पानी को शुद्ध करने के तरीके - Paani Ko Shudh Karne Ke Tarike!
पानी के बिना हममें से कोई भी जिंदा नहीं रह सकता है. कहा जाता है कि जल ही जीवन है. इसलिए जल को साफ करके पीना ज्यादा अच्छा रहेगा. इसलिए इस लेख के माध्यम से आइए पानी साफ करने के तरीकों को जानें.
1. पानी को आप शुद्ध करना चाहते हैं उसे एक पतीले में डालें: पतीले को चूल्हे पर रखें और आँच को तेज़ कर दें. जब पानी उबलेगा, तो उसमें मौजूद बैक्टीरिया मर जायेंगे, जिससे कि उस पानी को पी कर आपके बीमार होने की संभावना न के बराबर हो जायेगी. अगर आप जंगल या किसी ऐसे ही स्थान पर हैं और आप पानी को शुद्ध करना चाहते हैं, तो आप आग जला कर उस पर अपना पतीला रख सकते हैं. अगर आप के पास पतीला नहीं है, तो आप कोई ऐसा बर्तन ले सकते हैं जो अग्नि सुरक्षित हो, यानी कि आग में जले नहीं.
2. पानी को अच्छी तरह से उबालें: जब पानी में बुलबुले आने लगे, तो इसका मतलब है कि पानी उबलना शुरू हो गया है, पर पानी को तब तक गर्म करते रहें, जब तक वह तेज़ी से खौलने और उबलने न लगे. उसके बाद पानी के उबलने का समय गिनें. पानी को और 5-10 मिनटों के लिए गर्म करें और समुद्री स्तर से हर 300 मीटर ऊपर होने पर, करीब 5500 मीटर तक (जिसके बाद पानी को उबालना उतना असरदार नहीं होता), पानी को 1 मिनट के लिए और उबालें, ताकि उसमें मौजूद ज्यादा से ज्यादा बैक्टीरिया और कीटाणुओं का खत्मा हो जाये.
पानी को 1-3 मिनटों तक उबालने से वह प्रयाप्त रूप से शुद्ध हो जायेगा. ऐसा करने से बहुत सारी किस्म के कीटाणु मर जायेंगे. पानी को उबालने से कुछ रसायन भी पानी में से भाप बन कर निकल जायेंगे. हालाँकि, आपको यह बात ज्ञात रहे कि, पानी को उबालने से उसमें से ठोस तत्व, धातु और खनिज पदार्थ नहीं निकलते हैं. साथ ही आपको यह भी पता होना चाहिये कि पानी का उबालने का तापमान, ऊँचाई के बढ़ने पर कम होता रहता है. तो आप पानी को जितना ज्यादा, एक समुद्री तट पर शुद्ध कर पायेंगे, शायद उतना ज्यादा एक पहाड़ की चोटी पर नहीं. इसका समाधान यह है कि या तो आप पानी को लम्बे समय तक उबालें या फिर एक कुकर का इस्तेमाल करें.
3. पतीले को चूल्हे पर से उतारें: पतीले और पानी को इस्तेमाल करते वक़्त सावधान रहें, क्योंकि जैसे कि आप को पता ही है, पानी उबालने के बाद वह बहुत ज्यादा गर्म होगा.
4. पानी को थोड़ी देर के लिए छोड़ दें और उसे स्थिर होने दें: आप को यह करने की ज़रुरत नहीं है अगर आप ने एक नल का पानी उबाला है और आपको निश्चित तौर पता है कि उसमें कोई ठोस तत्व, खनिज पदार्थ या धातु नहीं है. अगर आप पानी को स्थिर होने देंगे, तो उसमे मौजूद कोई ठोस तत्व पानी में नीचे बैठ जायेंगे और फिर आप ऊपर का शुद्ध पानी पी सकते हैं.
हाल के दिनों में तेजी से हो रहे आद्योगिकरण के कारण पानी की मौजूदगी से ज्यादा महत्वपूर्ण पानी की गुणवत्ता और जल प्रदुषण है. इसी जरुरत को समझते हुए सभी देश पानी की गुणवत्ता के लिए एक मानक तय करते हैं. हालांकि कई शोधकर्तायों ने एक ऐसा पॉलीमर तैयार किया है, जो कि कुछ सेकंड में ही बहते पानी को प्रदूषण से मुक्त कर देता है..
5. शोधकर्ताओं ने पानी को प्रदुषण से मुक्त रखने के लिए साइक्लोडेक्सट्रिन नामक एक पदार्थ का उपयोग किया है. यह ठीक वैसा ही पदार्थ है, जो हवा को शुद्ध करने वाले एयर प्युरीफायर में इस्तेमाल किया जाता है. अमेरिका के ही एक शोधकर्ता द्वारा साइक्लोडेक्सट्रिन का संरंध्र रूप तैयार किया है. साइक्लोडेक्सट्रिन में इस्तेमाल किए जाने वाले एक्टिव कार्बन की तुलना में प्रदूषकों के अवशोषण की क्षमता कुछ मामलों में 200 गुना से भी ज्यादा देखी गयी है.
साइक्लोडेक्सटेरिन से बने पुराने पॉलिमरों की तुलना में एक्टिव कार्बन के सतही क्षेत्रफल तो ज्यादा होता है लेकिन जितनी मजबूती से साइक्लोडेक्सटेरिन प्रदूषकों को बांधकर रख पाता है, उतनी मजबूती सक्रिय कार्बन नहीं दिखा पाते है. शोधकर्ताओं का मानना है की साइक्लोडेक्सटेरिन से बने ज्यादा सतही क्षेत्रफल वाले पदार्थ का निर्माण किया है. इसके कुछ लाभ सक्रिय कार्बन के शामिल किए गए और कुछ निहित लाभ साइक्लोडेक्सटरिन में थे. ये पदार्थ बहते पानी से कुछ ही क्षणों में प्रदूषकों से मुक्त कर सकते है. साइक्लोडेक्सटेरिन वाले पॉलीमर का पुनरूत्पादन आसानी से और सस्ते तरीके से किया जा सकता है. इसका कई बार पुन: इस्तेमाल किया जा सकता है और इसके प्रदर्शन में कोई कमी भी नहीं आती.