खुजली का आयुर्वेदिक इलाज - Khujali Ka Ayurvedic Ilaaj!
आज के प्रदूषित वातावरण में एलर्जी एक सामान्य समस्या बन गई है. इससे सभी लोग परेशान हैं. एलर्जी एक ऐसी समस्या है जो कभी भी किसी को भी हो सकती है. जहां तक बात है एलर्जी के लक्षणों की तो इसके सामान्य लक्षण हैं - बहती हुई नाक, गले में खराश, कफ, आंखों में खुजली और स्किन रैशेज. जो लोग मौसम के अनुसार एलर्जी से परेशान रहते हैं वो अपना बचाव ये समस्या शुरू होने से पहले कर सकते हैं.
आइए एलर्जी से निपटने के लिए कुछ घरेलु उपचार जानें.
1. बिच्छू बूटी-
बिच्छू बूटी बदलते मौसम के कारण होने वाली क्रोनिक एलर्जी के लिए बेहद प्रभावी है. यह प्राकृतिक एंटी हिस्टामिन होने के कारण शरीर के हिस्टामिन के उत्पादन को बंद कर देती है जो आखिर में विभिन्न प्रकार के एलर्जी के लक्षणों से आराम दिलाती है. इससे राहत पाने के लिए सबसे पहले एक कप पानी में एक चम्मच सूखे बिच्छू बूटी की पत्तियों को डाल दें. इस मिश्रण को पांच मिनट तक उबलने के लिए रख दें. इसके बाद मिश्रण को छान लें और इसमें हल्का शहद जोड़ कर पी जाएँ. इस मिश्रण को दिन में दो से तीन बार पियें.
2. हल्दी-
हल्दी भी एलर्जी से छुटकारा दिलाने के लिए फायदेमन्द है, इसमें करक्यूमिन होता है जो एक सामान्य जुखाम के दवा की तरह काम करता है और एलर्जी के लक्षणों को दूर करने में सहायक है. इसके अलावा प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी गुण हैं जो इसका इलाज मूल कारण से ठीक करते हैं. कांच के एक साफ जार में 6 चम्मच हल्दी पाउडर और शहद डालें. इस मिश्रण को अच्छे से मिला लें. एलर्जी के दौरान पूरे दिन में दो बार इस मिश्रण को एक एक चम्मच ज़रूर खाएं.
3. लहसुन-
लहसुन में प्राकृतिक एंटीबायोटिक होते हैं जो एलर्जी के लिए काफी प्रभावी है. लहसुन के एंटीवाइरल और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण डॉक्टर से आपको दूर रखते हैं. एक या दो हफ्ते के लिए रोज़ाना दो या तीन लहसुन की फांकें खाएं. अगर आपको लहसुन की गंध अच्छी नहीं लगती तो आप डॉक्टर से पूछने के बाद लहसुन के सप्लीमेंट्स को ले सकते हैं.
4. नींबू-
नींबू एक प्राकृतिक एंटीहिस्टामिन है और विटामिन सी का एक एक अच्छा स्त्रोत भी है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण भी होते हैं. ये एन्टिटॉक्सिन की तरह भी काम करता है. नींबू एलर्जी की समस्या के लिए बेहद फायदेमंद है. मौसम के अनुसार एलर्जी शुरू होने से पहले रोज़ाना सुबह रोज़ एक कप पानी में ताज़ा नींबू का जूस निचोड़कर पीना शुरू कर दें. जब तक एलर्जी सीजन चला नहीं जाता तब तक रोज़ाना इस मिश्रण को पीते रहें.
5. नमक का पानी-
नाक को प्रतिदिन सलाइन से साफ़ करने पर राइनाइटिस एलर्जी के लक्षणों को सुधारने में मदद मिलती है. इसके लिए पहले एक चम्मच बिना आयोडीन युक्त नमक और एक चुटकी बेकिंग सोडा लें और फिर इन्हे एक चौथाई गर्म पानी में डाल दें. इसे उबलने के बाद मिश्रण को ठंडा होने तक छोड़ दें. अब इस मिश्रण अपनी एक नाम में की दस बूँदें डालें. फिर इस मिश्रण को या तो नाक से निकाल लें या मुँह से निकालें.
6. गर्म पानी-
एलर्जी के स्त्रोत से छुटकारा पाने के लिए गर्म पानी से नहाएं और बाहर से आने के बाद अपने बालों को अच्छे से धो लें. इसके साथ ही गर्म पानी से नहाने से आपको साइनस को खोलने में भी मदद मिलती है जिससे आप आसानी से सांस ले पाते हैं. गर्म पानी आपको राहत देता है और सोने में भी मदद करता है. तो ये है ड्रग फ्री तरीके जो आपकी एलर्जी का इलाज करने में मदद करेंगे. हालाँकि अगर लक्षण ज़्यादा बढ़ने लगे तो अपने डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं.
7. पेपरमिंट-
पेपरमिंट में सूजनरोधी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टेरियल गुण होते हैं जो एलर्जी रिएक्शन को कम करते हैं. पेपरमिंट टी बनाने के लिए एक चम्मच ड्राई पेपरमिंट की पत्तियों को एक कप पानी में पांच मिनट तक उबलने दें. इस मिश्रण को छान कर ठंडा होने के लिए रख दें. इसको पीने से पहले इसमें एक चम्मच शहद भी मिला लें. जब तक आपको लक्षणों से निजात नहीं मिल जाता तब तक पूरे दिन में दो या तीन बार पेपरमिंट चाय का मज़ा लें.
8. शहद-
ज़्यादातर लोगों ने ये कहा है कि लोकल शहद खाने से उन्हें एलर्जी सीजन के लक्षणों से राहत मिलती है. मधुमक्खियों द्वारा बनने वाला लोकल हनी एलर्जी को दूर करने में मदद करता है. एलर्जी सीजन के लक्षणों से राहत पाने के लिए पूरे दिन में तीन या चार बार एक या इससे ज़्यादा चम्मच शहद ज़रूर खाएं. अच्छा परिणाम पाने के लिए एलर्जी सीजन शुरू होने से एक महीना पहला आप ये लोकल शहद खाना शुरू कर दें.
9. सेब का सिरका-
सेब का सिरका एलर्जी के लिए बहुत ही पुराना उपाय है. इसके एंटीबायोटिक और एंटीहिस्टामिन गुण एलर्जी रिएक्शन का इलाज करने में मदद करते हैं. ये एलर्जी के कारणों का इलाज करता है और जल्दी जल्दी आने वाली छीकों, बंद नाक, खुजली, सिर दर्द और कफ के लक्षणों को भी ठीक करता है. एक चम्मच सेब के सिरके को एक ग्लास पानी में मिलाएं. फिर इसमें एक चम्मच ताज़ा नींबू का जूस और एक या आधा चम्मच शहद मिलाकर पी जाएँ.
10. स्टीम से फायदा-
स्टीम से कई फायदे होते है उसमे एक फायदा एलर्जी के कई लक्षणों से राहत दिलाना है. स्टीम आपको साइनस से राहत प्रदान करता है और साथ ही नजल ट्रैक्ट से बलगम और अन्य इरिटैंट को भी साफ़ करता है. आप पानी को भाप निकलने तक उबाल लें. इसको उबालने के बाद तीन से चार बूँद नीलगिरी तेल, पेपरमिंट तेल, रोज़मेरी या टी ट्री तेल की डालें. अब अपने सिर के चारो तरफ तौलिये को रखें और दस से 15 मिनट तक गर्म पानी से भाप लें.