जानिये कंडोम से जुड़ी कुछ ऐसी बातें, जो आपके लिए है बेहद जरूरी | Janiye condom se judi kuch aisi baten jo aapke liye hain behad jaruri in Hindi
एड्स जैसी खतरनाक और जानलेवा बीमारियों से बचने के लिए सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी होता है। कंडोम न सिर्फ इस खतरनाक बीमारी से बचाता है, जबकि अनचाहे गर्भ और यौन संक्रमणों से भी हमारी रक्षा करता है। इसलिए सरकार और डॉक्टर कंडोम के इस्तेमाल पर जोर देते रहते हैं। आज हम अपने इस लेख के माध्यम से आपको कंडोम के विषय में कुछ जरूरी टिप्स देंगे। हालांकि इसके पहले कंडोम के उपयोगिता जानना बेहद जरूरी है।
कंडोम का इस्तेमाल क्यों है जरूरी
दरअसल, कंडोम का इस्तेमाल असुरक्षित यौन संबंध के बचने के लिए किया जाता है। चूंकि असुरक्षित यौन संबंध से व्यक्ति की जान तक जा सकती है, इसलिए सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करना बेहद आवश्यक होता है। सुरक्षित सेक्स के लिए कंडोम का इस्तेमाल बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि कंडोम न सिर्फ एड्स से बचाता है। बल्कि ये अनचाहे गर्भ से भी बचाता है। कंडोम लगाकर सेक्स करने से पुरुष या महिला सेक्स के दौरान होने वाली बीमारियों से बचे रहते हैं।
कई बार कंडोम को लेकर काकी उलझने भी आती हैं। जैसे सेक्स के दौरान कंडोम का योनि में फंस जाना या फट जाना। इसलिए कंडोम का सही तरीके से इस्तेमाल करना बेहद जरूरी होता है। तो चलिए हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देते हैं जो कंडोम का सही से इस्तेमाल करने में आपकी मदद करेंगे।
कंडोम टिप्स
ये महत्वपूर्ण कंडोम टिप्स निम्नलिखित हैं-
यूरोपियन सीई मार्क या यूकेसीए मार्क वाले कंडोम का ही इस्तेमाल करें
कंडोम का पैकेट खरीदते समय यह जरूर देख लेना चाहिए कि पैकेट पर यूरोपियन सीई मार्क या यूकेसीए मार्क है या नहीं। दरअसल, कंडोम के पैकेट पर अंकित यह मार्क बताता है कि उस कंपनी के कंडोम का उच्च सुरक्षा मानकों पर परीक्षण किया गया है। कभी भी नोवेल्टी कंडोम का प्रयोग नहीं करना चाहिए, जबतक कि उन पर यूरोपियन सीई मार्क या यूकेसीए मार्क न हो।
कंडोम का ठीक तरह से करें इस्तेमाल
सेक्स के दौरान लिंग का योनि, मुंह या गुदा के बीच कोई संपर्क होने से पहले हमेशा कंडोम को ठीक से लगाना चाहिए। इसके साथ ही कंडोम के पैकेट को सही से और सावधानीपूर्वक खोलना चाहिए। इसके पैकेट को दांतों या नाखूनों से नहीं फाड़ना चाहिएक्योंकि ऐसा करने से कंडोम खराब हो सकता है और असुरक्षित हो सकता है। कंडोम को पहनते समय या उतारते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जैसे पहनते समय पहले कंडोम को खोलकर रैपर सावधानी से हटा देना चाहिए और सेक्स करने से पहले इसे सीधे लिंग पर लगा लेना चाहिए। इसके बाद कंडोम की नोक से चुटकी भर हवा निकाल दें और लिंग के नीचे तक पूरी तरह लगाना चाहिए। ऐसे ही कंडोम को हटाते समय उनके निचले हिस्से को पकड़ना चाहिए और बाहर निकालना चाहिए। इसे हटाकर सावधानी से कूड़ेदान में फेंक दें।
पैकेट की पैकेजिंग जरूर जांच लें
कंडोम का पैकेट खरीदते समय उनकी पैकेजिंग की जांच नहीं करना न भूलें। मतलब, यह सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है कि यह ठीक से पैक किया गया है और इसे कोई नुकसान नहीं हुआ है। यदि कंडोम खुला हुआ अन्सील्ड पड़ा है या उसमें कोई छेद हो, तो उसे नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि ऐसा कंडोम क्षतिग्रस्त हो सकता है और आपके लिए असुरक्षित हो सकता है।
