लेज़र से कैंसर हो सकता है? अगर ये सवाल है मन में पढ़ें ये लेख
लेजर के द्वारा उपचार आजकल काफी आम हो गया है। अधिकतर लोग अपनी त्वचा और आंखों के उपचार के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। इसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों जैसे बारकोड स्कैनिंग, आनुवंशिक अध्ययन,, कॉस्मेटिक सर्जरी इत्यादि में किया जाता है। आजकल, बालों के प्रत्यारोपण सर्जरी, बॉडी लेजर उपचार और विकृत रोगियों के रूप में सुधार के लिए फेसलिफ्ट में इसका अधिक उपयोग होता है।
दुर्घटनाओं, चोटों या गंभीर जलन के दौरान भी इसे उपयोग में लाया जाता है।।वर्तमान में लेजर उपचार वास्तव में कॉस्मेटिक सर्जरी का तीसरा सबसे आम प्रकार है। हालाँकि, यह अभी भी कई भ्रांतियों से घिरा हुआ है। सबसे अधिक जो सवाल उठता है वह है कि क्या लेज़र चिकित्सा से कैंसर हो सकता है। इसे समझने के लिए सबसे पहले यह समझना होगा कि लेजर थेरेपी क्या है।
लेज़र थेरेपी क्या है
लेजर का पूरा नाम है लाइट एम्प्लिफिकेशन बाई स्टिमुलेटेड एमिशन ऑफ रेडिएशन । यह अन्य प्रकाश स्रोतों से मौलिक रूप से अलग है और लेज़र थेरेपी में किरणों के एक फोकस्ड समूह का एक विशिष्ट वेवलेंथ पर प्रयोग कर उपचार किया जाता है। इस प्रकार से ये किरणें बहुत शक्तिशाली हो जाती हैं। इनकी शक्ति का अंदाज़ा इस बात से लगाया दा सकता है कि इनका इस्तेमाल हीरे औऱ स्टील काटने के लिए भी किया जाता है।चिकित्सा में, लेजर सर्जनों को एक छोटे से क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करके उच्च स्तर की सटीकता पर काम करने की अनुमति देता है। इससे आसपास के ऊतकों को कम नुकसान पहुंचाता है। जानकार मानते हैं कि यदि कोई लेजर थेरेपी करवाता है तो है तो उसे पारंपरिक सर्जरी की तुलना में कम दर्द सूजन और निशान का अनुभव हो सकता है। हालांकि, लेजर थेरेपी महंगी हो सकती है और इसके लिए बार-बार उपचार की आवश्यकता होती है।
लेज़र थेरेपी के प्रकार
लेज़र चिकित्सा की बात करें तो यह कई प्रकार की हो सकती है। कई अलग-अलग प्रकार के लेजर और लेजर माध्यम उपलब्ध हैं। इन लेजर का उपयोग डॉक्टरों द्वारा कॉस्मेटिक और सर्जिकल प्रक्रियाओं के लिए किया जाता है।हालांकि साधारण लेज़र आसानी से उपलब्ध होते हैं, लेकिन उनका उपयोग सावधानी से किया जाना चाहिए।
कुछ लेज़रों में रेडिएशन प्रकाश के रूप में निकलता है। वहीं दूसरों में, यह रेडिएशन अल्ट्री वायलेट या इंफ्रारेड किरणों के रूप में हो सकता है । यह रेडिएशन नग्न आंखों से देखा नहीं जा सकता है। इस रेडिएशन की तुलना रेडियोएक्टिव पदार्थों सेहोने वाले रेडिएशन या माइक्रोवेव और रेडियो तरंगों से ना करें।ये दोनों पूर्णता अलग होती है।लेजर द्वारा उत्सर्जित रेडिएशन को काफी हद तक सुरक्षित माना जाता है और यह मानव शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है।
क्या लेज़र हो सकता है कैंसर का कारण
यह एक ऐसा सवाल है जो कई लोगों के मन में रहता है। इस प्रश्न का कोई निश्चित उत्तर नहीं है क्योंकि लेजर थेरेपी के दीर्घकालिक परिणामों का अभी तक अध्ययन नहीं किया गया है। मानव त्वचा की विसंगतियों में किए गए प्रयोगों ने लेजर बालों को हटाने के बाद कुछ बदलाव दिखाए हैं। इसलिए,कुछ वैज्ञानिकों का सुझाव है कि त्वचा कैंसर के व्यक्तिगत / पारिवारिक इतिहास वाले लोगों के लिए कॉस्मेटिक लेजर थेरेपी करते समय सावधानी बरती जानी चाहिए जब तक कि अधिक व्यापक शोध यह निष्कर्ष न निकाल लें कि ऐसे परिवर्तन कैंसर का कारण नहीं बन सकते।
