Orange Benefits and Side Effects in Hindi - संतरे के फायदे और नुकसान
रसदार और स्वादिष्ट फलों में संतरा प्रमुख है. इसमें विटामिन ए, बी और सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फास्फोरस, कोलिन और अन्य पोषक तत्व प्रमुखता से पाए जाते हैं. इसकी खुशबू भी मूड बनाने वाली होती है. संतरा में 170 से ज्यादा फाइटोकेमिकल्स और 60 से ज्यादा फ्लेवोनोइड्स भी मौजूद होते हैं. जो कि सुजन दूर करने के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट प्रभावों से भी भरपूर होते हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट रोगों का मुकाबला करते हैं और पोषण प्रदान करते हैं. इसके अलावा ये उम्र बढ़ने के प्रभावों का सामना भी करते हैं. स्वाद में खट्टा लगने वाले संतरा के फायदे और नुकसान निम्नलिखित हैं.
1. हृदय के लिए
ह्रदय के संतरे में एंटीऑक्सिडेंट, फोलेट और पोटेशियम की मौजूदगी होती है. एंटीऑक्सिडेंट्स विशेष रूप से विटामिन सी, संतरे में मौजूद हैं जो मुक्त कण से धमनियों की रक्षा करते हैं. ये कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीकरण को भी रोकते हैं. इसके अतिरिक्त संतरे में फाइटोकेमिकल्स भी होते हैं जो प्लेटलेट्स को एक साथ चिपकने से रोकने और शरीर के कोशिकाओं में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को ले जाने वाले रक्त वाहिकाओं को मजबूत करते हैं. हृदय स्वास्थ्य के लिए इसमें पाया जाने वाला पोटेशियम हृदय कार्य और मांसपेशी संकुचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
2. त्वचा के लिए
संतरे में पाया जाने वाला विटामिन सी का एंटीऑक्सिडेंट सूरज और पर्यावरण प्रदूषण के संपर्क से होने वाले त्वचा के नुकसान को रोकता है. ये कोलेजन के गठन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इससे त्वचा में लोच, सुधार और झुर्रियों को कम करने में सहायता मिलती है. संतरे में बीटा-कैरोटीन और विटामिन सी स्किन रिपेयर करने का काम करते हैं.
3. कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए
संतरे में पेक्टिन नाम का एक घुलनशील फाइबर भी पाया जाता है जो शरीर से कोलेस्ट्रॉल को समाप्त कर देता है. कोलेस्ट्रॉल ब्लड स्ट्रीम में अवशोषित हो न जाएँ इसके लिए इसमें फ्लैवोनोन हेस्पेरिडिन होते हैं. ये कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ-साथ रक्तचाप के स्तर को भी करते हैं.
4. प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए
संतरे में मौजूद विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए जरुरी है. विटामिन सी, बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने वाले श्वेत रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में वृद्धि करती है. इसके अलावा संतरे में बहुत सारे पॉलीफेनोल भी होते हैं जो वायरल संक्रमणों से बचाने का काम करते हैं. इसके अलावा, संतरे विटामिन ए, फोलेट और तांबे जैसे पोषक तत्व भी हैं जो प्रतिरक्षा को बढ़ाते हैं.
5. गठिया में लाभकारी
रोजाना 3-4 संतरे खाने से रुमेटाइड आर्थराइटिस के विकास के जोखिम को काफी हद तक कम करने में सहायक होते हैं. एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत होने के कारण, संतरे गठिया में काफी उपयोगी हैं. इसमें फ़िओनोट्रियेंट ज़ेक्सैंटीन और बीटा-क्रिप्टोक्साथिन, ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाते हैं जो सूजन का कारण बन सकते हैं.
6. किडनी के विकारों में
विटामिन सी, गुर्दा की स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है. जो कि मूत्र में साइट्रेट के स्तर को बढ़ाकर कैल्शियम ऑक्सलेट बनाकर गुर्दे की पथरी के विकास के खतरे को कम करता है. ये यूरिक एसिड और कैल्शियम ऑक्सलेट के क्रिस्टलीकरण को कम करके किडनी स्टोन के गठन को भी रोकने का काम करता है.