नया सेक्स, नया कंडोम
कभी भी एक कंडोम का इस्तेमाल एक से ज्यादा बार सेक्स करने के लिए नहीं करना चाहिए। हर बार एक नए कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि एक से ज्यादा बार इस्तेमाल करने से कंडोम असुरक्षित हो सकता है।
30 मिनट का कंडोम नियम
एक कंडोम के इस्तेमाल की भी अपनी एक समय सीमा होती है। दरअसल, अगर आपका सेक्स सेशन लंबा है, तो 30 मिनट के बाद कंडोम बदल लेना चाहिए। इसकी वजह यह है कि सेक्स के दौरान उत्पन्न होने वाले घर्षण से कंडोम को कमजोर कर सकता है, जिससे इसके फटने या विफल होने की संभावना बढ़ जाती है।
एक समय में करे एक कंडोम का इस्तेमाल
सेक्स एक दौरान कभी दो कंडोम का इस्तेमाल एक साथ नहीं करना चाहिए, फिर चाहे वह 2 पुरुष कंडोम हों या एक महिला और एक पुरुष कंडोम। दरअसल, एक ही समय पर दो कंडोम का इस्तेमाल करने पर वे एक दूसरे के खिलाफ रगड़ेंगे, जिससे उनके बीच घर्षण उत्पन्न होगा, जो उन्हें कमजोर कर सकता है। इससे उनके फटने या असफल होने की संभावना अधिक हो जाती है।
कंडोम को ठंडा रखें
कंडोम को हमेशा फ्रीज में या ठन्डे स्थान पर ही स्टोर करना चाहिए। दरअसल, कंडोम ऐसे मैटेरियल से बना होता है, जो गर्मी में खराब हो सकता है या नुकसान पहुँच सकता है। इसलिए उन्हें किसी ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करना चाहिए।
कंडोम की भी होती है एक्सपायरी डेट
कंडोम के पैकेट को खरीदने से पहले उसकी एक्सपोटरी डेट जरूर जांच लेनी चाहिए। क्योंकि कंडोम हमेशा के लिए नहीं रहता है। इसलिए उनकी भी एक्सपायरी डेट ख़त्म हो सकती है। एक्सपायर्ड कंडोम यौन संचारित रोगों (STD) और गर्भधारण होने के जोखिम को बढ़ा सकता है, क्योंकि पुराने कंडोम कम प्रभावी होते हैं।
कंडोम के साथ लोशन या तेल का प्रयोग न करें
लेटेक्स, पॉलीसोप्रीन या लैम्बस्किन कंडोम के साथ बॉडी लोशन, मॉइस्चराइजर, मसाज ऑयल, बॉडी ऑयल, लिपस्टिक या किसी अन्य तेल आधारित उत्पाद (जैसे पेट्रोलियम जेली, या वैसलीन) का उपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से कंडोम कमजोर हो सकता है, जिससे यह कम प्रभावी हो जाता है। विशेष रूप से गुदा मैथुन के लिए के-वाई जेली (फार्मेसियों से उपलब्ध) जैसे पानी आधारित स्नेहक का भरपूर उपयोग करें।
ओरल सेक्स और कंडोम
ओरल सेक्स के दौरान कंडोम (लैम्बस्किन कंडोम के अलावा) का उपयोग करना चाहिए। ऐसा करने से एचआईवी और सिफलिस सहित यौन-संचारित संक्रमणों (एसटीआई) का खतरा अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच जाता है, जो मुंह या गले को प्रभावित करते हैं। एसटीआई से जननांग दाद, गोनोरिया और क्लैमाइडिया जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इसके लिए आप अलग अलग फ्लेवर्ड कंडोम का उपयोग करने का प्रयास कर सकते हैं।
कंडोम को हमेशा कूड़ेदान में ही डालें
कंडोम का उपयोग करने के बाद उन्हें इधर-उधर नहीं फेंकना चाहिए और न ही टॉयलेट में फ्लश करना चाहिए। कंडोम का उपयोग करने के बाद उसे एक टिश्यू या कागज के टुकड़े में लपेटकर कूड़ेदान में डाल देना चाहिए।
ऑनलाइन कंडोम खरीदते समय जरूर ध्यान रखें
कभी भी ऑनलाइन कंडोम का आर्डर करने के लिए हमेशा प्रतिष्ठित वेबसाइट का चयन करना चाहिए। इसके अलावा यह सुनिश्चित करना भी बेहद जरूरी होता है कि आपके द्वारा खरीदे गए किसी भी कंडोम के पैकेट पर यूरोपीय सीई मार्क या यूकेसीए मार्क है और एक्सपायरी डेट ख़त्म तो नहीं हुई है।