वहीं कुछ विषेषज्ञ अलग राय रखते हैं। उनका मानना है कि लेज़रों द्वारा निकलने वाला रेडिएशन सूर्य के प्रकाश के अल्ट्रा वायलेड रेडिएशन की वेवलेंथ के समान वेवलेंथ की प्रयोग नहीं करता। लेज़र रेडिएशऩ त्वचा की सतह पर रहता है और कोशिकाओं में प्रवेश नहीं करता है। जब बालों को हटाने के लिए लेजर उपचार का उपयोग किया जाता है तो यह केवल बालों के रोम में प्रवेश करता है ,इससे आगे नहीं जाता। इस प्रकार, यह त्वचा के कैंसर का कारण नहीं बनता है और हमारे सेलुलर डीएनए को नुकसान नहीं पहुंचाता है। इसे ध्यान में रखते हुए बिना किसी चिंता के प्रजनन क्षेत्र के आसपास के बालों को हटाने के लिए भी लेजर उपचार का उपयोग किया जा सकता है।
कॉस्मेटिक प्रक्रियाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले लेजर झुर्रियों और महीन रेखाओं के उपचार में काफी प्रभावी माने जाते हैं। यह सूर्य के प्रकाश के अत्यधिक संपर्क से होने वाले नुकसान को ठीक करने में भी काफी प्रभावी होते हैं। धूप से पड़ने वाले धब्बे और त्वचा के हाइपर पिगमेंटेशन से होने वाले काले धब्बों को ठीक किया जा सकता है। इस प्रकार के उपचार के लिए, लेज़रों का उपयोग या तो त्वचा की सबसे ऊपरी परत को वाष्पीकृत करने के लिए किया जा सकता है या त्वचा को फिर से जीवंत करने और त्वचा को छीले बिना झुर्रियों को दूर करने के लिए किया जा सकता है। ये दोनों प्रकार के लेजर कोलेजन के निर्माण को बढ़ावा देते हैं जो वास्तव में झुर्रियों और महीन रेखाओं को कम करने में मदद करता है। लेजर का उपयोग अक्सर कैंसर से पहले के घावों के उपचार और उन्हें हटाने के लिए भी किया जाता है। इस प्रकार, इसके बजाय वे किसी व्यक्ति के त्वचा कैंसर के विकास के जोखिम को कम कर सकते हैं। यदि आप किसी विशिष्ट समस्या के बारे में चर्चा करना चाहते हैं, तो आप त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श ले सकते हैं.
लेज़र चिकित्सा के कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं
- इससे आप अनचाहे बालों को स्थायी तौर पर हटा सकत हैं
- अन्य कॉस्मेटिक उपचार संभव हैं जैसे टैटू हटाना
- कुछ दंत प्रक्रियाएं जैसे रूट कैनाल संक्रमण का उपचार।
- प्रोस्टेट, आंख और त्वचा की सर्जरी
- गुर्दे की पथरी,
- अधिकतर कैंसर के इलाज में लेज़र थेरेपी की मदद से ट्यूमर को खत्म किया जाता है।
- उम्र बढ़ने के परिणामस्वरूप बालों के झड़ने का इलाज करें
- पीठ की नस के दर्द सहित दर्द का इलाज करें
लेज़र में एक्यूटराइजिंग, या सीलिंग, प्रभाव हो सकता है और इसका उपयोग किसी सील करने के लिए किया जा सकता है जैसे-
सर्जरी के बाद दर्द को कम करने के लिए नर्व को सील करना
- रक्त वाहिकाओं को रक्त की हानि को रोकने में मदद करने के लिए सील करना
- लिम्फ वाहिकाओं की सूजन को कम करने और ट्यूमर को सीमित करने के लिए
कुछ कैंसर के शुरुआती चरणों के उपचार में लेजर उपयोगी हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- सर्वाइकल कैंसर
- लिंग का कैंसर
- योनि का कैंसर
- वल्वर कैंसर
- फेफड़ों का कैंसर
- बेसल सेल त्वचा कैंसर
लेजर उपचार कितना सुरक्षित है?
