कब्ज़ दूर करने के 12 टिप्स
नियमित रूप से मल त्याग करना अच्छी सेहत के लिए आवश्यक है।कई बार किन्ही कारणों से लोगों को कब्ज़ की शिकायत हो जाती है। ऐसा होने पर ना सिर्फ व्यक्ति असहज महसूस करता है बल्कि उसे स्वास्थ्य संबंधी और समस्याएं भी हो सकती हैं। हालांकि अगर जीवनशैली में कुछ बदलाव किए जाएं और प्राकृतिक उपचारों का पालन किया जाए तो मल त्याग करना आसानी हो सकता है।
जानकार मानते हैं कि हर व्यक्ति दिन में कितनी बार और किस समय शौच के लिए जाता है इसमें असमानता हो सकती है। हालांकि इस बात पर विशेषज्ञ एक राय रखते हैं कि अगर कोई व्यक्ति सप्ताह में कम से कम तीन बार या फिर हर दिन में तीन बार तक भी मल त्याग कर रहा है तो यह असामान्य नहीं हैं।
आहार या बीमारी से लेकर, दिनचर्या में बदलाव तक कई चीजें मल त्याग करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं।आइए जानते हैं किस तरह आप घर बैठे ही इस समस्या को दूर कर सकते हैं।
नियमित व्यायाम
मल त्याग करने को नियमित बनाने के लिए व्यायाम एक कारगर उपाय है।दरअसल व्यायाम पाचन तंत्र के निचले हिस्से में मांसपेशियों को उत्तेजित कर सकता है।ऐसा करने पर आंतों को सक्रिय कर के मल को शरीर से बाहर निकाल देता है। तेजी से चलना या टहलना, जॉगिंग ,साइकिलिंग या किसी अन्य प्रकार के व्यायाम को चुनकर आप कब्ज़ को दूर कर सकते हैं।
आराम करें और मल त्याग के लिए सही मुद्रा का चयन करें
कई दिनों तक मल त्याग ना कर पाना एक बहुत ही असहज स्थिति हो सकती है।कई बार आपके अधिक बिज़ी शेड्यूल और तनाव के कारण भी आपको मल त्याग करने में कठिनाई आ सकती है।इसलिए आराम करने और पर्याप्त नींद लेने की कोशिश करने से मदद मिल सकती है। वहीं घुटनों को कूल्हों से ऊपर उठाने से मल त्याग करने में आसानी हो सकती है। इसके लिए इंडियन स्टाइल को शौचालय लाभदायक होते हैं। या फिर शौचालय पर बैठते समय पैरों को किसी स्टूल पर टिका कर घुटनों को ऊपर उठाने से भी काम बन सकता है।
आलूबुखारे का सेवन
आलूबुखारा फाइबर का एक बड़ा स्रोत है, और मल त्याग को आसान बनाने के लिए फाइबर बहुत महत्वपूर्ण है। फाइबर पाचन तंत्र के माध्यम से भोजन को स्थानांतरित करने में मदद करता है। जानकार मानते हैं कि रोज़ाना आलूबुखारे खाने से आसानी से मल त्याग करने में मदद मिल सकती है।
कीवी
कीवी सेहत के लिए बहुत लाभदायक होती है। कीवी में काफी अधिक मात्रा में फाइबर होते हैं। वे पाचन में सहायता कर सकते हैं। ऐसे में मल त्याग को आसान बनाने में ये काफी मददगार साबित हो सकते हैं।
कॉफी
ये एक ज्ञात तथ्य है कि कॉफी कई लोगों को मल त्याग करने में मदद कर सकती है। सुबह खाली पेट ब्लैक कॉफी पीने से आंतें उत्तेजित होती हैं और स्टूल पास करने को आसान बनाती हैं।कई जानकार ये भी मानते हैं कि अगर इसी कॉफी में आधा नींबू का रस निचोड़ लिया जाए तो पेट अच्छी तरह साफ होता है।
अलसी का तेल
फ्लैक्स सीड या अलसी फाइबर का भंडार होते हैं। इनके अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं पर नियमित रूप से इनका सेवन करने से कब्ज़ की समस्या दूर हो सकती है। अलसी के बीज का पाउडर बनाकर लिया जा सकता है या फिर इसका तेल भी काफी प्रभावशाली होता है।
हरी सब्ज़िया और फलों का सेवन
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि मल को कठोर होने से रोकने के लिए उच्च फाइबर के सेवन की ज़रूरत होती है।ऐसे में आपके आहार में प्रतिदिन हरी रेशेदार सब्ज़ियों का होना ज़रूरी है। इसके अलावा नाश्ते के तौर पर या छोटी भूख लगने पर मैदे से बनी चीज़ें खाने के बजाय फलों का सेवन करने से भी लाभ हो सकता है।
भरपूर पानी पिएं
कब्ज़ का एक बड़ा कारण शरीर में पानी की कमी भी हो सकता है। कई बार लगातार पानी पीते रहना हमारी आदत में नहीं होता। या फिर काम में बिज़ी रहने की वजह से पानी पीने को अनदेखा कर दिया जाता है। पर अगर आप चाहते हैं कि आपके मोशन नियमित रहें तो पानी का सेवन एक अहम कड़ी है। दिन में कम से कम चार लीटर पानी पीने का नियम बनाएं।चाहें तो इसे याद रखने के लिए हर घंटे एक अलार्म भी लगा सकते हैं। पानी आपके पाचन को आसान बनाता है और मल त्याग करना आसान करता है।
मेथी का सेवन
मेथी का पानी पीने से भी मल त्याग को नियमित बनाया जा सकता है। इसके लिए रात में करीब एक चम्मच मेथी को पानी में भिगोकर रख दें। सुबह खाली पेट इसी पानी को पीने लें।नियमित रूप से इस प्रक्रिया को करने से पेट अच्छी तरह साफ हो जाता है।
अमरूद और पपीता
पेट साफ करने के लिए अमरूद और पपीते को रामबाण माना जाता है। हर रोज़ एक अमरूद या थोड़ा पपीता खाने से मल त्याग करना आसान हो जाता है। जानकार मानते हैं कि ये दोनों ही चीज़ें पुराने से पुराने कब्ज़ को रोगियों का राहत देने का काम करती हैं।
फाइबर सप्लीमेंट का सेवन
अगर आप लगातार फाइबर युक्त चीज़ें खाने में असमर्थ हैं तो बाज़ार में मिलने वाले फाइबर का सेवन कर के भी समस्या का निवारण कर सकते हैं। इन फाइबर वाले पाउडर को पानी में घोलकर हर रोज़ पीने से कब्ज़ की समस्या समाप्त हो जाती है।
लैक्सेटिव
कई बार बहुत अधिक कब्ज़ की स्थिति में चिकित्सक कुछ लैक्सेटिव लेने की सलाह देते हैं। सोने से पहले इन्हें लेने से सुबह पेट साफ करने में आसानी होती है। हालांकि ये लैक्सेटिव बहुत ज़रूरत पड़ने पर ही लिए जाने चाहिए. और नका सेवन लम्बे समय तक करने से भी बचना चाहिए क्योंकि नके ज्यादा इस्तेमाल से कुछ साइडइफेक्ट्स भी हो सकते हैं।