Pear (Nashpati) Benefits and Side Effects in Hindi - नाशपाती के फायदे और नुकसान
नाशपाती की गिनती भी रसीले फलों में ही की जाती है. इसका इस्तेमाल भी प्राचीन काल से ही होता रहा है. इस फल में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा पाई जाती है. इसे उत्तरी अफ्रीका, पश्चिमी यूरोप और एशिया में सबसे पहले उगाया गया था. रोजेशी परिवार के इस फल को भारत में उत्तर प्रदेश, पंजाब और कश्मीर में उगाया जाता है.
प्राचीन काल से ही अंतर्राष्ट्रीय आहार का हिस्सा माना जाने वाले नाशपाती में मिनरल, विटामिन और आर्गेनिक कंपाउंड आदि पाया जाता है. इसके अतिरिक्त भी इसमें कई तरह के विटामिन जैसे कि विटामिन-सी, विटामिन के, बी-कॉम्प्लेक्स के साथ ही कई खनिज भी जैसे कि मैंगनीज, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फिनालिक कंपाउंड, फॉलेट, डाइटरी फाइबर, तांबा इत्यादि मौजूद होते हैं. नाशपाती के लाभ और हानि निम्लिखित हैं.
कैंसर की रोकथाम
- नाशपाती में कोलन, मलाशय, स्तन, प्रोस्टेट और फेफड़े के कैंसर को नष्ट करने की क्षमता होती है.
- इसके लिए इसमें एंटी कैसरोजेनिक गुण मौजूद होते हैं.
- नाशपाती में हाइड्रोऑक्सीनॉमिक एसिड भी होता है जो पेट के कैंसर को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
- नाशपाती में मौजूद फाइबर पेट के कैंसर को बढ़ने से रोकता है.
शुगर के उपचार में
- शुगर जैसी बीमारियों के प्रभाव को भी हम नाशपाती की सहायता से दूर कर सकते हैं.
- जिन शुगर पेशेंट्स को मीठा खाने का मन करता है वो नाशपाती खा सकते हैं.
- इसमें लेव्युलोज नाम का नेचुरल शुगर मौजूद होता है.
- नेचुरल शुगर में रक्त को धीरे-धीरे अवशोषित करने की क्षमता होती है.
- इसे खाने से ब्लड शुगर का लेवल भी नहीं बढ़ता है.
पाचन में सहायक
- रेशेदार और रस से भरपूर नाशपाती में पाचन शक्ति को बढ़ाने की क्षमता भी होती है.
- इसमें पाचन कार्यों के लिए आवश्यक एजेंट मौजूद होता है.
- यह आँतों के कार्यों को भी नियंत्रित करने का काम करती है जिससे कब्ज की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है.
- इसमें पेक्टिन नाम का दस्त और कब्ज को ठीक करने वाला तत्व भी पाया जता है.
वजन कम करने में
- यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो इसमें भी नाशपाती आपकी सहयता कर सकता है.
- इसमें कैलोरी काफी कम मात्रा में पाया जाता है.
- नाशपाती केवल वजन ही नहीं घटाता है बल्कि ये आपको उचित पोषण भी देता है.
प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है
- नाशपाती में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन-सी के कारण इसे लंबे समय से प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए फायदेमंद माना जाता रहा है.
- ये सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन और गतिविधियों को उत्तेजित करता है.
- इसके नियमित सेवन से हमारे शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है.
घाव भरने
- इसमें घाव भरने का भी गुण मौजूद होता है.
- ऐसा इसमें पाए जाने वाले विटामिन सी के कारण होता है.
- विटामिन सी शरीर के विभिन्न अंगों और सेलुलर संरचनाओं में नए ऊतक को संश्लेषित करने का एक जरुरी भाग है.
- इसमें मौजूद घाव भरने वाला एसिंर्बिक एसिड चोटों और बीमारियों से होने वाली छोटी चोटें, कट्स और इंजरीज को तेजी से भर सकता है.
