जामुन खाने के फायदे - Jaamun Khane Ke Fayde!
देखने में काला लेकिन बेहद चमकदार लगने वाला जामुन खाने में भी बहुत स्वादिष्ट होता है. इसके साथ ही इसमें कई तरह के औषधीय गुण भी मौजूद होते हैं. भले ही इसका सार्वाधिक लोकप्रिय नाम जामुन है लेकिन इसको कई अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे राजमन, काला जामुन, जमाली, ब्लैकबेरी इत्यादि. ये स्वभाव में अम्लीय और कसैली लेकिन पक जाने पर मीठी होती है. इसलिए पकने के बाद इसका स्वाद खाने में मीठा होता है. जामुन को नमक के साथ खाने पर इसका स्वाद और बेहतरीन हो जाता है. जामुन में ग्लूकोज और फ्रक्टोज भी मौजूद होते हैं. जामुन में खनिजों की अधिक होती है. इसके बीज में आपको कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और कैल्शियम अधिक मात्रा में पाया जाता है. जामुन में आयरन, विटामिन और फाइबर पाया जाता है. आइए निम्नलिखित बिन्दुओं के माध्यम से जामुन के फ़ायदों को जानें.
पेट और पाचन शक्ति के लिए-
जामुन स्वाद में तो बेहतरीन है ही लेकिन इसके साथ ही ये कई अन्य फायदे भी दिलाता है. पेट के लिए ये एक टॉनिक की तरह काम करता है. ये आपका पाचनशक्ति को बढ़ाकर आपके पेट के कई विकारों को दूर करने का काम करता है.
मधुमेह में-
मधुमेह के उपचार के लिए जामुन बहुत ही फायदेमंद माना जाता है. मधुमेह के मरीजों को जामुन के बीजों सुखाने के बाद उसे पीसकर उनका सेवन करना चाहिए. ऐसा करने से उनके शुगर का स्तर सामान्य बना रहता है.
कैंसर रोधी फल के रूप में-
जामुन के फल में कैंसर रोधी गुण भी मौजूद रहते हैं. कई विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि कैंसर के उपचार के लिए किए जाने वाले कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के बाद जामुन खाने से काफी लाभ मिलता है.
पथरी के उपचार में-
जामुन खाने से पथरी में फायदा होता है. जामुन की गुठली के चूर्ण को दही के साथ मिलाकर खाने से पथरी में फायदा होता है. लीवर के लिए जामुन का प्रयोग फायदेमंद होता है. कब्ज और पेट के रोगों में भी जामुन बहुत फायदेमंद है.
मुंह के छाले में-
मुंह में होने वाले छालों से अक्सर कई लोग परेशान रहते हैं. लेकिन छालों को दूर करने के लिए यदि आप जामुन के रस का इस्तेमाल करें तो आपको इससे काफी लाभ मिलता है. जामुन के सीजन में आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
दस्त या खूनी दस्त में लाभकारी-
यदि आपको दस्त या खूनी दस्त की समस्या है तो आप इससे जामुन खाकर बच सकते हैं. इस दौरान आप जामुन का सेवन करें तो काफी लाभ मिलेगा. दस्त होने पर जामुन के रस को सेंधानमक के साथ मिलाकर खाने से दस्त बंद हो जाता है.
मुंहासों को दूर करने में-
मुंहासे के होने से चेहरे की सुंदरता में कमी आती है इसीलिए लोग इसे दूर करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं. इसके लिए यदि आप जामुन की गुठलियों का इस्तेमाल करना चाहें तो इन्हें सुखाकर पीस लीजिए. फिर इस पाउडर में रात को सोने से पहले गाय का दूध मिलाकर इसे चेहरे पर लगाएँ. इसके कुछ देर बाद इस लेप को सुबह ठंडे पानी से धो लीजिए.
आवाज के परेशानियों के लिए-
यदि आपको भी कभी आवाज से संबन्धित कोई परेशानी होती है तो आप इसे दूर करने के लिए अगर आवाज फंस गई हो या फिर बोलने में दिक्कत हो रही हो तो जामुन की गुठली के काढे़ से कुल्ला कीजिए. आवाज को मधुर बनाने के लिए जामुन का काढा बहुत फायदेमंद है.
दाँतों की मजबूती के लिए-
दांतों के मजबूती के लिए भी हम जामुन के छाल का उपयोग कर सकते हैं. इसके लिए आपको जामुन की छाल को एकदम बारीक पीसकर प्रत्येक दिन मंजन करना होगा. ऐसा करने से आपके दांत मजबूत और रोग-रहित बनते हैं.
एसिडिटी के उपचार में-
एसिडिटी आजकल एक आम समस्या है. जब भी आपको गैस से कोई परेशानी हो तो आप इसे दूर करने के लिए जामुन का के बीज का भूने हुए चूर्ण को काला नमक के साथ लें. ऐसा करने से आप गैस की समस्या से राहत पा सकेंगे.