पीपल के पत्ते के फायदे - Peepal Ke Patte Ke Fayde!
पीपल वृक्ष के औषधीय फायदे तो हैं ही इसका धार्मिक महत्त्व भी है. पीपल का धार्मिक महत्व इतना ज्यादा है कि हिन्दू धर्म के लोग इस वृक्ष की पूजा करते हैं. पीपल को एकमात्र ऐसा वृक्ष माना जाता है जो कि रात में भी ऑक्सीजन छोड़ता है. यह एक बहुत विशाल वृक्ष है इसलिए इसके निचे काफी ठंडक होती है. पीपल के जड़, सूखे फल, पत्ते और बीज हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. आइए इस तो अच्छी सेहत के लिए क्या हैं पीपल के फायदे आइए जानें.
1. ह्रदय की समस्याओं में-
ह्रदय से सम्बंधित तमाम समस्याओं से निजात पाने में भी आप पीपल का उपयोग कर सकते हैं. इसके लिए पीपल की 15 हरी पत्तियों को एक गिलास पानी में एक तिहाई बचने तक अच्छी तरह उबालें. अब इस काढ़े को सुबह हर तीन घंटे पर लेते रहने से लाभ होता है.
2. खांसी जुकाम में-
खांसी या जुकाम होने पर आप पीपल के सहयता से राहत महसूस कर सकते हैं. इसके लिए 5 पीपल के पत्तों को दूध के साथ उबाल कर इसमें चीनी डालकर इसे दिन में 2 बार पिएं. ऐसा करने से आपको काफी लाभ मिलेगा.
3. घाव के उपचार में-
कई बार जाने-अनजाने में चोट लग जाने से हमें घाव का सामना करना पड़ता है. पीपल के पत्तों के प्रयोग स आप इन घावों को ठीक कर सकते हैं. इसके लिए आपको गर्म पीपल के पत्ते प्रभावित क्षेत्र में लगाना होता है.
4. पेट की समस्याओं में-
पेट में कई तरह की समस्याएं तो अनियमित खान-पान की वजह से हो जाती हैं. इन समस्याओं में प्रमुख हैं पेट दर्द, गैस, कब्ज और दस्त आदि. इन सभी समस्याओं में पीपल की पत्तियों का रस प्रतिदिन सुबह-शाम पिने से राहत मिलती है.
5. शुगर की बिमारी में-
शुगर में भी पीपल वृक्ष का काफी लाभ देखा गया है. पीपल, अमरुद और आम के तीन-तीन पत्ते पीसकर पेस्ट बना लें. इसके सेवन से शरीर से रक्त शर्करा का स्तर कम होता है.
6. खुजली या दाद में-
त्वचा पर कई पर दाद या खुजली की समस्या का सामना करना पड़ता है. इसके लिए या तो आप पीपल के चार पत्ते रोज कच्चा चबाएं या फिर इसके छाल का काढ़ा बनाकर प्रभावित स्थान पर लगाएं.
7. ज्वाइंडिस में-
ज्वाइंडिस को ही पीलिया भी कहा जाता है. पीलिया की बीमारी में पीपल के 3-4 पत्तों का रस निकाल लें. पीपल के पत्ते के इस रस में मिश्री मिलाकर दिन में 3-4 बार पियें ऐसा करने से पीड़ित व्यक्ति को आराम मिलता है.
8. दाँतों की मजबूती के लिए-
दांतों की मजबूती और सफेदी के लिए इसके तने से बनी दातून का प्रयोग किया जाता है. पीपल की दातून से दांतों का दर्द दूर होता है. 10 ग्राम पीपल की छाल, कत्था और 2 ग्राम काली मिर्च को बारीक पीसकर बनाए गए मंजन का प्रयोग करने से भी दांतों की समस्याओं से छुटकारा मिलता है.
9. दमा के उपचार में-
दमा रोगियों के लिए पीपल का पेड़ एक दवा का काम करता है. इसके प्रयोग के लिए पीपल के तने की छाल के अंदर के हिस्से को निकाल कर सुखा लें. इसके सूखने के बाद इसका बारीक चूर्ण बना लें और दमा से ग्रसित रोगी को यह चूर्ण पानी के साथ दें.