हृदय रोग
- ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए जरुरी पोटेशियम नाशपाती में मौजूद होता है.
- यह रक्तचाप को नियंत्रित करके हमारे पूरे कार्डियोवस्कुलर सिस्टम में तनाव कम को कम करता है.
- इससे शरीर के सभी हिस्सों में रक्त का प्रवाह बढ़ता है और सभी अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलता है.
- पोटेशियम शरीर के विभिन्न हिस्सों को हाइड्रेटेड रखने में भी मदद करता है.
एनीमिया का उपचार
- खून की कमी के उपचार में भी नाशपाती की सकारात्मक भूमिका होता है.
- इसमें पाया जाने वाला कॉपर और लोहा के कारण ऐसा हो पाता है.
- शरीर में आयरन के स्तर में बढ़ोतरी का मतलब है कि शरीर में लाल रक्त कोशिका के संश्लेषण का बढ़ जाना.
गर्भवती महिलाओं के लिए
- इसमें पाए जाने वाले अन्य प्रमुख तत्वों के अलावा फॉलेट भी है.
- नवजात शिशुओं में न्यूरल ट्यूब दोषों में कमी के साथ फोलिक एसिड का सकारात्मक संबंध माना जाता है.
- इसलिए ही महिलाओं को गर्भ के दौरान नाशपाती खाने की सलाह दी जाती है.
सूजन को कम करने में
- नाशपाती में एंटीऑक्सीडेंट और फ्लैवोनॉइड घटक भी मौजूद होते हैं जो कि एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव को प्रेरित करते हैं.
- इससे सूजन वाले रोगों के साथ जुड़े दर्द को कम करने में मदद मिलती है.
- इसलिए यह गठिया, रूमेटिक कंडीशन, गाउट और इसी तरह की अन्य परेशानियों में लाभदायक है.
हड्डियों के लिए
- हड्डियों के लिए जरुरी खनिज सामग्री जिसमें मैग्नीशियम, मैंगनीज, फास्फोरस, कैल्शियम और तांबा आदि पाया जाता है.
- यह सामग्री हड्डियों के खनिज नुकसान और दुर्बल करने वाली कंडीशंस जैसे ऑस्टियोपोरोसिस और शरीर की सामान्य कमजोरी को कम करने में सहायक होती है.
त्वचा को जवां बनाने में
- अपने त्वचा को सभी जवान बनाने के लिए कई तरह का क्रीम इस्तेमाल करते हैं.
- लेकिन आप इस काम को नियमित रूप से नाशपाती का सेवन करके भी कर सकते हैं.
- इसमें त्वचा के लिए जरुरी विटामिन ए पाया जाता है.
घेंघा बीमारी को कम करने में
- आयोडीन की कमी से होने वाला घेंघा नामक रोग को भी नाशपाती दूर कर सकता है.
- इसमें आयोडीन की प्रचुर मात्रा पायी जाती है.
- इसके अलावा ये कैल्शियम को स्टोर करने और रक्त वाहिकाओं को नरम करने में भी मदद करती है.
नाशपाती के नुकसान
- नाशपाती के छिलके को जल्दबाजी में बिना चबाये खाने से पाचन तंत्र पर प्रभाव पड़ सकता है जिससे कई बार पेट में दर्द हो जाता है.
- नाशपाती को काट कर अधिक देर तक रख कर नहीं खाना चाहिए.
- हवा के सम्पर्क में आने पर यह भूरे रंग का हो जाता है जो नुकसानदेह हो सकता है.
- ठंड में गला बैठने, बुखार, दस्त होने पर रोगी को नाशपाती का सेवन नहीं करना चाहिए.
- नाशपाती खरीदते समय ध्यान रखना चाहिए कि नाशपाती न अधिक मुलायम और न ही अधिक सख्त हो.
- नाशपाती से मीठी खुशबू आनी चाहिए.