लेसिक लेजर का खर्च - Lasic Lazer Ka Kharch!
जब आपकी दृष्टि कमजोर पड़ जाती है तो डॉक्टर आपको चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस निर्धारित करता है जो शायद हर किसी को पसंद नहीं आता है. ऐसे में हम दुसरे विकल्प की तरफ देखते है जिसमे हमें सर्जरी का सहारा लेना पड़ता है. वर्तमान समय में लेजर तकनीक से होने वाली सर्जरी बहुत उन्नत हो गयी है.
इसकी सहायता से बिना किसी ज्यादा जोखिम के आप दृष्टि के समस्या से निजात पा सकते हैं. इस लेख में आपको लेज़र तकनीक सर्जरी के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी. लेसिक लेजर या कॉर्नियोरिफ्रेक्टिव सर्जरी कॉन्टैक्ट लेंस हटाने के लिए दो तकनीक है. इससे जिन दोषों में चश्मा हटाया जा सकता है. आइए इस लेख के माध्यम से हम लेसिक लेजर सर्जरी में होने वाले अनुमानित खर्च को जानें ताकि लोगों को इस संदर्भ परेशानी का सामना न करना पड़े.
लेसिक लेजर सर्जरी 3 प्रकार के होते है
- सिंपल लेसिक लेजर
- ई-लेसिक या इपि-लेसिक लेजर
- सी-लेसिक या कस्टमाइज्ड लेसिक लेजर
लेसिक लेजर का खर्च - Lasic Lazer Ka Kharch in Hindi
- सिंपल लेसिक लेजर सर्जरी: - इस सर्जिकल प्रक्रिया में आँखों में लोकल एनेस्थीसिया डाला जाता है. इसके बाद लेजर से फ्लैप बनाया जाता हैं. इसके कट निरंतर कॉर्नियो को री-शेप करता रहता है. इस पूरे प्रक्रिया में लगभग 20-25 मिनट लगते हैं.
- ई-लेसिक या इपि-लेसिक लेजर सर्जरी: - यह तकनीक लगभग सिंपल लेसिक जैसा ही होता है. इसमें केवल एक ही फर्क होता है इसमें इस्तेमाल होने वाला मशीन ज्यादा एडवांस होता हैं.
- सी-लेसिक: कस्टमाइज्ड लेसिक लेजर सर्जरी: - यह एक बहुत ही आसान प्रक्रिया है और इसके परिबाम बहुत बेहतर होते हैं. ओवर या अंडर करेक्शन नहीं होती और नतीजा सटीक होता है. मरीज को अस्पताल में भर्ती रखने की जरूरत नहीं होती. साइड इफेक्ट्स काफी कम होते हैं. महंगा प्रोसेस है यह. दोनों आंखों के ऑपरेशन पर 40 हजार तक खर्च आता है. कुछ अस्पताल इससे ज्यादा भी वसूल लेते हैं. आंख लाल होने, खुजली होने, एक की बजाय दो दिखने जैसी प्रॉब्लम आ सकती हैं, जो आसानी से ठीक हो जाती हैं.
कितना खर्च
लेसिक लेजर सर्जरी के दौरान पुतली (कॉर्निया) को पुन: नए सिरे से आकार दिया जाता है. इसके परिणामस्वरूप मरीज चश्मा पहने बगैर स्पष्ट देख सकता है. आज ब्लेडलेस लेसिक सर्जरी की मदद से लेजर के द्वारा यह विधि क ी जाती है. इस कारण यह विधि सटीक और लगभग त्रुटि रहित है. आमतौर पर यह सर्जरी 15,000 से 90,000 रुपये में करायी जा सकती है, हालांकि इसकी कीमत लेसिक सर्जरी के तरीके पर निर्भर करती है.
लेसिक सर्जरी से मरीज लगभग 1 दिन बाद या कुछ घंटों बाद ही मनचाहा परिणाम प्राप्त कर सकता है. यह प्रक्रिया बहुत जल्दी खत्म हो जाती है और इसमें किसी टांके व पट्टी का प्रयोग नहीं होता. इसके अतिरिक्त यह एक पीड़ाहीन विधि है. दोनों आंखों का खर्च औसतन 30-40 हजार रुपये आता है. हालांकि कुछ प्राइवेट अस्पताल इससे ज्यादा भी लेते हैं. सरकारी अस्पतालों में काफी कम खर्च में काम हो जाता है.
कहां होता है लेसिक लेजर
लेसिक लेजर सर्जरी तमाम बड़े प्राइवेट अस्पतालों और कुछ बड़े क्लिनिकों में भी हो सकता है. in सब के अलावा बड़े सरकारी अस्पतालों जैसे एम्स पीजीआई जैसे अस्पतालों में भी हो सकता है. इन जगहों पर इलाज बेहतर तरीकों के साथ रेट भी कम लगते हैं लेकिन लंबी लाइन होने की वजह से वेटिंग अक्सर ज्यादा होती है