काजू के फायदे और नुकसान - Kaju Benefits And Side Effects In Hindi
काजू एनार्काडियम आक्सीडेन्टल पेड़ का बीज होता है। यह आम तौर पर भारतीय पॅक्वानो में सूखे फल के रूप में प्रयोग किया जाता है। ठोस, नरम, मीठा और स्वादिष्ट काजू ऊर्जा से भरा होता है। यह ब्राजील के अमेज़ॅन वर्षा वन से दुनियाभर में पुर्तगाली यात्रियों द्वारा फैल गया था। अब, ब्राजील, भारत, वियतनाम आदि जैसे विभिन्न देशों में इसकी खेती की जाती है। काजू मोनोअनसैचुरेटेड वसा और प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं। इसके अलावा, काजू विटामिन और खनिजों से भरा हुआ है। अतः काजू खाने के बहुत सारे लाभ हैं, जैसे कि:
1. ट्यूमर से लड़ता है: इसमें प्रोएन्टोकाइनाइडिन है, जो ट्यूमर कोशिकाओं के खिलाफ उनकी वृद्धि और विभाजन को रोक कर लड़ने की क्षमता रखता है। यह विभिन्न कैंसर जैसे कोलन, प्रोस्टेट आदि के कैंसर को रोकता है। इसके अलावा इस में विटामिन "के" होता है, जो ट्यूमर कोशिकाओं के विकास को दबाने की क्षमता रखता है। इसमें सेलेनियम और विटामिन "ई" जैसे एंटीऑक्सिडेंट हैं जो प्रतिरक्षा को बढ़ा देता है।
2. संक्रमण से लड़ता है: इसमें उच्च मात्रा मे जस्ता होता है जो विभिन्न संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है।
3. दिल के लिए काजू के लाभ: इसमें मौजूद मैग्नीशियम रक्तचाप को बनाए रखने में मदद करता है। रक्तचाप को कम करने की इसकी प्रवृत्ति दिल के दौरे को रोकने में मदद करती है। इसमें, कम स्तर मे सोडियम और उच्च स्तर मे पोटेशियम होता है जो रक्तचाप को नियंत्रण में रखता है। काजू में ओलेइक एसिड और पॉमिटॉलिक एसिड नामक आवश्यक फैटी एसिड हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर देते हैं और साथ ही अच्छे कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को बढ़ा देते हैं। काजू इस प्रकार रक्त के लिपिड प्रोफाइल को संतुलित करके कोरोनरी धमनी रोग और स्ट्रोक को रोकता है। इसके अलावा काजू एरोरोस्क्लेरोसिस को रोकता है और धमनियों में पट्टिका के गठन को कम कर देता है। यह ओमेगा -3 फैटी एसिड और ओमेगा -6 फैटी एसिड का भी एक अच्छा स्रोत है जो शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करते हैं और रक्त कणों को मुक्त कण और हृद्-अतालता से रोकता है। ओलेइक एसिड की तरह आवश्यक फैटी एसिड, कोलेस्ट्रॉल को रक्तप्रवाह में प्रवेश करने से रोकते है। इस प्रकार काजू कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एलडीएल) को कम करता है और खून में उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एचडीएल) को बढ़ाता है और इस तरह हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है।
4. बालों के लिए काजू का लाभ: इसमें तांबा नामक एक महत्वपूर्ण खनिज होता है, जो बालों को अपनी चमक, ताकत और काले रंग को बनाए रखने के लिए मदद करता है। इसमें पाया गया कॉपर कई एंजाइमों के लिए एक आवश्यक घटक के रूप में कार्य करता है। ट्राइरोसेनेस एक तांबे वाला एंजाइम है, जो टाइरोसिन को मेरिनिन (एक रंगद्रव्य जो बाल और त्वचा को रंग प्रदान करता है) में परिवर्तित करने में मदद करता है।
5. हड्डियों के लिए काजू का लाभ: इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस इत्यादि जैसे खनिज होते हैं जो हड्डियों के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक होते हैं। शरीर में अच्छा मैग्नीशियम स्तर भी हड्डियों द्वारा कैल्शियम अवशोषण स्तर को बढ़ाता है। इसकी उच्च स्तरीय प्रोटीन और अच्छे मैग्नीशियम और कैल्शियम का स्तर मजबूत हड्डी संरचना को बनाने में मदद करता है। उच्च तांबे का स्तर हड्डियों और जोड़ों के लचीलेपन को बनाए रखने में मदद करता है। काजू में पाए जाने वाले "विटामिन के" हड्डियों को कड़ा करके स्वस्थ हड्डियों को बनाए रखने में मदद करता है, जो ऑस्टियोपोरोसिस और कंकाल विकृति जैसी बिमारिओं को रोकता है ।
6. तंत्रिकाओं के लिए काजू के लाभ: इसमें मौजूद मैग्नीशियम हड्डियों की सतह पर संग्रहित हो जाता है और कैल्शियम को तंत्रिका कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोकता है।
7. वजन घटाने में मदद करता है: काजू की उच्च ऊर्जा घनत्व और आहार के तंतुओं का उच्च स्तर है, दोनों ही अगर सीमित मात्रा में खाए जाएं तो वजन प्रबंधन के लिए सहायता करते हैं।
काजू के नुकसान अतः काजू को कम मात्रा में खाने से बहुत स्वस्थ हो सकता है, परंतु अगर बड़ी मात्रा में खाया जाए तो कई दुष्प्रभाव भी उत्पन्न हो सकते हैं। जैसे कि:
1. भार बढ़ना: काजू में काफी कैलोरी होती हैं इसलिए वजन बढ़ा सकता हैं।
2. एलर्जी: कुछ लोगों को काजू से एलर्जी होती है। एलर्जी मुंह और गले में पित्ती, चकत्ते, खुजली पैदा कर सकती है।
3. रक्तचाप बढ़ना: बड़ी मात्रा में काजू उपभोग करने से सोडियम तेजी से बढ़ सकता है, जो आपके रक्तचाप को बढ़ा सकता है।
4. सिरदर्द: यदि आप सिर दर्द और माइग्रेन से पीड़ित हैं, तो काजू से बचें। इस में मौजूद एमिनो एसिड सिरदर्द पैदा कर सकता है।