी आपको आराम मिल सकता है। इसके लिए अगर आप बाथ टब का प्रयोग करते हैं तो बहुत अच्छा है।पर अगर बाथ टब नहीं है तो किसी बड़े टब में पानी भरकर उसमें थोड़ी देर बैठने से भी फर्क महसूस होगा। हल्के गुनगुने पानी में करीब 2 बड़े चम्म्च हल्दी मिलाकर करीब 15 मिनट तक इस पानी में बैठना है।ऐसा करने से आपका बवासीर प्रभावित क्षेत्र ठीक होने लगेगा और सूजन और रक्तस्राव में कमी आएगी।
7. हल्दी और पेट्रोलियम जेली
हल्दी में एंटी- इंफ्लेमेटरी गुण भरपूर मात्रा में होता है जो बवासीर पैदा करने वाली सूजन का इलाज करने में मदद कर सकते हैं। इसे इस्तेमाल करने के लिए 1 चम्मच हल्दी में 1 चम्मच पेट्रोलियम जेली मिला लें। एक बार जब आप सामग्री को एक साथ मिला लेते हैं, तो इसे बवासीर से प्रभावित गुदा पर लगाइए। हल्दी बवासीर के परिणामस्वरूप विकसित होने वाली किसी भी दरार को ठीक करने में सहायता करेगी, और पेट्रोलियम जेली मलाशय और गुदा को चिकनाई देती है, जिससे मल त्याग करना आसान हो जाता है