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Last Updated: Apr 01, 2019
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काला जीरा क्या होता है? - Kaala Jeera Kya Hota Hai?

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Dr. Sanjeev Kumar SinghAyurvedic Doctor • 16 Years Exp.BAMS
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काला जीरा एक प्राचीन भारतीय मसाला है जो आम जीरा के तरह ही होता है पर इसका रंग काला होता है. इसका वैज्ञानिक नाम निगला सतीत्व है. इस मसाले का प्रयोग लोग स्वाद के लिए सब्जी, चावल इत्यादि में करते हैं. पर स्वाद के लिए मसाले के रूप में प्रयोग के अलावा इसमें कई औषधीय गुण होने के कारण इसका प्रयोग हर्बल औषधि के रूप में भी कई रोग के लिए किया जाता है. आइए काला जीरा के विभिन्न औषधीय गुणों पर एक नजर डालें.

1. शरीर के अतिरिक्त चर्बी निकालकर मोटापा कम करता है
काला जीरा का एक मुख्य औषधीय गुण है कि यह शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को गला कर अपशिष्ट पदार्थ को माल-मूत्र के माध्यम से बाहर निकाल देता है. अपने इस गुण के कारण काला जीरा का प्रयोग वजन या मोटापा कम करने में किया जाता है. इसके लिए एक माह से तीन माह तक काला जीरा का नियमित सेवन करना चाहिए. मोटापा कम करने के लिए 10 ग्राम काला जीरा, 50 ग्राम मेथी दाना व 20 ग्राम आजवाइन लेकर तीनों को धीमा आंच पर भूनना चाहिए. अब इसका चूर्ण बनाकर रख लेना चाहिए. रोज रात को सोने से पहले गरम पानी से इस चूर्ण का आधा से एक चम्मच सेवन करना चाहिए.

2. कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है
काला जीरा के सेवन से रक्त संचार तेज होता है. यह कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी कम करती है व ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रखता है. इससे दिल की बीमारी का खतरा टल जाता है. रोज एक चम्मच करके एक महीने तक काला जीरा का सेवन करना चाहिए.

3. पेट की बीमारियों में फायदेमंद है
काला जीरा में एंटिमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जिसके कारण ये पेट के बीमारियों को नहीं होने देता है. यह पाचन तंत्र को दुरुस्त कर शरीर को स्वस्थ रखता है. काला जीरा के सेवन से भोजन जल्दी और अच्छी तरह पच जाता है, जिससे कमर के आसपास चर्बी जमा नहीं होता है. पाचन संबंधी गड़बड़ी जैसे गैस्ट्रिक, पेट फूलना, पेट दर्द, दस्त, कब्ज, पेट में कीड़े इत्यादि समस्या में खाने के बाद एक चम्मच का जीरा काला सेवन करने से फायदा होता है.

4. सर्दी-जुकाम में फायदेमंद
काला जीरा बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम, कफ, खाँसी, नाक बंद होना या सांस लेने में तकलीफ में भी फायदेमंद होता है. बदलते मौसम में इस प्रकार के तकलीफ होने पर काला जीरा का सेवन करना चाहिए. थोड़ा से भुना हुआ काला जीरा रुमाल में बांधकर सूंघने से आराम मिलता है.

5. मधुमेह में फायदेमंद
काला में मौजूद पोटैशियम व ग्लाइसेमिक सूचकांक मधुमेह के रोगियों में रक्त में इंसुलिन के स्तर को सामान्य बनाए रखता है, जिस कारण काला जीरा मधुमेह के उपचार के लिए काफी फायदेमंद औषधी है. भोजन में रोज काला जीरा का उपयोग से खून में शुगर का स्तर कम होता है जिससे मधुमेह नियंत्रित करने में सहायता मिलती है.

6. सांस संबंधी बीमारी व मिर्गी में फायदेमंद
काला जीरा सांस संबंधी बीमारी जैसे ब्रोंकाइटिस व अस्थमा के इलाज में फायदेमंद है. इसी तरह काला जीरा मिर्गी व अन्य तंत्र से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए भी प्रयोग किया जाता है.

