महिलाओं में जी स्पॉट ढूंढने का तरीका
किसी भी जोड़े के बीच अच्छा सेक्स बहुत महत्वपूर्ण होता है। ये तभी हो सकता है जब महिला और पुरुष दोनों अपनी सेक्सुअल लाइफ से संतुष्ट हों। हालांकि अकसर महिलाओं का ऑर्गैज़्म से वचित रह जाने की शिकायत करना आम समस्या है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर आपने महिलाओं का जी स्पॉट खोज लिया तो आपकी सेक्स लाइफ कई गुना बेहतर बन सकती है। हालांकि जी स्पॉट कहां है और कैसे खोजा जाए इसे लेकर लोगों के मन में बहुत से सवाल बने रहते हैं।
इस सवाल ने एक नहीं लाखों दंपत्ति को लंबे समय से परेशान कर रखा है। यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि जी स्पॉट को ढ़ंढना कहां से शुरू करें तो यह लेख आपकी मदद कर सकता है। यह लेख आपको रास्ता दिखाने के लिए कुछ सुझाव दे सकता है।
जी-स्पॉट है क्या ?
जी-स्पॉट कोई नई खोज नहीं है। इसका ज़िक्र पहली बार 1940 के दशक में जर्मन स्त्री रोग विशेषज्ञ अर्न्स्ट ग्रेफेनबर्ग (इसलिए 'जी') द्वारा किया गया था।
1982 में सेक्स शोधकर्ता बेवर्ली व्हिपल की सबसे ज्यादा बिकने वाली किताब द जी स्पॉट: एंड अदर डिस्कवरीज अबाउट ह्यूमन सेक्सुअलिटी (होल्ट पेपरबैक) के प्रकाशन के साथ 'मैजिक बटन' लोकप्रिय हो गया।
अब सवाल यह है कि क्या यह वास्तव में मौजूद है या नहीं। दरअसल हर महिला की योनि एक जैसी नहीं होती है। उनकी योनि में मौजूद अत्यधिक संवेदनशील नर्व के बंडल अलग-अलग जगहों पर हो सकते हैं।
जी-स्पॉट की जगह निश्चित होने पर संशय
यही कारण है कि कुछ महिलाएं एक निश्चित तकनीक या स्थिति के लिए अच्छी प्रतिक्रिया देती हैं और अन्य नहीं। वास्तव में, जी-स्पॉट एक स्थान के बजाय एक क्षेत्र से अधिक हो सकता है जो कि हर महिला में अलग हो सकता है।
इटली के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन में जी-स्पॉट का शारीरिक प्रमाण मिलने का दावा किया गया है। इन शोधों में योनि का अल्ट्रासाउंड कर योनि और मूत्रमार्ग के बीच मोटा ऊतक पाया गया। ये माना गया कि यहीं पर जी स्पॉट स्थित है।
शोध में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया कि कुछ महिलाओं में जी-स्पॉट होता है और अन्य में नहीं। पर इस बात से सभी सहमत हैं कि जी-स्पॉट चरम आनंद को और भी अधिक आकर्षक बनाता है।
कैसे खोजें जी-स्पॉट?
