लिवर में सूजन के उपचार - Liver Swelling Treatment in Hindi
लीवर को यकृत या जीगर भी बोलते हैं. लीवर हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण अंग है. यह हमारे शरीर का सबसे बड़ी ग्रंथि है जो हमारे शरीर में 500 से भी ज्यादा कार्य करते हैं. इसके मुख्य कार्य हैं भोजन पचाना, शरीर को ऊर्जा प्रदान करना, विषैले पदार्थ को शरीर से बाहर करना व रोगों से लड़ने के लिए शरीर को मजबूत बनाना. इसलिए यदि लीवर में कोई समस्या या संक्रमण या कोई बीमारी हो जाती है तो हमारे शरीर में अन्य और भी कई बीमारियाँ आने लगती है. इसलिए लीवर में किसी भी प्रकार का कोई समस्या हो तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए बल्कि तुरत चिकित्सक से जाँच कराकर उचित इलाज करानी चाहिए.
कभी-कभी गलत खान-पान के वजह से लीवर में निष्क्रियता आ जाती है और इसके कोशों में कमी आ जाती है. इस कारण से लीवर में सूजन आ जाता है. जिससे लीवर धीरे-धीरे शिकुड़कर छोटा व कठोर हो जाता है. इस बीमारी में शुरुआती अवस्था में मरीज को अपच, उबकाई व वमन की शिकायत होती है. शरीर का वजन भी कम होने लगता है व भूख भी नहीं लगती है. पेट में दर्द भी हो सकता है. यदि रोग के शुरुआत में ही इसका उचित परहेज व इलाज नहीं किया जाये तो शरीर के त्वचा में पीलापन आ जाता है. हल्का बुखार भी आ सकता है व पेट की नसें फूल भी सकती हैं. रोग के इस बढ़े हुये अवस्था का इलाज न कराने पर रोगी की मृत्यु भी हो सकती है. अतः लीवर में सूजन के बीमारी का कोई भी लक्षण दिखने पर तुरत इलाज करानी चाहिए. लीवर या जीगर में सूजन के इलाज को ही लीवर स्वेलिंग ट्रीटमेंट कहते हैं.
जीगर या लीवर के सूजन के कारण - Liver Swelling Reason in Hindi
लीवर में सूजन के बीमारी का मुख्य कारण गलत खान-पान ही है. जिसमें से मुख्य कारण भोजन को बिना अच्छी तरह चबाए निगल जाना, फास्ट फूड, अधिक मात्रा में तेल, मिर्च, मसाला व चटपटी चीजों का खाना ही है. रात्रि में भोजन के बाद अधिक देर तक जगकर काम करने से भी लीवर में सूजन आ सकती है. किसी भी कारण से पाचन क्रिया खराब होने से लीवर में सूजन आ सकती है.
लीवर सूजन के लक्षण - Liver Swelling Symptoms in Hindi
लीवर सूजन के बीमारी होने पर शरीर में कई लक्षण दिखाई पड़ सकते हैं. इसमें पेट में सूजन आ जाती है तथा लीवर बड़ा हो जाता है. शरीर में थकावट भी आ सकती है. छाती में जलन व भारीपन होने के साथ-साथ पेट में गैस बनने के समस्या भी हो सकती है. शरीर में आलसपन व कमजोरी भी हो सकती है. इस बीमारी में मुँह का स्वाद खराब भी हो सकता है.
लीवर सूजन का इलाज (लीवर स्वेलिंग ट्रीटमेंट) - Treatment of Liver Swelling in Hindi
चूँकि लीवर सूजन का मुख्य कारण गलत खान-पान है अतः इससे बचने के लिए गलत खान-पान को त्यागना चाहिए. पर यदि बीमारी हो जाए तो इसे नजरअंदाज न करके शुरुआती में ही उचित इलाज करानी चाहिए. यहाँ हम लीवर सूजन के इलाज से संबंधित कुछ घरेलू नुस्खे की चर्चा करते हैं:
- गाजर, पालक व खीरा का रस
गाजर का रस एक छोटा गिलास भर व पालक का रस एक चाय के कप भर लेकर इसे अच्छी तरह मिलाकर इसमें नमक व काली मिर्च डालकर इसे दिन में 2 बार करके सप्ताह में 3 दिन पीना चाहिए. इसी प्रकार गाजर व खीरा का रस मिलाकर इसे दिन में 2 बार करके सप्ताह में 4 दिन पीना चाहिए. शाम में इन रसों को सूर्यास्त से पहले ही पीना चाहिए. इन रसों का सेवन लीवर के सूजन में फायदेमंद होता है. - आंवला
सूखे आंवला 4 ग्राम या आंवला का रस 25 ग्राम लेकर इसे एक छोटे गिलास पानी में अच्छी तरह मिलाकर दिन में 4 बार सेवन करने से जीगर का सूजन ठीक हो जाता है. - नींबू
नींबू के चार टुकड़े करके इसके बीज निकालकर हरेक टुकड़े में क्रमशः काली मिर्च का चूर्ण, काला नमक का चूर्ण, सौंठ का चूर्ण व मिश्री का चूर्ण भर लेना चाहिए. इन चारों टुकड़े को एक चीनीमिट्टी, काँच या पत्थर के प्लेट में रखकर ऊपर से दूसरे चीनीमिट्टी, काँच या पत्थर के प्लेट से ढककर मंद आंच में थोड़ा देर गर्म करना चाहिए. यहाँ ध्यान रखना चाहिए कि दोनों प्लेट चीनीमिट्टी, काँच या पत्थर का ही होना चाहिए व किसी धातु का नहीं होना चाहिए. 8 घंटे बाद पुनः नींबू के इन चारों टुकड़े को इसी तरह मंद आंच में कुछ देर गर्म करना चाहिए. फिर थोड़ा देर रुककर नींबू के इन टुकड़े को चूसना चाहिए. इस विधि से दिन में 2 बार नींबू चूसना चाहिए. जीगर के सूजन में यह नुस्खा बहुत ही प्रभावशाली है. - पपीते का बीज व नींबू
पपीते के बीज को सुखाकर बारीक चूर्ण बनाकर रख लेना चाहिए. फिर एक चम्मच इस चूर्ण में आधा नींबू का रस मिलाकर सेवन करना चाहिए. इसका सेवन जीगर के सूजन में लाभकारी होता है.