आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में लोगों के पास खुद पर ध्यान देने का समय ही नहीं बचता। ऐसे में सही समय पर सही आहार ना लेना, शरीर को चुस्त बनाए रखने के लिए व्यायाम का समय ना मिलना और नींद के लिए पर्याप्त वक्त ना होना एक आम समस्या है। ऐसी जीवनशैली हमारे लिए कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं ले कर आती है। कई तरह के रोग हमें आसानी से घेर सकते हैं।
ऐसी ही एक आम समस्या होती है मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन या खिंचाव की।वैसे तो यह समस्या शरीर के किसी भी हिस्से में प्रभावित कर सकती है।पर लम्बे समय तक क्म्प्यूटर पर काम करने, गलत मुद्रा में बैठने या अधिक मोबाइल का इस्तेमाल करने अकसप कंधे ,गर्दान और पीठ में दर्द की शिकायत आम है। ऐसे में जीवनशैली में बदलाव की सलाह दी जाती है पर तुरंत राहत के लिए आपको दर्द निवारक दवाओं का सहारा लेना पड़ता है।
ये दर्द निवारक दवाएं कई साइड इफेक्ट्स के साथ आती हैं। ऐसे में अगर इन दवाओं की जगह प्राकृतिक मसल रिलैक्सेंट का सहारा लिया जाए तो आप खुद को दवाओं से होने वाले नुक्सान से बचा सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि हम मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द को प्राकृतिक तरीके से कैसे दूर कर सकते हैं।
कैमोमाइल
कैमोमाइल एक ऐसी औषधि है जो एंटी-इंफ्लेमेटरी फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होती है।इसके अंदर छेरों ऐसे गुण होते हैं जो नींद ना आने की समस्या, मांसपेशियों में ऐंठन, मासिक धर्म में ऐंठन, हे फीवर, सर्दी और फ्लू सहित कई बीमारियों का उपचार करने के लिए इस्तेमाल की जाती है।
कैमोमाइल एसेंशियल ऑयल की मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और मांसपेशियों को ऐंठन से राहत मिलती है। इसके गुणों का लाभ लेने के लिए लोग इसकी चाय भी पीते हैं। कैमोमाइल की चाय में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीस्पास्मोडिक गुण मासिक धर्म में ऐंठन को कम करने में भी मदद करते हैं।
चेरी का रस
चेरी का इस्तेमाल हम अकसर सजावट और बेकिंग के लिए करते हैं पर यह औषधीय गुणों का भंजार होती है। चेरी एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती है और इसमें सूजन कम करने के गुण भी होते हैं। चेरी के सेवन से मांसपेशियों को आराम मिलता है और दर्द में भी कमी आती है। चेरी के रस का इस्तेमाल खिलाड़ियों की मांसपेशियों में आने वाली मोच और चोटों से राहत दिलाने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा चेरी का रस मांसपेशियों की क्षति को कम करने में मदद करता है और तेजी से ठीक होने में सहायता करता है ।
ब्लूबेरी
ब्लूबेरी में भी हमारे स्वास्थ्य के बोहतर बनाने के अनेक गुण होते हैं। दरअसल ये एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी पॉलीफेनोल्स से भरपूर होती हैं।यही कारण हैं कि ये मांसपेशियों को आराम देने और व्यायाम के बाद रिकवरी को बढ़ावा देने में मददगार होती हैं। ब्लूबेरी का सेवन करने से सूजन को कम करने में भी मदद मिल सकती है ।
जानकार मानते हैं कि वर्कआउट से पहले और बाद में ब्लूबेरी स्मूदी पीने से मांसपेशियों की क्षति को तेजी से ठीक होने में मदद मिल सकती है।विशेषज्ञों का कहना है कि ऑस्टियोपोरोसिस से जुड़ी पुरानी मांसपेशियों के दर्द और सूजन को कम करने में ब्लूबेरी बहुत कारगर होती है। इतना ही नहीं ये अधिक आयु वाले लोगों की गतिशीलता भी बढ़ा सकती है।
अनार का रस
अनार का रस एक नहीं कई बीमारियों का इलाज है। इसके सेवन से ना सिर्फ खून बढ़ता है बल्कि मांसपेशियों का दर्द भी दूर किया जा सकता है।शोध बताते हैं कि अनार का रस पीने से मांसपेशियों की क्षति कम होती है और रिकवरी में मदद मिलती है । इतना ही नहीं इससे मांसपेशियों की ताकत भी बढ़ती है और दर्द में लाभ होता है।
पुदीना
पुदीना प्राचीन समय से ही कई आयुर्वेदिक दवाओं में प्रयोग में लाया जाता रहा है।इसमें मौजूद एनाल्जेसिक गुणों के कारण इसका व्यापक रूप से कई दर्द निवारक दवाओं में उपयोग किया जाता है। पुदीने में एंटीस्पास्मोडिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं जो संकुचन के दौरान आपकी मांसपेशियों को आराम देने में मदद करते हैं । पेपरमिंट के अर्क का सेवन करने से दर्द से राहत मिल सकती है । इसके अलावा मोच या मांसपेशियों में आने वाली चोट पर पेपरमिंट ऑयल से मसाज भी की जा सकती है।ऐसा करने से दर्द से राहत मिलती है और मांसपेशियों को आराम मिलता है ।
रोज़मेरी
रोज़मेरी जड़ी बूटी मांसपेशियों को आराम देने और जोड़ों के दर्द को ठीक करने में मदद करती है। इसके इस्तेमाल से पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन को भी दूर किया जा सकता है। रोज़मेरी के पत्तों को गर्म पानी में भिगोकर उससे नहाने से मांसपेशियों को राहत मिलती है।इसके अलावा इसके एसेंशियल ऑयल का उपयोग कर शरीर के दर्द और गले की मांसपेशियों को आराम पहुंचाया जा सकता है।आपको इस तेल की मालिश करने से भी लाभ मिलेगा।
लैवेंडर
लैवेंडर का एसेंशियल ऑयल भी कई रोगों के इलाज में कारगर होता है। एरोमाथेरेपी में इस तेल का उपयोग कर शरीर और मन को शांति और आराम मिलता है। मांसपेशियों की परेशानी को दूर करने के लिए भी लैवेंडर एसेंशियल ऑयल बहुत प्रभावशाली है। इसे इस्तेमाल से गले की मांसपेशियों, घुटने के दर्द और मासिक धर्म में ऐंठन के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। लैवेंडर ऑयल की मालिश से रक्त परिसंचरण बढ़ता है और मांसपेशियों के दर्द में कमी आती है।
मैग्नीशियम
मैग्नीशियम की कमी से कई बार हमारी मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन की शिकायत हो सकती है। इसके अलावा किसा और कारण से मांसपेशी में दर्द और किंचाव आ गया हो तो भी मौग्नीय़िम का सेवन करने से उसमें आराम मिलता है। मैग्नीशिय का सेवन करने के लिए आप चाहें तो बाज़ार मैं मौजूद इसके सप्लीमेंट्स ले सकते हैं।
या फिर मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे बादाम, केला, ब्राउन राइस, पालक, और फलियों का सेवन भी कर सकते हैं। पीरियड्स के दर्द के दौरान भी मैग्नीशियम लेने से आराम मिल सकता है। मांसपेशियों में दर्द या खिचांव होने पर मैग्नीशियम से भरपूर एप्सम सॉल्ट को गर्म पानी में मिलाकर नहाने से आपकी मांसपेशियों को आराम मिलता है और दर्द से राहत भी मिल सकती है।