ये एक सवाल अधिकतर लोगों के मन में होता है कि जी स्पॉट के आखिर खोजें कैसे। कुछ तरीके हैं जिनसे इसे ढूंढने में आसानी हो सकती है। आइए जानते हैं ऐसे तरीके को -
- जानकार मानते हैं कि सबसे महत्वपूर्ण है कि धैर्य से काम लिया जाए।
- जी स्पॉट की खोज के लिए आवश्यक है कि महिला पहले पूरी तरह से उत्तेजित हो। उत्तेजना के कारण जी-स्पॉट सूज जाता है।
- अब योनि में अपनी या अपने साथी की एक उंगली डालें।
- इसे योनि की ऊपरी दीवार पर फेरें। संयम के साथ ऐसे क्षेत्र की तलाश करें जो अंदर के बाकी ऊतकों से अलग महसूस हो।
- छूने पर शायद यह अधिक आनंददायक होता है।
- यदि आपको कोई ऐसा स्थान मिलता है जो आशाजनक लगता है, तो उस क्षेत्र पर उंगलियों को मोड़कर लगातार उत्तेजित करें।
- कई महिलाओं के लिए, जी-स्पॉट योनि के द्वार और सर्विक्स के बीच होता है।
- यदि आपको ये छूने से नहीं मिल रहा है तो तो योनि के द्वार या सर्विक्स के करीब इसे महसूस करने की कोशिश करें।
- जानकार कहते हैं कि कई महिलाएं जी-स्पॉट उत्तेजना के दौरान पेशाब करने की इच्छा महसूस कर सकती हैं। क्योंकि यह एक तेज़ सनसनी को ट्रिगर करता है, जैसे उन्हें पेशाब लगा हो।
- इसलिए ये सलाह दी जाती है कि जी स्पॉट खोजने से पहले पेशाब कर लें। एक बार जब जी-स्पॉट सूजन के बिंदु पर उत्तेजित हो जाता है, तो पेशाब की भावना आमतौर पर कम हो जाती है।
जी स्पॉट को उत्तेजित करने के लिए सेक्स पोज़ीशन
आप जी-स्पॉट को संभोग के दौरान भी खोज सकते हैं। इसके लिए कई पोजीशन आदर्श हैं:
वूमन ऑन टॉप
अगर आपकी महिला साथी सेक्स के दौरान आपके ऊपर होती है तो यह उस कोण के साथ प्रयोग करने की अनुमति देता है जो जी स्पॉट को उत्तेजित करने के लिए सबसे अच्छा काम करता है।शीर्ष पर रहते हुए थोड़ा पीछे झुकना ऊपरी योनि की दीवार को निशाना बनाता है जिससे जी स्पॉट को स्पर्श किया जा सकता है।
डॉगी स्टाइल (पीछे की ओर से संभोग)
जानकार मानते हैं कि यह सेक्स पोज़ीशन विशेष रूप से अच्छी तरह से काम करती है। इसमें महिला को अपनी कोहनी पर आराम करके अपने शरीर को घुटनों पर लाना होता है। फिर पुरुष महिला के पीछे की तरफ से संभोग कर सकता है।
मिशनरी पोज़ीशन
जी-स्पॉट उत्तेजना को आपके साथी के लिंग के आसपास आपकी पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को सिकोड़ कर बढ़ाया जा सकता है। यह पुरुष की उत्तेजना को भी बढ़ाता है।
इस पोज़ीशन में जोड़े अपने शरीर को एक ऐसे एंगल पर झुका सकते हैं ताकि उनकी पेल्विस की हड्डियाँ एक ही दिशा में हों। साथ ही जी-स्पॉट उत्तेजना प्रदान करने के लिए लिंग सही कोण पर हो।
जोड़ों को एक हल्की रॉकिंग गति बनाए रखनी चाहिए। कोइटल-अलाइनमेंट तकनीक कहलाने वाली यह स्थिति क्लिटोरल उत्तेजना भी प्रदान करती है।
सेक्स टॉयज भी हो सकते हैं अहम
विशेषज्ञ महिलाओं को जी-स्पॉट उत्तेजना के लिए डिज़ाइन किए गए सेक्स टॉयज़ का प्रयोग करने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं। वे आम तौर पर ऊपरी योनि की दीवार को लक्षित करने के लिए विशेष एंगल पर मुड़े होते हैं।
ये सेक्स टॉयज़ विभिन्न सामग्रियों से बने होते हैं, जैसे कि नरम सिलिकॉन, प्लास्टिक या कांच । हालांकि यह समझना ज़रूरी है कि जो तरीका दूसरों के लिए कारगर हो सकता है वो आपके लिए भी कारगर हो ऐसा ज़रूरी नहीं।
सेक्स में संभव नहीं वन साइज फिट्स आल
जानकार मानते हैं कि सेक्स में संतुष्टि हर व्यक्ति के लिए एक अलग तरह का अनुभव है। कोई दंपत्ति एक तरह से सेक्स में चरमसुख प्राप्त करती है तो जरुरी नहीं यह आपके लिए भी प्रभावी हो।
अंग्रेजी की कहावत वन साइज फिट्स आल सेक्स में बिलकिल लागू नहीं होती है। इसलिए सेक्स के दौरान अपने साथी और अपने आप को सहज महसूस कराना ही आनंद की पहली शर्त है।
तो आप अपने यौन जीवन का आनंद लें। इस बात की चिंता को मन से निकाल कर कि आप जी स्पॉट ढूंढने में सफल हुए हैं, या नहीं।