7. कैंसर में
कैंसर जैसी गंभीर बिमारी से लड़ने में भी संतरा महतवपूर्ण साबित होता है. ऐसा संतरे में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट यौगिकों की वजह से संभव हो पाता है. इसमें मौजूद हेस्पेरिडिन और नारीर्निनिन भी मुक्त कणों से लड़ते हैं. इसके अलावा इसमें मौजूद ज़ेक्सांथिन और कैरोटीनोइड भी विभिन्न प्रकार के कैंसर, विशेष रूप से प्रोस्टेट कैंसर से बचाव करते हैं. लिमोनोइड्स मुंह, स्तन, फेफड़े, त्वचा, पेट और बृहदान्त्र के कैंसर से मुकाबला कर सकता है.
8. आँखों के लिए
हमारे आँखों के लिए महत्वपूर्ण माना जाने वाला बीटा-कैरोटीन और विटामिन ए भी संतरे में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा इसमें अन्य कैरोटीनॉड्स भी मौजूद होते हैं जो कि विटामिन ए में परिवर्तित हो जाते हैं. कैरोटीनॉयड ल्यूटिन और ज़ेक्सैथिन पुरानी नेत्र रोगों से बचाने के लिए जाने जाते हैं. विटामिन सी और संतरे में पाए जाने वाले अन्य एंटीऑक्सीडेंट मोतियाबिंद के विकास के जोखिम को कम करते हैं.
9. वजन घटाने के लिए
ये वजन घटाने में भी काफी उपयोगी माना जाता है. क्योंकि इसमें उच्च फाइबर और विटामिन सी सामग्री वजन घटाने को प्रोत्साहित करती है. फाइबर आपको जल्दी से भूख नहीं लगने देता है और पूरे दिन कम खाने में मदद करता है जबकि विटामिन सी ग्लूकोज को ऊर्जा में परिवर्तित कर देती है. ये वसा को जलाने में सहायक है. इसमें पोषक तत्व भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है.
10. त्वचा की उम्र बढ़ने से रोके
संतरा उम्र को रोकने वाला फल माना जाता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट यौगिक प्रचुर मात्रा में पाया जता है. एंटीऑक्सीडेंट, मुक्त कणों से लड़ते हैं जो जल्दी बुढ़ापा और कई डिजेनरेशन बीमारियों का कारण बनाते हैं.
11. मधुमेह के लिए
शुगर में भी संतरा काफी सहायक साबित होता है. यदि आप नियमित रूप से संतरे का सेवन करें तो आपको शुगर में काफी लाभ मिलेगा. इससे आपके रक्त में शर्करा के स्तर को बहुत प्रभावी ढंग से संतुलित कर सकते हैं.
12. बालों के लिए
संतरा में आपके बालों और त्वचा के लिए आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं. दरअसल इसमें बालों को मजबूत करने वाले बायो-फ्लैनोयोइड के साथ विटामिन सी स्कॅल्प के संचालन में सहायता करता है. जो कि बदले में बालों के विकास को बढ़ावा देता है.
13. पाचन में सहायक
संतरा में फाइबर की प्रचुरता होती है. फाइबर आसानी से भोजन को पचाने में आपकी मदद करता है. इसके अलावा ये पाचन एंजाइम या रस को रिहा करने में मदद करता है जो. ये एंजाइम भोजन को प्रभावी तरीके से पचाने में मदद करते हैं.
14. माउथ फ्रेशनर के रूप में
संतरे से बनी चाय का उपयोग काफी समस्याओं का निदान करता है. इसका प्रयोग हम माउथ फ्रेशनर के रूप में भी किया जाता है. मौखिक स्वच्छता बनाए रखने में एक कप संतरे की चाय काफी लाभदायक साबित होती है.
संतरे का नुकसान
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संतरे का अधिक सेवन अधिक फाइबर सामग्री पाचन को प्रभावित कर सकता है जिससे पेट की ऐंठन और दस्त जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है.
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छोटे बच्चों को बड़ी मात्रा में मीठे संतरे के छिलके देना सुरक्षित नहीं है इससे पेट दर्द, बेहोशी या मृत्यु हो सकती है.
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जो लोग बीटा ब्लॉकर्स दवाईयों का सेवन कर रहे हैं वे बहुत अधिक संतरे का उपभोग ना करें.