माइग्रेन से हैं परेशान, आपकी परेशानी दूर करेगा बादाम
हमारे बदलते लाइफस्टाइल के साथ कई बीमारियां ऐसी हैं जो बेहद आम हो चुकी हैं। बात खाने पीने की हो या भरपूर नींद लेने के बजाय देर रात तक पार्टी करने की ।कई वजह ऐसी हैं जो हमारे स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर रही हैं। ऐसे में ब्लड प्रेशर,डायबिटीज़, थायरायड औऱ ना जाने कितनी बीमारियों ने हमारे शरीर में घर बना लिया है। ऐसी ही बीमारियों में से एक है माइग्रेन का दर्द। हमारे आस पास के लोगों को ये शिकायत करत सुना है कि उन्हें माइग्रेन की समस्या है। माइग्रेन से पीड़ित लोग कई डॉक्टरों के चक्कर काटने औऱ ढेर सारी गोलियां खाने के बाद भी इससे छुटकारा नहीं पाते। यही नहीं दर्द की गोलियां खा खाकर उनके साइड इफेक्ट भी उनके लिए परेशानियां खड़ी करने लगते हैं। ऐसे में अगर आपको कोई ऐसी प्राकृतिक चीज़ मिल जाए जिसे खाकर आप माइग्रेन को नियंत्रित कर सकते हैं तो शायद इससे अच्छी बात हो ही नहीं सकती। ऐसी ही एक चीज़ है बादाम।अगर आप नियमित रूप से बादाम का सेवन करते हैं तो माइग्रेन के दर्द से दूरी बना सकते हैं।
माइग्रेन के लक्षण
माइग्रेन के दर्द में पीड़ित व्यक्ति को आधे सिर में तेज़ दर्द, जी मिचलाना, उल्टी और रोशनी के प्रति संवेदनशीलता जैसे लक्षण होते हैं।दरअसल माइग्रेन एक ऐसा रोग है जो न्यूरोलॉजिकल होता है। इसमें लगातार सिर में तेज़ दर्द होता है। ये दर्द कई घंटों तक बना रहता है। कई बार लतो ये दो तीन तक भी हो सकता है। माइग्रेन किसी प्रकार की एलर्जी के कारण भी होने की आशँका होती है ।ज्यादा पुराना होने पर दर्द निवारक दवाएं भी असर करना बंद कर देती हैं।ऐसे में प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाना ही उचित रास्ता हो सकता है।
क्या हैं बादाम के फायदे
पुराने ज़माने से ही बादाम खाने को तेज़ दिमाग से जोड़करल देखा जाता रहा है। इन्हें याद्दाश्त बढ़ाने का स्त्रोत माना जाता है। बादाम में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो आपके शरीर को फायदा पहुंचाते हैं। स्वस्थ वसा और विटामिन ई से भरपूर होने के अलावा इनमें प्रोटीन, पोटेशियम, जिंक, मैग्नीशियम, आयरन और फाइबर काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम को दर्द निवारक के तौर पर देखा जाता है। यही मैग्नीशियम माइग्रेन के दर्द को रोकता है। जानकारों का मानना है कि रोज़ाना 10 बादाम खाने से माइग्रेन के रोगियों को लाभ होता है। माना जाता है कि माइग्रेन में बादाम के तेल से सिर की मालिश करने पर भी काफी आराम मिल सकता है। अगर व्यक्ति अपनी डाइट में लगभग 500 मिलीग्राम मैग्नीशियम लेता है तो माइग्रेन के दर्द को प्रभावी ढंग से दूर करने में मदद मिल सकती है।
क्यों होता है माइग्रेन
विशेषज्ञ बताते हैं कि जो लोग माइग्रेन का अनुभव करते हैं, उनमें सामान्य लोगों की तुलना में मैग्नीशियम का स्तर बहुत कम होता है ।यही कारण है कि वे माइग्रेन की रोकथाम के लिए हर दिन 400 से 500 मिलीग्राम मैग्नीशियम ऑक्साइड के पूरक लेने के सुझाव देते हैं।
एक औंस बादाम खाने से हमारे शरीर को लगभग 80 मिलीग्राम मैग्नीशियम मिलता है। ये खनिज आपकी नसों की उत्तेजना को कम करने और मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है। मैग्नीशियम का काम यहीं खत्म नहीं होता।ये बेहतर नींद सहित कई अन्य स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यहां पर नींद की बात इसलिए करना ज़रूरी है क्योंकि कई बार नींद की कमी से लोगों में माइग्रेन का दर्द शुरु हो सकता है। ऐसे में शरीर में मैग्नीशियम का उचित स्तर इस दर्द को आपसे दूर रख सकता है।
मैग्नीशियम के अलावा बादाम में विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन) भी होता है। कई शोधों में ये पता चला है कि यह विटामिन माइग्रेन के सिरदर्द की आवृत्ति को कम कर सकता है।
नियमित सेवन है ज़रूरी
