Insomnia Treatment In Hindi - अनिद्रा दूर करने के उपाय
नींद नहीं आने की बिमारी को ही अनिद्रा कहते हैं. जाहिर है कि नींद हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है. नींद के महत्व को देखते हुए इस बिमारी का जल्द उपचार जरुरी है. लेकिन इसके लिए नींद की गोलियों का सहारा लेना ठीक नहीं है. क्योंकि इसके साइड इफेक्ट बहुत ज्यादा हैं. तो इनसे बचने के लिए हम आपको कुछ आयुर्वेदिक उपाय बताते हैं जिससे आपको इससे छुटकारा मिलने में मदद मिलेगा.
1. ब्राह्मी
यदि आपको आयुर्वेद के बारे में थोड़ी भी जानकारी होगी तो आप जानते होंगे कि ब्राह्मी का इस्तेमाल मस्तिष्क की क्षमता बढ़ाने में किया जाता है. ये भी विदित है कि नींद का जुड़ाव दिमाग से ही है. इसलिए ब्राह्मी के इस्तेमाल से अनिद्रा की बीमारी में आश्चर्यजनक फायदा देखने को मिलता है.
2. लैवेंडर
लैवेंडर का इस्तेमाल भी आयुर्वेद में कई तरह से बताया गया है. कई सारे शोधों में भी इसके अनेक गुणों की पहचान हुई है. इन शोधों में ये पाया गया है कि इसके इस्तेमाल से अनिद्रा जैसी बिमारी को दूर किया जा सकता है. खासकरके महिलाओं और युवाओं में इसका असर बेहतरीन देखा गया है.
3. जटामांसी
विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में उगने वाले जटामांसी का इस्तेमाल तीव्र गंध वाले परफ्यूम बनाने में किया जाता है. लेकिन ऐसा पाया गया है कि मस्तिष्क और नाड़ी सम्बन्धी रोगों में भी ये बेहद प्रभावशाली साबित होता है. हलांकि इसके काम करने की गति थोड़ी कम होती है लेकिन काम सटीक है. इसके लिए आपको रात में सोने से एक घंटा पहले एक चम्मच जटामांसी की जड़ का चूर्ण ताजे पानी के साथ लेने से लाभ मिलता है.
4. शहद
अनिद्रा से निबटने के पारम्परिक तरीकों में से एक ये भी है कि आप इसके लिए दूध और शहद का सेवन करें. आपको बता दें कि दूध व शहद इन्सुलिन के स्त्राव को नियंत्रित करता है. इसके बाद ही ट्रिप्टोफेन का सही मात्रा में मस्तिष्क में स्त्राव होता है. फिर ट्रिप्टोफेन सिरोटोनिन मेंऔर सिरटोनिन, मेलेटोनिन के रूप में बदलकर मस्तिष्क को आराम पहुँचाने का काम करता है. फिर आपके नींद की बीमारी ठीक हो जाती है.
5. अश्वगंधा
अश्वगंधा की गिनती उन पौधों में होती है जिसकी जड़, पत्तियां और तना सभी का औषधीय इस्तेमाल किया जाता है. अश्वगंधा एक अच्छा वातशामक होने के कारण थकान का निवारण भी करता है. और ये तो सबको पता है कि थकान दूर होने से नींद बहुत अच्छी आती है. इसके अलावा एक उपाय ये भी है कि सर्पगंधा, अश्वगंधा और भांग तीनों की एक समान मात्रा का बारीक चूर्ण बनाकर रात में सोते वक्त 3-5 ग्राम मात्रा में यह चूर्ण पानी के साथ लें. इससे नींद बहुत अच्छी आती है.
6. शंखपुष्पी
शंख की आकृति वाले फुल होने के कारण इसको शंखपुष्पी का नाम दिया गया है. एक शक्तिशाली और प्रभावी मस्तिष्क टॉनिक के रूप में पहचान रखने वाले शंखपुष्पी में नाड़ियों को भी शक्ति प्रदान करने की भी विशेष क्षमता है. अनिद्रा की शिकायत होने पर इसकी पत्तियों का चूर्ण जीरा और दूध के साथ मिश्रित करके लेने से फायदा होता है.
7. तुलसी
तुलसी के फायदों से तो हम बचपन से ही परिचित होते हैं. जाहिर है इसमें तमाम औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. लेकिन अनिद्रा में भी ये एक अचूक औषधि के रूप में काम करता है. नींद न आने पर तुलसी के पांच पत्तों को खाने और रात को सोते समय तकिए के आस-पास फैलाकर रखने से इसकी सुगंध से नींद आने लगती है. इसमें कोई झंझट भी नहीं है सबके यहाँ लोग गमलों में तुलसी का पौधा लगाए रहते हैं.
8. अलसी
रबी फसलों में अलसी का नाम प्रमुख है. इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर, लिगनेन, विटामिन बी, सेलेनियम, पोटेशियम, मैगनीशियम, जिंक आदि तत्व भरपूर होते हैं. चूँकि इसे फीलगुड फूड माना जाता है, क्योंकि अलसी से मन प्रसन्न रहता है. इसलिए इसे अनिद्रा की समस्या के लिए भी लाभकारी माना गया है. इसके अलावा कांसे की एक थाली में अलसी और एरण्ड के बीज का तेल घिसकर आंखों पर लेप लगाने से भी अनिद्रा की समस्या में लाभ मिलता है.
9. अजवायन
मसालों के रूप में पहचान रखने वाले आजवायन का औषधीय गुण भी भरपूर है. इसमें स्वास्थ्य, सौंदर्य, सुगंध तथा ऊर्जा प्रदान करने वाले तत्वों की प्रचुरता होती है. इसका इस्तेमाल हम अपने विभिन्न पकवानों में भी करते हैं. इसके अलावा इसका इस्तेमाल अनिद्रा की समस्या को दूर करने के लिए भी किया जाता है. इसके लिए आपको लगभग आधा चम्मच अजवायन सुबह-शाम लेना होगा इससे आपकी अनिद्रा की समस्या खत्म हो जाएगी.
10. सौंफ
मसालों के रूप में हम सौंफ के इस्तेमाल से भी परिचित हैं. इसमें भी बहुत सारे तत्व जैसे कि कैल्शियम, सोडियम, आयरन, पोटैशियम आदि शरीर को सेहतमंद रखने वाले तत्व पाए जाते हैं. नींद न आने की बिमारी के निजात में भी इसका लाभ मिलता है. इसके लिए आपको 10 ग्राम सौंफ को आधा लीटर पानी में उबालकर जब पानी आधा रह जाए तो उसमें थोड़ा सा नमक मिलाकर सुबह-शाम पीने से अनिद्रा दूर होगी.
11. मेहंदी
सुन्दरता को निखारने में या बालों को चमकाने में मेहंदी के इस्तेमाल से तो हम परिचित हैं. लेकिन मेहंदी हथेली और बालों की सुंदरता निखारने के साथ-साथ अनिद्रा को दूर करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. आपको बता दें कि मेहंदी के फूल उत्तेजक और हृदय मजबूती प्रदान करने वाले होते हैं. वहीँ इसका काढ़ा हृदय को संरक्षण करने तथा नींद लाने के लिए उपयोग में लाया जाता है. अपने तकिये में मेंहदी के सूख फूलों को रखने से नींद अच्छी आती है.