क्या होता है कॉपर आईयूडी (पैरागार्ड) और कैसे करता है काम?
कई महिलायें संभोग सुख का आनंद तो लेना चाहती हैं लेकिन गर्भ धारण नहीं करना चाहती। ऐसी महिलाओं के लिए निरोध और गर्भ निरोधक गोली जैसे कई विकल्प होते हैं। ऐसा ही एक विकल्प है कॉपर आईयूडी, जो एक गर्भ निरोधक के रूप में कार्य करता है। यह कई महिलाओं द्वारा इस्तेमाल भी किया जाता है, क्योंकि यह पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है।
तो चलिए जानते हैं कि यह कॉपर आईयूडी (पैरागार्ड) क्या है और किस तरह से काम करता है। इसके साथ ही इसके फायदों और दुष्प्रभाव पर भी चर्चा करते हैं
क्या होता है कॉपर आईयूडी (पैरागार्ड)
दरअसल, पैरागार्ड एक ब्रांड का नाम है जो कॉपर आईयूडी का निर्माण करता है। हालांकि भारत में कॉपर आईयूडी को ही पैरागार्ड नाम से भी जाना जाता है। आईयूडी का पूरा नाम इंट्रायुट्रीन डिवाइस है, जिसका हिंदी में अर्थ गर्भनिरोधक उपकरण होता है। वहीं, अगर बात कॉपर आईयूडी की करें तो यह एक उपकरण है जो गर्भ निरोधक के रूप में कार्य करता है। प्लास्टिक का बना हुआ यह यंत्र डॉक्टर्स द्वारा महिलाओं के गर्भाशय में फिट कर दिया जाता है। चूंकि आईयूडी टी आकार का होता है इसलिए कॉपर आईयूडी को कॉपर-टी नाम से भी जाना जाता है। आईयूडी को कॉपर (तांबे) के तार लगे होते हैं। इसलिए इसे कॉपर आईयूडी कहा जाता है। यह गर्भावस्था को रोकता है।
यह आईयूडी लगभग 36 मिलीमीटर लंबा होता है जिसमें दो तार लगे होते हैं जो लगभग 10।5 सेंटीमीटर लंबे होते हैं। ये तार डिवाइस डालने और निकालने में मदद करते हैं। कॉपर आईयूडी का इस्तेमाल कई महिलाओं द्वारा किया जाता है क्योंकि यह काफी प्रभावित और सुरक्षित माना जाता है।
कैसे काम करता है कॉपर आईयूडी
कॉपर आईयूडी को गर्भ निरोधक बनाने के लिए इसमें लगे कॉपर के तार का बहुत महत्त्व होता है। दरअसल, कॉपर आईयूडी में कॉपर एक शुक्राणुनाशक के रूप में कार्य करता है। यह कॉपर आयनों को गर्भाशय में छोड़ता है, जो शुक्राणु के चलने के तरीके को बदल देता है जिससे वे अंडे तक तैरने में सक्षम नहीं होते हैं और शुक्राणु के सिर को एक अनिषेचित अंडे से टूटने से रोकता है। इसके अलावा कॉपर योनि के प्राकृतिक माइक्रोबायोम को भी बदल देता है, जो शुक्राणु के जीवित रहने के लिए अनुकूल नहीं रहता है।
गर्भाशय में कैसे फिट किया जाता है कॉपर आईयूडी
दरअसल, गर्भाशय में कॉपर आईयूडी को फिट करने की एक प्रक्रिया होती है, जो डॉक्टर्स द्वारा निभाई जाती है। इस प्रक्रिया में 5 मिनट या उससे भी कम समय लगता है। आइये क्रमबद्ध तरीके से इस प्रक्रिया के बारे में समझते हैं-
- सबसे पहले, डॉक्टर लुब्रिकेंट की मदद से योनि में एक स्पेकुलम डालता है।
- इसके बाद डॉक्टर आईयूडी ट्यूब में टी बाहों को मोड़कर आईयूडी डिवाइस तैयार करता है। फिर वे आईयूडी ट्यूब को गर्भाशय ग्रीवा के माध्यम से गर्भाशय में रखा जाता है।
- जब इस ट्यूब को हटाते हैं, तो इस ट्यूब में लगा आईयूडी अपनी जगह पर फिट हो जाता हैं, जबकि ट्यूब बाहर आ जाता है।
- सभी आईयूडी में एक तार होता है जो गर्भाशय से नीचे योनि में लटकता है। डॉक्टर इस तार को काट देता है ताकि यह एक या दो इंच से अधिक लंबा न हो।
- हालांकि इस प्रक्रिया से पहले डॉक्टर्स द्वारा एसआईटी या अन्य किसी प्रकार के संक्रमणों के लिए जांच की जाती है। इस दौरान पेल्विक संक्रमण की भी जांच की जाती है। यदि किसी प्रकार के संक्रमण की जानकारी मिलती है तो पहले उसका इलाज होता है, उसके बाद ही आईयूडी फिट की जाती है।
कॉपर आईयूडी निकालने का तरीका
अगर कॉपर आईयूडी का प्रयोग कर रही महिला गर्भ धारण करना चाहती है वह इसे हटवाकर दोबारा गर्भधारण कर सकती है। इसके लिए भी मासिक धर्म का समय सबसे अनुकूल माना जाता है। कॉपर आईयूडी को हटाने में बीएस कुछ सेकेंड ही लगते हैं। दरअसल, कॉपर आईयूडी में तार लगे होते हैं, जिसकी मदद से डॉक्टर आईयूडी को बाहर निकाल लेते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान महिला को कुछ सेकेंड के लिए दर्द होता है।
कॉपर आईयूडी के फायदे
- कॉपर आईयूडी के कोई हार्मोनल साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं।
- यह महिलाओं की सेक्स लाइफ को बिल्कुल भी प्रभावित नहीं करता, मतलब इसके बाद भी संभोग का सुख लिया जा सकता है।
- यदि कोई महिला गर्भ निरोधक गोली नहीं खाना चाहती या ऐसी गोली से उन्हें परेशानी हो सकती है तो कॉपर आईयूडी सबसे सफल और सुरक्षित तरीका है।
- गर्भ धारण करने की इच्छा होने पर इसे आसानी से निकलवाया जा सकता है।
- कॉपर आईयूडी 5 साल से अधिक समय तक कार्य करता है।
कॉपर आईयूडी के साइड इफेक्ट्स
- कॉपर आईयूडी लगाने से योनि में संक्रमण होने का खतरा रहता है। हालांकि यह ख़तरा मात्र 1% रहता है।
- कॉपर आईयूडी लगाते समय 1000 में से एक महिला के गर्भ में छेद होने का खतरा रहता है।
- दुर्लभ मामलों में ऐसा भी देखा गया है कि कॉपर आईयूडी लगवाने के बावजूद महिला गर्भवती हो जाती है।
- मासिक धर्म के दौरान कॉपर आईयूडी रक्तस्राव और अधिक दर्द का कारण बन सकता है।
- कुछ लोगों को कॉपर आईयूडी से एलर्जी होने का खतरा भी रहता है।
- लगभग 5% मामलों में आईयूडी के स्वयं बाहर आ जाने के समाचार भी प्राप्त हुए हैं। हालांकि, प्रत्येक मासिक अवधि के बाद या प्रत्येक माह की शुरुआत में अपनी योनि के अंदर आईयूडी की स्ट्रिंग की जांच कर यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि यह सही स्थिति में है या नहीं।