हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण - Heart Blockage Ke Lakshan in Hindi
हार्ट ब्लॉकेज और हार्ट अटैक दोनों लगभग एक से ही हैं. इनके होने का प्रमुख कारण हमारी नई जीवन शैली है. आज की बदलती हुई जीवन शैली के कारण कई बीमारियाँ हमें सौगात में मिलने लगीं हैं. जैसे मधुमेह, बीपी आदि जैसी बीमारियों का तेजी से प्रसार बेहद आम हो चला है.
वहीं हार्ट अटैक के मामले भी कम नहीं हैं. लेकिन यदि हार्ट अटैक के लक्षण पहले ही पता चल जाएं, तो कई लोगों की जान बचाई जा सकती है. यदि स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें, जागरूक रहें तो कोई भी बीमारी शुरुआत में ही पकड़ी जा सकती है, जिससे कई गंभीर परिणामों से बचा जा सकेगा, वहीं उचित उपचार से उसे पूरी तरह सही भी किया जा सकेगा. उनके मुताबिक हार्ट अटैक भले ही एक दम से होने वाली शारीरिक घटना है, जिसके कारण व्यक्ति की जान जा सकती है. लेकिन आपको बता दें कि हार्ट अटैक एक दम से आता जरूर है, लेकिन इसके लक्षण महीने भर पहले से ही पहचाने जा सकते हैं. आइए इस लेख के माध्यम से हम हार्ट ब्लॉकेज के लक्षणों को विस्तारपूर्वक समझें ताकि इसे समय पर पहचान कर चिकित्सक से संपर्क कर सकें.
हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण - Heart Blockage Ke Lakshan in Hindi
- सांस लेने में परेशानी होना-
यदि आपको सांस से संबंधित कोई बीमारी नहीं है. लेकिन कुछ दिनों से आप महसूस कर रहे हैं कि सांस लेने में दिक्कत हो रही है. जब दिल अपना काम सही तरीके से नहीं करता है, तो फेफड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचना मुश्किल होने लगता है. यही कारण है कि आपको सांस लेने में दिक्कत होनी शुरू हो जाती है. अगर आपको ऐसा कुछ भी परिवर्तन महसूस हो रहा है, तो तुरंत कॉर्डियोलॉजिस्ट से संपर्क कर अपनी समस्या का कारण पूछ लें, ताकि हार्ट अटैक जैसी जानलेवा स्थिति से बचा जा सके. - चक्कर आना-
आपका दिल कमजोर होने लगता है. नतीजा रक्त संचार प्रभावित होता है. जिससे दिमाग को आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन नहीं मिल पाती. इसका परिणाम चक्कर आने की स्थिति पैदा करता है. सिर हल्का महसूस होने जैसी समस्याएं होने लगती हैं. - बिना मेहनत किए थकान-
हार्ट अटैक आने से करीब 20-25 दिन पहले से ही शारीरिक थकान महसूस होने लगती है. बिना किसी मेहनत का काम किए थकान होना शुरू हो जाती है. इसका सीधा सा अर्थ है कि हार्ट अटैक दस्तक दे रहा है. दरअसल हृदय की धमनियां कोलेस्ट्रॉल के कारण बंद हो जाती हैं या फिर सिकुड़ जाती हैं, जिससे दिल को अपने कार्य करने में काफी मेहनत करनी होती है. नतीजा थकान के रूप में हमारे शरीर पर हावी होने लगता है. इस स्थिति में अक्सर रात को अच्छी गहरी नींद सोने के बावजूद सुबह उठने पर फ्रेशनेस का अहसास नहीं होता. आपको लगातार आलस और थकान महसूस होती रहती है. - पैरों या शरीर के अन्य हिस्सों में सूजन-
जब दिल को शरीर के सभी अंगों में रक्त पहुंचाने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, तब शरीर में मौजूद शिराएं फूल जाती हैं. उनमें सूजन आने की आशंका बढ़ जाती है. खासतौर पर पैर के पंजों में या फिर टखनों पर सूजन जल्दी नजर आ जाती है. वहीं यह सूजन शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित करती है. कभी-कभी होंठों पर नीलापन आने लगता है. - हमेशा सर्दी बने रहना-
अगर आपको लंबे समय से सर्दी-जुकाम या इससे संबंधित लक्षण नजर आए तो यह भी हार्ट अटैक का ही एक लक्षण है. जब दिल, शरीर के आंतरिक अंगों में रक्त संचार के लिए ज्यादा मेहनत करता है, तब फेफड़ों में रक्त की संभावना बढ़ जाती है. यदि कफ के साथ सफेद या गुलाबी रंग का बलगम निकलता है, तो इसका कारण फेफड़ों में रक्त स्रावित होना हो सकता है. - हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार लक्षणों में एक लक्षण है सीने में असहजता महसूस करना. असहजता का अर्थ है सीने में जलन होना या फिर कुछ दबाव सा महसूस करना. यही नहीं कुछ अन्य परिवर्तन महसूस हो सकते हैं. यदि आपको ऐसा कुछ भी परिवर्तन महसूस हो तो तुरंत कार्डियोलॉजिस्ट की सलाह लें.
RELATED ISSUES
RELATED SPECIALITIES
Ask a free question
Get FREE multiple opinions from Doctors