HIV Symptoms in Hindi - HIV के लक्षण
स्कूल में बच्चों को धरती से आसमान, इंसान जानवर, कीड़े-मकौड़े ज्ञान-विज्ञान इतिहास नागरिक-शास्त्र भूत भविष्य वर्तमान हर चीज के बारे में बताया जाता है, पर जिस चीज के बारे में हर व्यक्ति को जानकारी होनी ही चाहिए। उस बात पर समाज स्कूल परिवार हर कोई चुप रहता आया है। जी हाँ हम बात कर रहे हैं सेक्स एजुकेशन की। हालांकि समय-समय पर सेक्स एजुकेशन मुद्दा जरुर बनता आया है पर, जमीनी हकीक़त यही है कि, हम इसके बारे में बोलने, आपस में चर्चा करने, जागरूकता फैलाने के बजाय केवल हाय-तौबा करते आ रहे हैं। और इस नासमझी की वजह से ही देश क्या पुरे विश्व में जाने-अनजाने करोड़ों लोग एसटीडी एच आई वी/एड्स जैसी बीमारी की चपेट में फंसते जा रहे हैं।
दरअसल सेक्स एजुकेशन के प्रति हमें अपना नजरिया बदलने की जरूरत है। जैसे अन्य बिमारियों के होने की कई वजह होती है जो हमारी आदतों और रहन सहन से जुडी होती हैं, जिनसे बचने के उपाय और लक्षणों की सही जानकारी होने पर हम खुदको बचा लेते हैं। उसी तरह एसटीडी/एचाईवी/एड्स जैसी बीमारी के लक्षणों को पहचानने और इनसे बचने की जानकारी होने के लिए जरूरी है की हम इस विषय से पूरी तरह रूबरू हों। जिसके लिए कम उम्र से ही सेक्स एजुकेशन, मुक्तरूप से परिचर्चा, लेखन आदि के द्वारा समाज को जागरूक करना जरूरी है।
बीमारियाँ तो जानलेवा हो ही सकती हैं पर एड्स नाम की बीमारी जान लेकर ही ख़त्म होती है। यह बीमारी जितनी भयावह है इसके फैलने का प्रोसेस उतना ही आसान। ये उन बिमारियों में से है कि पीड़ित अपनी मौत की भीख मांगता है।
एड्स क्या है
एड्स का पूरा नाम है 'एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम' है और यह बीमारी एच.आई.वी. वायरस से होती है। यह वायरस मनुष्य की प्रतिरोधी क्षमता को कमज़ोर कर देता है।
शरीर का बैक्टीरिया वायरस से मुकाबला करने की क्षमता खोने लगता है। जिससे शरीर बीमारियों की चपेट में आने लगता है। शरीर प्रतिरोधक क्षमता आठ-दस सालों में ही न्यूनतम हो जाती है. इस स्थिति को ही एड्स कहा जाता है. एड्स वायरस को रेट्रोवायरस कहा जाता है.
यह जानलेवा बीमारी तेजी से अपने पांव पसार रही है। एड्स के कारण पिछले तीन दशकों में 25 मिलियन से ज्याादा लोगों की मौत हो गई है। वर्तमान में दुनियाभर में लगभग 34 मिलियन से ज्यायदा एचआईवी वायरस से संक्रमित हैं।
एच.आई.वी. पाजी़टिव होने का मतलब है, एड्स वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर गया है, इसका अर्थ यह नहीं है कि आपको एड्स है। एच.आई.वी. पाजीटिव होने के 6 महीने से 10 साल के बीच में कभी भी एड्स हो सकता है। और एक स्वस्थ व्यक्ति अगर एच.आई.वी. पाजीटिव के संपर्क में आता है, तो वह भी संक्रमित हो सकता है।
लक्षण
एचआईवी के शुरुआती स्टे ज में इसका पता नहीं चल पाता है और व्यगक्ति को इलाज करवाने में देर हो जाती है। इसलिये जरूरी है की सभी को इसके लक्षणों के बारे में पूरी जानकारी हो।
1. थकान
अगर किसी व्यक्ति को पहले से ज्याभदा थकान हो रही हो या हर समय थकान का अहसास होता हो, तो उसे इसे गंभीरता से लेते हुए एचआईवी की जांच करवानी चाहिए।
2. मांशपेशियों में खिंचाव
अगर बिना कोई कड़ा शारीरिक काम किए हमेशा आपकी मांसपेशियां तनावग्रस्तन और अकड़ी रहती हैं। तो इसे मामूली न समझें। यह एचआईवी का लक्षण हो सकता है।
3. जोड़ों में दर्द और सूजन
उम्र के साथ-साथ जोड़ों में दर्द व सूजन होना सामान्य माना जाता है, लेकिन कहीं यह समय से पहले हो जाए, तो इस पर सोचने की जरूरत है। इसे हल्के में लेने की भूल न करें। यह एचआईवी का इशारा हो सकता है।
4. सिर दर्द
अगर आपके सिर में हर समय दर्द रहता हो, यह दर्द अगर सुबह-शाम कम हो जाए और दिन में बढ़ जाए, तो यह एचआईवी का लक्षण हो सकता है।
5. वजन कम होना
एचआईवी से ग्रस्त मरीज का वजन रोजाना कुछ कम होने लगता है। अगर बीते दो महीनों में बिना किसी कोशिश के भी आपका वजन कम हो रहा है, तो आपको अपनी जांच करवानी चाहिए।
6. त्वचा पर निशान
इम्यून व रेसिटेंस पावर कम होने के कारण शरीर बीमारियों से आपको बचाने में सक्षम नहीं रह पाता। इसका असर त्वचा की बाहरी सतह पर भी होता है। त्वचा पर लाल रेशेस होना और उनका ठीक न हो पाना भी एड्स का लक्षण है।
7. गला पकना
अगर आप पर्याप्ती मात्रा में पानी पीते, तो आपको गला पकने की शिकायत हो सकती है। लेकिन, किसी व्यरक्ति का गला अगर पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के बाद भी पक रहा है, तो आपको इस पर विचार करने की जरूरत है। दरअसल, बिना किसी कारण गले में भयंकर खराश और पकन महसूस हो, तो यह एचआईवी का लक्षण दर्शाता है।
8. बेवजह तनाव होना
बिना किसी कारण के तनाव हो, जरा-जरा सी बात पर रोना आये तो यह एचआईवी की ओर इशारा करता है।
9. सूखी खांसी और मतली आना
बिना भयंकर खांसी के भी कफ बना रहना। लेकिन कफ में खून न आना। हमेशा मुंह का स्वाऔद बिगड़ा रहना आदि भी एचआईवी के लक्षण हो सकते हैं। इसके साथ ही हर समय मतली आना या फिर खाना खाने के तुरंत बाद उल्टीो होना भी शरीर में एच आई वी के वायरस के संक्रमण का इशारा करते हैं।
10. जुकाम
यूं तो जुकाम होना आम बात है लेकिन अगर बार-बार अनुकूल मौसम में भी जुकाम जकड रहा हो तो यह भी एचआईवी होने का लक्षण हो सकता है।
11. सोते वक्त पसीना आना
अगर किसी भी तापमान में सोते वक़्त पसीना आता है और घुटन महसूस होती हैं तो यह भी एड्स का लक्षण हो सकता है।