Pair Me Sujan Ka Ilaj In Hindi - पैर में सूजन का इलाज
कई बार ऐसा होता है कि पैर की मोटाई सामान्य से ज्यादा हो जाती है इसे ही सामान्य भाषा में 'सूजन' कहा जाता है. ऐसा हमारे शरीर में कुछ उतकों में असामान्य रूप से द्रव इकट्ठा होने के कारण हो जाता है. ये द्रव त्वचा के निचले भाग में भी इकट्ठा हो सकता है. आमतौर पर यह टांगों में ही होता है. पैरों के सूजन, जिसको पीडल इडिमा कहा जाता है, एक सामान्य समस्या है. हालांकि इसमें अक्सर दर्द नहीं होता, लेकिन यह कई बार कष्टदायी हो सकता है और रोजाना की गतिविधियों में रुकावटें डाल सकता है. यह रक्त संचार प्रणाली, लिम्फ नोड्स, या गुर्दों से संबधित समस्याओं का संकेत हो सकता है. वृद्ध् या गर्भवती महिलाओं में यह समस्या काफी आम होती है. सूजन पैरों को हिलाने में कठिनाई पैदा कर सकती है, क्योंकि आपके पैर सुन पड़ जाते हैं. आइए इस लेख के माध्यम से पैरों में होने वाले सूजन को दूर करने के लिए कुछ उपाय जानें.
1. पैरों को हिलायें-डुलायें
शरीर का जो भाग सूजा हुआ है, उसे हिलाएं, जैसे कि टांगें. ऐसा करने से उनमें जमा हुआ रक्त वापस हृदय की तरफ जाने लगता है और इससे सूजन में आराम मिलता है.
2. प्रभावित हिस्से को ऊंचाई पर रखना
दिन में कुछ समय सूजन प्रभावित हिस्सें को ह्रदय (हार्ट) के स्तर से थोड़ी ऊंचाई वाले स्थान पर रखें. इसके साथ ही कुछ मामलों में सोते समय प्रभावित हिस्से को दिल से ऊंचाई पर रखना काफी मददगार होता है.
3. मसाज या मालिश
इसमें प्रभावित स्थान को दिल की तरफ जाने वाली रक्त की गति में सहलाना होता है, लेकिन इसे ज्यादा दबाव के साथ नहीं बल्कि आराम करना चाहिए. इसकी मदद से जमा हुए द्रव को उस जगह से हटाने में मदद मिलती है.
4. दबाव देना
जिस अंग में सूजन हो उसको दबाए रखने के लिए जुराब, मोजे, दस्ताने या स्लीव आदि पहनें. क्योंकि आम तौर पर इनको पहनने से सूजन कम होने में मदद मिलती है एवं ये सूजन को और आगे बढ़ने से रोकते हैं. इसके साथ ही साथ ये प्रभावित त्वचा के उतकों में द्रव को एकत्रित होने से रोकते हैं.
5. सावधानी
सूजन प्रभावित क्षेत्र को साफ, मॉइस्चराइज और किसी भी प्रकार की चोट से मुक्त रखें. क्योकिं सूखी और फटी त्वचा में पपड़ी और संक्रमण की ज्यादा संभावना रहती है. इसलिए अपने पैर में हमेशा सुरक्षात्मक चीजें पहनें रखें, खासकर जिस जगह पर सूजन है.
6. नमक का सेवन कम करें
जब भी आपके पैरों में सूजन की समस्या उत्पन्न हो तो आपको नामक का सेवन कम से कम करना चाहिए. इसका कारण ये है कि नमक द्रव के एकत्रित होने की गति को बढ़ाता है, और सूजन को बढ़ाता है.
7. नियमित रूप से व्यायाम करें
चलना और शारीरिक व्यायाम मांसपेशियों की पंप क्रिया में सुधार करती है और पैर की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है. एडिमा के मरीजों को सलाह दी जाती है कि खड़े होने की अवस्था के दौरान अपने शरीर के वजन को पैर के पंजों, एड़ियों तथा उंगलियों पर बराबर बदलते रहना चाहिए.
8. वजन कम करें
यदि आपका शरीर भारी है तो पैरों पर ज्यादा दबाव पड़ता है. इसलिए आपको शरीर का वजन कम करना चाहिए. जिससे कि पैरों शरीर का दबाव कम करता है, जिससे सूजन जैसी समस्याएं भी कम हो जाती हैं.
पैरों में सूजन होने पर ये न करें
अत्याधिक देर तक बैठे या खड़े ना रहें. यात्रा के दौरान खड़े होते रहें और थोड़ा बहुत चलते रहें. अत्याधिक तापमान से टांगों को बचाएं, जैसे बहुत गर्म पानी में नहाना आदि. ठंडे मौसम में गर्म कपड़े पहन कर रखें. मरीज को दिन में कई बार लेटना चाहिए. जब लेटे हों तब अपनी टांगों को हृदय से उपर रखें तथा घुटनों को हल्का मोड़ कर रखें.