खुजली के घरेलू उपचार - Khujali Ke Gharelu Upchar!
खुजली एक ऐसी समस्या है जो कभी भी किसी को भी हो सकती है. लेकिन इसके साथ मजेदार बात ये है कि आज आपको जिस चीज से खुजली नहीं है जरुरी नहीं की कल भी हो. इसे इस तरह से भी कह सकते हैं कि खुजली किसी भी तरह से हो सकती है. इसके सामान्य लक्षण हैं - बहती हुई नाक, गले में खराश, कफ, आंखों में खुजली और स्किन रैशेज. जो लोग मौसम के अनुसार खुजली से परेशान रहते हैं वो अपना बचाव ये समस्या शुरू होने से पहले कर सकते हैं. आइए खुजली से निपटने के लिए कुछ घरेलु आयुर्वेदिक जानें.
1. शहद
कई लोग मानते है की लोकल शहद खाने से मौसमी एलर्जी से राहत मिलती है. मधुमखियों के माध्यम से बनने वाली शहद एलर्जी को ठीक करने में मदद करती है. सीजन एलर्जी से छुटकारा पाने के लिए प्रतिदिन 3 से 4 चम्मच शहद का सेवन करें. सीजन एलर्जी के शुरू होने से एक महीने पहले लोकल शहद का सेवन करने से ज्यादा बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे.
2. भाप से फायदा
भाप खुजली के कई लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करता है. ये इरिटेटेड साइनस से राहत दिलाता है साथ ही नाक की नली से भी बलगम और अन्य इरिटैंट को भी साफ़ करता है. इसके लिए पानी को भाप निकलने तक उबालें. अब इस पानी को किसी बड़े बर्तन में कर लें. फिर उसमें तीन से चार बूँद नीलगिरी तेल, पेपरमिंट तेल, रोज़मेरी या टी ट्री तेल की डालें. अब अपने सिर पर तौलिये को रखें और बर्तन के पास ध्यान से झुक जाएँ. फिर दस मिनट तक गर्म पानी से भाप लें.
3. हल्दी
हल्दी में करक्यूमिन होता है जो डीकन्जेस्टैंट की तरह कार्य करता है खुजली के लक्षणों को दूर करता है. इसके साथ ही हल्दी में प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी गुण होते हैं जो इसका निदान जड़ से करता हैं. एक कांच कंटेनर में 6 चम्मच हल्दी पाउडर और शहद मिश्रित करें. इस अच्छे से मिश्रण करे और चला लें. जब खुजली होता है तो पूरे दिन में दो बार इस मिश्रण का एक चम्मच ज़रूर खाएं.
4. लहसुन
लहसुन में प्राकृतिक एंटीबायोटिक होते हैं जो खुजली और एलर्जी के लिए काफी कारगर होते है. इसके अतिरिक्त, लहसुन में एंटीवाइरल और प्रतिरोधक क्षमता वाले गुण भी होते हैं. एक या दो हफ्ते के लिए रोज़ाना दो या तीन लहसुन की फांकें खाएं. अगर आपको लहसुन की गंध अच्छी नहीं लगती तो आप डॉक्टर से पूछने के बाद लहसुन के सप्लीमेंट्स को ले सकते हैं.
5. नींबू
नींबू विटामिन सी का एक एक अच्छा स्त्रोत है और एक प्राकृतिक एंटीहिस्टामिन भी है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं और एन्टिटॉक्सिन की तरह कार्य करता है. नींबू खुजली की समस्या के लिए बेहद फायदेमंद है. मौसम के अनुसार खुजली शुरू होने से पहले रोज़ाना सुबह रोज़ एक कप पानी में ताज़ा नींबू का जूस निचोड़कर पीना शुरू कर दें. जब तक खुजली सीजन चला नहीं जाता तब तक रोज़ाना इस मिश्रण को पीते रहें.
6. नमक का पानी
रोज़ाना नाक को सलाइन से साफ़ करने से राइनाइटिस खुजली के लक्षणों को सुधारने में मदद मिलती है. सबसे पहले एक चम्मच बिना आयोडीन युक्त नमक लें और चुटकीभर बेकिंग सोडा लें और फिर इन्हे एक चौथाई गर्म पानी में मिला दें. फिर मिश्रण को ठंडा होने के लिए रख दें. अब सिंक की तरफ झुके और अपनी एक नाम में इस मिश्रण की दस बूँदें डालें. फिर इस मिश्रण को या तो नाक से निकाल लें या मुँह से निकालें.
7. गर्म पानी
खुजली के स्त्रोत से छुटकारा पाने के लिए गर्म पानी से नहाएं और बाहर से आने के बाद अपने बालों को अच्छे से धो लें. इसके साथ ही गर्म पानी से नहाने से आपको साइनस को खोलने में भी मदद मिलती है जिससे आप आसानी से सांस ले पाते हैं. गर्म पानी आपको राहत देता है और सोने में भी मदद करता है. तो ये है ड्रग फ्री तरीके जो आपकी खुजली का इलाज करने में मदद करेंगे. हालाँकि अगर लक्षण ज़्यादा बढ़ने लगे तो अपने डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं.
8. बिच्छू बूटी
बिच्छू बूटी मौसम के अनुसार होने वाली क्रोनिक खुजली के लिए बेहद प्रभावी है. प्राकृतिक एंटी हिस्टामिन होने की वजह से बिच्छू बूटी शरीर के हिस्टामिन के उत्पादन को बंद कर देती है और फिर आखिर में कई खुजली के लक्षणों से आराम दिलाने में मदद करती है. सबसे पहले एक कप पानी में एक चम्मच सूखे बिच्छू बूटी की पत्तियों को डाल दें. पांच मिनट तक इस मिश्रण को उबलने के लिए रख दें. फिर इस मिश्रण को छान लें और अब इसमें थोड़ा शहद मिलाकर पी जाएँ. इस चाय को पूरे दिन में दो या तीन बार ज़रूर पियें.
9. पेपरमिंट
पेपरमिंट में सूजनरोधी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टेरियल गुण होते हैं जो खुजली रिएक्शन को कम करते हैं. पेपरमिंट चाय बनाने के लिए, सबसे पहले एक चम्मच सूखे पेपरमिंट की पत्तियों को एक कप पानी में पांच के लिए उबालने को रख दें. फिर इस मिश्रण को छान लें और ठंडा होने के लिए रख दें. अब इसे पीने से पहले इसमें एक चम्मच शहद भी मिला लें. जब तक आपको लक्षणों से निजात नहीं मिल जाता तब तक पूरे दिन में दो या तीन बार पेपरमिंट चाय का मज़ा लें.
10. सेब का सिरका
सेब का सिरका खुजली के लिए बहुत ही पुराना उपाय है. इसके एंटीबायोटिक और एंटीहिस्टामिन गुण खुजली रिएक्शन का इलाज करने में मदद करते हैं. ये खुजली के कारणों का इलाज करता है और जल्दी जल्दी आने वाली छीकों, बंद नाक, खुजली, सिर दर्द और कफ के लक्षणों को भी ठीक करता है. एक चम्मच सेब के सिरके को एक ग्लास पानी में मिलाएं. फिर इसमें एक चम्मच ताज़ा नींबू का जूस और एक या आधा चम्मच शहद मिलाकर पी जाएँ.