क्या वाइन ग्लूटन मुक्त है?
अगर आप ग्लूटन फ्री डाइट पर हैं लेकिन वाइन के भी दीवाने है तो थोड़ा ठहर जाइए। क्या आपको पता है कि आपकी वाइन ग्लूटन फ्री हैं। वाइन आम तौर पर ग्लूटन फ्री ही होती है पर यही नियम है ऐसा भी नहीं है। तो अगली बार वाइन का ग्लास उठाने से पहले इस बात की पड़ताल करना अच्छा आइडिया है कि वाइन ग्लूटन फ्री है या नहीं।
अधिकांश वाइन को ग्लूटन मुक्त ही माना जाता है लेकिन किसी किसी वाइन में प्रोसेसिंग के दौरान थोड़ी मात्रा में ग्लूटेन वाइन में शामिल होना संभव है। इस लेख में हम चर्चा करने वाले हैं कि आपको यह सुनिश्चित करने के लिए यहां क्या देखना है कि आपको शून्य ग्लूटेन वाला गिलास मिल रहा है।
कैसे पता करें कि वाइन ग्लूटन मुक्त है?
वाइन स्वाभाविक रूप से ग्लूटन मुक्त होती है। ऐसे में संभावना है कि आपकी वाइन भी सामान्य तौर पर ग्लूटन मुक्त ही होगी। इस तथ्य से परे एक वास्तविकता और भी है कि कुछ वाइन उत्पादक वाइन की प्रसंस्करण प्रक्रियाओं के दौरान ऐसे तत्वों का उपयोग करते हैं जो बोतलबंद वाइन यानी अंतिम उत्पाद जो आप तक पहुंचता है उसे ग्लूटन युक्त बना सकते हैं। अब सवाल यह है कि आप कैसे बता सकते हैं कि आपकी शराब पूरी तरह से लस मुक्त है? यह थोड़ा मुश्किल हो सकता है वो भी तब जब आप किसी ऐसे देश में रह रहे हैं जहां पर बोतल में हर उत्पाद के का विवरण देना जरुरी ना हो। अगर आप ऐसी जगह हैं जहां पर ग्लूटन होने पर लेबल में ग्लूटन फ्री लिखना आवश्यक है तो सबसे पहले 'ग्लूटेन-फ्री' लेबल की तलाश कीजिए। या फिर आप निर्मात की हेल्पलाइन पर ये जानकारी पाने की कोशिश कर सकते हैं।
वाइन में ग्लूटेन कैसे आ सकता है?
ग्लूटेन एक प्रोटीन है जो गेहूं (और कुछ अन्य अनाज) में पाया जाता है जो भोजन को अपना आकार बनाए रखने में मदद करता है। आम तौर पर वाइन बनाने के लिए अंगूर, अन्य जामुन, या फल का इस्तेमाल होता है। ये सभी स्वाभाविक रूप से ग्लूटन मुक्त सामग्री होती है। लेकिन वाइन मेकिंग की प्रक्रिया के कुछ चरणों के दौरान क्रॉस-संदूषण के माध्यम से ग्लूटेन की उपस्थिति संभव है।
वाइन मेकिंग के शुरुआती चरणों में आम तौर पर किसी भी ग्लूटेन उत्पादों के साथ संपर्क शामिल नहीं होता है। यह इसलिए भी पूरी तरह सत्य है कि अगर छोटी सी मात्रा में भी ग्लूटेन इन प्रक्रियाओं में बचा रह जाता है तो फर्मेंटेशन की प्रक्रिया उसे समाप्त कर देती है। गौरतलब है कि फर्मेटेशन या किण्वन तब होता है जब इस प्रक्रिया में मौजूद यीस्ट (खमीर) चीनी को शराब में बदल देता है। इसलिए शुरुआत चरणों में इसका मिलना असंभव है। हालांकि बाद की प्रक्रियाओं में इसका मिलना संभव है या फिर प्रोसेसिंग प्रक्रिया के तहत इसे शामिल किया जाता है।
ग्लूटेन को फाइनिंग एजेंट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है