कई ऐसे करारण हैं जो रोगी के लिए लेजर उपचार को अधिक सुरक्षित बनाते हैं ।इनमें शामिल हैं-
- इस प्रक्रिया के दौरान कम रक्तस्राव होता है
- इसक इस्तेमाल से दर्द कम होता है क्योंकि सीओटू लेजर बीम तंत्रिका तंतुओं को सील कर देती है
- इस उपचार से संक्रमण का खतरा कम होता है क्योंकि यह प्रक्रिया बैक्टीरिया को मार देती है
- कम रक्तस्राव, सूजन और दर्द के कारण जल्दी ठीक होने में कम समय लगता है और रोगी जल्दी ठीक होता है।
लेजर थेरेपी किसे नहीं करवानी चाहिए?
कुछ लेजर सर्जरी, जैसे कॉस्मेटिक त्वचा और आंखों की सर्जरी को वैकल्पिक सर्जरी माना जाता है। कुछ लोग तय करते हैं कि इस प्रकार की सर्जरी के लाभ अधिक हैं या जोखिम । उदाहरण के लिए, कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्या या त्वचा की परेशानी लेजर सर्जरी से बढ़ सकती है।
किसी भी प्रकार के ऑपरेशन के लिए लेजर सर्जरी कराने का निर्णय लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें। आपकी उम्र, समग्र स्वास्थ्य, स्वास्थ्य देखभाल योजना और लेजर सर्जरी की लागत के आधार पर, आपका डॉक्टर अनुशंसा कर सकता है कि आप पारंपरिक शल्य चिकित्सा पद्धतियों का चयन करें या लेजर का। जानकार मानते हैं कि यदि आप 18 वर्ष से कम उम्र के हैं, तो आपको लेसिक आई सर्जरी नहीं करवानी चाहिए।
लेजर थेरेपी की तैयारी कैसे करें?
यह सुनिश्चित करने के लिए आगे की योजना बनाएं कि ऑपरेशन के बाद आपके पास ठीक होने का समय कितना है। यह भी सुनिश्चित करें कि कोई आपको प्रक्रिया के बाद घर ले जा सकता है। क्योंकि प्रक्रिया के बाद भी आप शायद एनेस्थीसिया या दवाओं के प्रभाव में होंगे। सर्जरी से कुछ दिन पहले, आपको सावधानी बरतने की सलाह दी जा सकती है जैसे कि किसी भी दवा को रोकना जो रक्त के थक्के को प्रभावित कर सकती है, जैसे कि ब्लड थिनर्स।
भारत में कितनी लोकप्रिय है लेजर सर्जरी
भारत में भी लोग अपने चेहरे और बालों की समस्या के लिए लेज़र थेरेपी का चुनाव करने लगे हैं। लेजर हेयर थेरेपी के लिए भारत तेजी से एक लोकप्रिय गंतव्य बनता जा रहा है। भारतीय लोग आजकल पहले से कहीं अधिक कॉस्मेटिक प्रक्रियाओं के लिए जा रहे हैं, खासकर युवा । अधिकतर युवतियां शादी से पहले लेज़र थेरेपी के ज़रिए अपने चेहरे के दाग धब्बे और अन्य परेशानियों का समाधान तलाश रही हॆं। काफी हद तक लोग चेहरे के बालों को हटाने के लिए भी लेज़र थेरेपी को बेहतर मान रहे हैं।इसी तरह, दुनिया भर से कई लोग लेजर हेयर थेरेपी के लिए भारत आते हैं। इसी वजह से भारत में लेजर हेयर रिमूवल स्पेशलिस्ट की काफी मांग है। लेजर उपचार ने विभिन्न त्वचा और कॉस्मेटिक सर्जरी के ज़रिए काफी अच्छे परिणाम दिए हैं। हालांकि, इसके संभावित खतरनाक प्रभावों से बचने के लिए अभी भी सावधानी बरतने की जरूरत है।