ऐसा नहीं है कि आपने एक हफ्ते बादाम खाए और फिर ये उम्मीद कर बैठे कि अब आप माइग्रेन से छुटकारा पा लेंगे। अगर आपको अच्छे परिणाम चाहिए तो नियमबद्ध तरीके से इनका सेवन जारी रखें। रोजाना बादाम खाने से आपकी सेहत पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।इससे आपको नियमित रूप से होने वाला सिरदर्द कम गंभीर हो सकता है और बार-बार सेवन से धीरे-धीरे गायब हो सकता है।
कैसे करें सेवन
बादाम का सेवन आप कई तरीकों से कर सकते हैं।आप बादाम भिगोकर रोज़ाना खाली पेट इन्हें चबाकर खा सकते हैं।इसके अलावा आप व्यावसायिक रूप से तैयार आमंड बटर इस्तेमाल कर सकते हैं। बादाम का मक्खन पीनट बटर का एक स्वस्थ विकल्प है। इसके अलावा आप घर में ही ताज़ा आमंड मिल्क यानी बादाम का दूध बना सकते हैं।आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसे तरीकों के बारे में जिन पर अमल कर के आप बादाम के औषधीय गुणों का लाभ ले सकते हैं।
काली मिर्च और बादाम का दूध
इसे बनाने के लिए करीब 7 से 8 बादाम ले लें।इनम्हें रात भर के लिए पानी में भिगो दें। जब ये अच्छी तरह भीग जाएं तो सुबह इन्हें छील लें।अब छिले हुए बादामों को बारीक पीस लें। इनमें चार से पांच काली मिर्च भी मिलाकर पीस लें। अब इस पेस्ट को एक ग्लीस दूध में अच्छी तरह घोल लें औऱ फिर इसे उबाल लें। अब इसमें अपने स्वाद के अनुसार चीनीमिला लें और थोड़ा ठंडा होने पर इसे पी लें। नियमित रूप से इसका सेवन करने से आपके माइग्रेन में काफी राहत मिल सकती है।
सर्दियों में बनाए रखेगा गर्माहट
माइग्रेन को रोगियों को अकसर ज्यादा ठंड से भी दर्द ट्रिगर होता है। ऐसे में शरीर का तापमान बनाए रखान उनकी बीमारी को दूर रख सकता है। इसके लिए आप बादाम वाला दूध पिएंगे तो काफी लाभ होगा। बादाम का दूध बनाने के लिए 8-10 बादाम रात भर भिगो लें औऱ सुबह उनका छिलका उतार कर पीस लें फिर इउन्हें दूध में उबालकर इसका सेवन करें। रोज़ सुबह खाली पेट इसे पीने से माइग्रेन का दर्द गायब हो जाएगा।
बादाम का तेल भी है लाभकारी
बादाम खाने से ही नहीं लगाने से भी आपको बहुत लाभ हो सकता है। इसके लिए आपको बादाम के तेल की ज़रूरत होगी। बादाम का तेल जिसे रोगन बादामन भी कहा जाता है आसानी से बाज़ार में मिल जाता है। इसे उपयोग करने के लिए आपको अपनी नाक के छेदों में रोज़ाना दो बूंद बादाम का तेल डालना होगा। तेल डालने के बाद करीब पांच मिनट तक उसी मुंद्रा में लेटे रहना होगा जिससे तेल नाक के भीतरी हिस्से तक पहुंच जाए औऱ अपना असर दिखा पाए।
दूसरा तरीका ये है कि बादाम के तेल की दो बूंदें एख गिलास दूध में मिला लें। इसे नियमित रूप से खाली पेट पिएं। लगातार इसका सेवन करने से से माइग्रेन के दर्द से आपको काफी राहत मिल सकती है।साथ ही आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
जानकार मानते है कि ये तेल बेहद लाभकारी होता है और किसी भी आयु के लोग इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। बच्चों की हड्डियां मज़बूत करने के लिए बादाम तेल के मालिश की सलाह दी जाती।इसके अलावा बाल झड़ने और आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए भी बेहद कारगर माना जाता है।
घर में बनाएं बादाम का मक्खन
बादाम का सेवन आप आमंड बटर के रूप में करना चाहते हैं तो इसे घर में आसानी से बनाया जा सकता है।इसके लिए आपको करीब 2 कप बादाम लेने है और एक टेबलस्पून नारियल का तेल ।सबसे पहले बादाम को धीमी आंच पर 5 मिनट तक रोस्ट कर लें।
फिर इसे पूरी तरह ठंडा हो जाने दें। ठंडा होने के बाद इसे मिक्सर में दरदरा पीस लें।
फिर इसमें नारियल का तेल मिलाकर 10- मिनट तक पीसना है। बारीक हो जाने पर एक मिनट के लिए मिक्सी बंद कर दैं औऱ फिर पां मिनट तक और पीस लें।र करीब 1 मिनट तक इसे ऐसे हीछोड़ दें और वापस वहीं प्रक्रिया दोहराएं। अब आफका बादाम वाला मक्खन तैयार है। इसे किसी कांच के जार में भर लें और फ्रिज में रखकर इस्तेमाल करें।