वाइन की फाइनिंग एक बेहतरीन उत्पाद बनाने के लिए बहुत जरुरी है। फाइनिंग के दौरान शराब से कोलोइड्स नामक अवांछित पदार्थों को हटा दिया जाता है। इससे वाइन की शेल्फ लाइफ भी बढ़ जाती हैष क्योंकि आपने ओल्ड वाइन वाली कहावत तो सुनी ही होगी।
फाइनिंग की इस प्रक्रिया के दौरान क्रॉस-कंटैमिनेशन की एक संभावना बनी रहती है। वैसे तो ज्यादातर समय, वाइनमेकर फाइनिंग करते समय ग्लूटेन-मुक्त वस्तुओं (जैसे अंडे का सफेद भाग, दूध प्रोटीन, या मछली प्रोटीन) का उपयोग करते हैं, लेकिन तकनीकी रूप से ग्लूटेन का उपयोग भी किया जा सकता है।
वैसे ज्यादातर वाइन निर्माता ग्लूटन से बचते हैं क्योंकि ग्लूटेन बोतल के नीचे तलछट या अपनी उपस्थिति के निशान छोड़ सकता है। इसके अलावा, भले ही ग्लूटेन का उपयोग फाइनिंग के लिए किया जाता है, शोध से पता चलता है कि चाहे जितना भी कम ग्लूटन का इस्तेमाल किया गया हो उसके बचे होने के सबूत रह जाते हैं। ये सबूत भी इतनी मात्रा में होते है जो वाइन के लिए निर्धारित सीमा से अधिक हो सकते हैं। यहां कि अगर ग्लूटन आधारित एजेंट को बोतल के सीलेंट के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है तो भी इसके अवशेष वाइन में पता लग सकते हैं।
वाइन की एजिंग के समय भी ग्लूटन के क्रॉस कंटैमिनेशन की भी आशंका बनी रहती है। वह तब होता है जब शराब बैरल, स्टेनलेस स्टील या सिरेमिक टैंक, या बड़े लकड़ी के अंडाकारों पीपों में संग्रहीत होती है ताकि ऑक्सीजन को समय के साथ उसमें प्रवेश करने की अनुमति मिल सके। शराब के भंडारण की एक पुरानी विधि में गेहूं के पेस्ट के साथ सील किए गए ओक बैरल का उपयोग करना शामिल है। गेहूं में ग्लूटन अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
अधिकांश वाइनरी इन दिनों पैराफिन मोम का उपयोग सीलेंट के रूप में करते हैं, जो स्वाभाविक रूप से ग्लूटन मुक्त है। वे स्टेनलेस स्टील बैरल का भी उपयोग कर सकते हैं जिन्हें सीलेंट की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि उस विधि से कंटैमिनेशन का जोखिम कम है, फिर भी इसके ना होने की संभावना से पूरी तरह इनकार नहीं किया जा सकता है।
ग्लूटन मुक्त वाइन कैसे चुने
यदि आप पूरी तरह से ग्लूटन मुक्त शराब की तलाश में हैं, तो आत्मविश्वास के साथ खरीदारी करने के कुछ तरीके हैं।
- 'ग्लूटेन-मुक्त' लेबल या प्रमाणन चिह्न देखें।
- यदि यह संभव नहीं है तो आपको निर्माता की हेल्पलाइन पर बात करनी चाहिए।
- बात करते समय आप
- वाइन के बनने की प्रक्रिया पर बात करें
- उसके रिफाइनिंग एजेंट के बारे में सवाल पूछें
- यह भी पूछें कि एजिंग के लिए किस तरह के कंटेनर और एजेंट का प्रयोग किया गया है।
- यह भी पता करें कि सीलेंट या भंडारण कैसे किया गया है।