क्रोध का प्रबंधन कैसे करें - Krodh Ka Prabandhan Kaise Kare!
क्रोध तब आता है जब जीवन में हम जो चाहते है और वह पूरी नहीं होती हैं. क्रोध तब और बढ़ जाता हैं जब हम सोचते हैं कि हम किसी अन्य व्यक्ति द्वारा गलत ठहराए गए हैं या हमारे साथ अन्याय हो रहा है या किया गया है. हम उम्मीदों के साथ कार्य करते हैं एवं तारीफ के माध्यम से पुरस्कृत होने की उम्मीद करते हैं. जब ऐसी स्थिति में हमारी अपेक्षाएं पूरी नहीं होती है तो हम क्रोधित हो जाते हैं. हमारी कमजोरियां हमारे क्रोध का कारण होती हैं. इस वजह से कोई अन्य व्यक्ति हमारी कमज़ोरियों का लाभ उठाते हैं. क्रोध हमारे अन्दर उबलता है और हम या तो उसे अपने अन्दर दबाये रखते हैं या जो हमसे कमज़ोर होता है उसपर प्रहार करते है. हम अपने गुस्से का को अपने द्वारा किये गयी गलतियों को सही ठहराते है. गुस्से का परिणाम आपके साथ-साथ आपसे जुड़े लोगों के लिए भी हानिकारक होता है. अर्थात क्रोध जिस पर किया जाए वह प्रभावित होता है और जो करता है वो भी. इसके कारण आपके संबंध और भविष्य दोनों खराब हो सकते हैं. इसलिए आइए क्रोध का प्रबंधन कैसे करें इस पर एक नजर डालें.
1. टहलें और व्यायाम करें
आपकी शारीरिक फिटनेस का भी स्वभाव पर काफी फर्क पड़ता है. नियमित व्यायाम, सैर या फिर योग करने से हम फिर रहते हैं और मन भी शांत रहता है. शरीर और मन स्वस्थ होने पर गुस्सा कम आता है. इसलिए नियमित व्यायाम करना चाहिए व पौष्टिक आहार खाना चाहिए.
2. अच्छी चीजों पर ही ध्यान दें
यदि आपको किसी व्यक्ति के शारीरिक हाव-भाव और आदतें अच्छे नहीं लगते लेकिन उसके विचार और बोलने का तरीका अच्छा लगता है तो आप उसके अच्छे व्यवहार पर ध्यान दें. यह आपके गुस्से को शांत करने में मदद करेगा.
3. धैर्य और विवेक
क्रोध को काबू करने के लिए सयंम और विवेक बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. जब गुस्सा आता है तो गुस्से के कारण होने वाले नुकसान के बारे में सोचें. अपने मन में यह सोचें की आप जो बोलने वाले है उसका परिणाम क्या हो सकता है.
4. दृष्टिकोण में बदलाव भी जरूरी है
अगर आप किसी ऐसी परिस्थिति में फंस जाते हैं और जहाँ आपके हाथ में कुछ नहीं है, तो उस स्थिति में लड़ने और क्रोध करने के बजाए उस अवस्था को एक अलग नजरिए से देखने की कोशिश करें. अपने जीवन में घटित अच्छी किसी ऐसी परिस्थिति के बारे में सोचे जहाँ आप सफलतापूर्वक उसपर जीत हासिल किया है.
5. गुस्से को समझने की आवश्यकता होती है
गुस्से को समझने में बहुत ज्यादा परेशानी नहीं आती है. आपको केवल गुस्से के कारण, उसके लिए आपकी प्रतिक्रिया और उससे होने वाले नुकसान के बारे में सोचे और समझें. क्रोध के प्रति सतर्क और सावधान रहें. अपने क्रोध के कारणों के बारे में निष्कर्ष निकालें, इससे क्रोध को लेकर आपमें समझ उत्पन्न होगी.
6. गिनती गिनकर भी कर सकते हैं क्रोध प्रबंधन
कई बार किसी से बातचीत करने के दौरान ऐसी स्थितियां पैदा हो जाती हैं जब हम सामने वाले की किसी बात से क्रोधित हो जाते है हमें तेज गुस्सा आता है. ऐसे में ज्यादा प्रतिक्रिया ना देने के बजाए एक आसान नुस्खा आजामाएं और 10 तक काउंटिंग करें. यह क्रोध कम करने को सबसे पुराना तरीका है.
7. शरीर को आराम दें
क्रोध को कम करने का एक और सबसे बेहतर विकल्प है कि आप क्रोध आने पर अपनी मांसपेशियों को रिलेक्स करें. अपनी गुस्से में कसी मुट्ठी को खोलें और कसे जबड़े को रिलेक्स कर दें. गहरी सांसें लें और दो से तीन बार शरीर को ढ़ीला कार हलके से जंप करें. सारा गुस्सा हल्का हो जाएगा.
8. खुशबू से भी दूर कर सकते हैं क्रोध
आपके अंदर मौजूद तनाव और क्रोध अच्छी खुशबू से दूर हो सकता है. इसलिए आप हल्की खुशबू वाले ऑयल या सेंट आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं. शुद्ध लेवेंडर तेल रूई में लगाकार अपनी जेब या पर्स में डाल लें या किसी ऐसी जगह पर जहां तनावपूर्ण स्थितियों में उसे आसानी से निकाला जा सके. इसे सूंघने से आपका गुस्सा शांत हो जाएगा.