Get the App
For Doctors
Login/Sign-up
Last Updated: Sep 21, 2020
BookMark
Report
सोरियोसिस और आयुर्वेद चिकित्सा
Dr. Motilal SharmaAyurvedic Doctor • 13 Years Exp.BAMS, CERTIFICATE COURSE IN KSHAR-SUTRA SURGERY , National Academy of Ayurveda, New Delhi
Psoriasis जिसे आयुर्वेद में छाल-रोग कहते हैं जिसमें रोगी की त्वचा रूखी हो जाती हैं तथा त्वचा छाल की तरह हो जाती हैं
- आयुर्वेद में बहुत सें ऐसे क्षुद्र रोग हैं जिन्हे आधुनिक चिकित्सा पद्धति में psoriasis कहा जाता हैं लेकिन आयुर्वेद में उन्हे विशिष्ट लक्षणो के आधार पर विभेदात्मक नाम से जाना जाता हैं और उन सभी की चिकित्सा भी भिन्न होती हैं
- आयुर्वेद एक ऐसी चिकित्सा पद्धति हैं जिसमें जीर्ण से जीर्ण त्वचा रोग का ईलाज संभव हैं
- अगर कोई रोगी जो किसी भी प्रकार के त्वचा रोग से पीडित है,विभिन्न प्रकार के treatment के बाद भी वो उस रोग से मुक्त ना हो पा रहा हो तो एक बार आयुर्वेद की शरण में जरूर आयें
आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति अपने प्रयोजन के आधार पर उस रोगी को रोग मुक्त करके उचित स्वास्थ्य प्रदान करने में सक्षम हैं-
- सोरियोसिस,
- पामा,
- रकसा,
- विसर्प,
- शीतपित्त
- उदर्द
- अंरूषिका
- व्यंग
- कील-मुहांसे
- सफेद दाग
- अन्य कोई भी रोग