7. मुख संबंधी रोग में फायदेमंद
मुख संबंधी रोग में भी काला जीरा फायदेमंद है. काला जीरा मसूढ़ों से खून बहने में व मुख के छाले में उपयोगी है. काला जीरा खाने से मुंह से आने वाली बदबू भी कम होती है.

8. महिलाओं के लिए उपयोगी
काला जीरा मासिक धर्म को नियमित करने में मदद करता है. काला जीरा एंटीबायोटिक होने के साथ ही यह बैक्टीरिया के संक्रमण में भी कारगर है. यह महिलाओं को प्रसव के बाद होने वाले संक्रमण से बचाव में मददगार है. काला जीरा में आयरन उच्च मात्रा में पाया जाता है जिससे स्तनपान कराने वाली महिलाओं में यह दूध उत्पादन में सहायक है.

9. इम्यून सेल्स को स्वस्थ बनाता है व इम्यूनिटी बढ़ाता है
काला जीरा शरीर में इम्यून सेल्स को स्वस्थ सेल्स में बदलकर ऑटोइम्यून के विकारों को दूर करता है. यह हमारे शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाने में बोन मैरो, रोग प्रतिरोधक सेल्स व नेचुरल इंटरफेरॉन को मदद करता है. यह थकान व कमजोरी दूर करके शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है.

10. कैंसर के रोकथाम में उपयोगी
काला जीरा में बीटा-सीटोस्टीरोल पाया जाता है जिसके कारण से यह आँख, पेट व लीवर के कैंसर, स्तन कैंसर, मुंह के कैंसर, ल्यूकेमिया व मस्तिष्क ट्यूमर जैसी बीमारियों के रोकथाम में कारगर साबित हुआ है.

11. सिरदर्द व दाँत दर्द में फायदेमंद
काला जीरा का तेल सिर में लगाने से माइग्रेन के सिर दर्द में आराम मिलता है. गर्म पानी में काला जीरा के तेल के कुछ बूंदें डालकर कुल्ला करने से दाँत दर्द में राहत मिलता है.

12. फोड़े-फुंसी व त्वचा के रोग में लाभकारी
काला जीरा में एंटीसेप्टिक व एंटीबायोटिक का गुण पाया जाता है. काला जीरा का पाउडर का लेप घाव या फोड़ा-फुंसी में लगाने से ये जल्द ठीक होते हैं. एकजीमा, सोरायसिस, शुष्क त्वचा, सफेद दाग, जलन जैसी त्वचा रोग में काला जीरा का तेल लगाना उपयोगी रहता है.

¤ अन्य लाभ
काला जीरा शरीर के किसी भी हिस्से के दर्द में उपयोगी होता है. काला जीरा के उपयोग से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखा जा सकता है. यह दिल को मजबूत बनाकर दिल के दौरे से भी बचाता है.

1. काला जीरा के सेवन करने का तरीका
सामान्य तौर पर काला जीरा को सब्जी में मसाले के रूप में प्रयोग किया जा सकता है. इसका चूर्ण बनाकर दाल में भी प्रयोग किया जा सकता है. इसका चूर्ण को पानी, दूध, सूप या शहद के साथ भी लिया जा सकता है.

2. काला जीरा के सेवन में सावधानियाँ
काला जीरा का तासीर गर्म होती है. इसलिए इसका एक दिन में 3 ग्राम से अधिक का सेवन नुकसानदेह हो सकता है. हाई ब्लड प्रेशर के मरीज, गर्भवती महिला व 5 साल से कम उम्र के बच्चे को काला जीरा का सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए. गर्भवती महिलाओं द्वारा इसका सेवन या अधिक मात्रा में सेवन से गर्भपात का खतरा रहता है. अतः गर्भवती महिलाओं को अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका सेवन करना चाहिए.

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