Peet Dard ka Ilaj in hindi - पीठ दर्द का उपचार
अक्सर हममें से ज्यादातर लोगों को पीठ में दर्द, खिंचाव या अकड़न महसूस होता ही रहता है. हलांकि कई बार इससे बहुत ज्यादा परेशानी हो जाती है लेकिन ये गंभीरतम समस्याओं में से नहीं है. पीठ दर्द होने के कई कारण हैं जैसे कि गिरना, चोट या चिकित्सकीय स्थिति आदि. इस दौरान दर्द, सामान्य रूप से हड्डियों, डिस्क, नसों, मांसपेशियों और स्नायुबंधन द्वारा मिलकर की जाने वाली गतिविधियों के तरीके पर निर्भर करता है. पीठ दर्द का अनुभव करने का उम्र 35 और 55 वर्ष के बीच की है. यदि आपकी पीठ में बहुत दर्द हो रहा हो, तब भी धीरे-धीरे काम करना बिस्तर पर सीधे लेटे रहने से बेहतर है. आइए पीठ दर्द के कुछ संभावित उपचार को जानें.
1. व्यायाम की सहायता से
व्यायाम के कई फायदे हैं. पीठ दर्द का उपचार व्यायाम के इन्हीं फायदों में से एक है. यदि आप नियमित रूप से प्रभावी एरोबिक गतिविधियां करें तो आपकी पीठ में खिंचाव या झटका नहीं लगता है. इसके अलवा ये आपकी पीठ को मज़बूती व स्थिरता भी प्रदान करने के साथ ही आपकी मांसपेशियों को सक्षम बनाती है. पीठ दर्द से निपटने के लिए सैर और तैराकी करना अच्छे विकल्प हैं.
2. तरीके से खड़े हों
खड़े होने के तरीके का भी पीठदर्द पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है. जब भी खड़े हों तो सीधे खड़े हों यानी पेल्विक स्थिति को तटस्थ बनाए रखें. इसके अलावा यदि आपको देर तक खड़ा होना ज़रूरी है, तो पैर रखने वाले छोटे स्टूल पर अपना एक पाँव रखें जिससे आपकी पीठ के निचले हिस्से से थोड़ा भार कम हो सके.
3. अच्छे तरीके से बैठें
बैठना के गलत तरीके का भी इस पर काफी प्रभाव पड़ता है. जब भी बैठना हो तो पीठ के निचले हिस्से व हाथों को सहारा देने वाली और घूमने वाली कुर्सी को चुनन ठीक रहेगा. इसके अलावा आप अपने पीठ की वक्रता को सामान्य बनाए रखने के लिए अपनी पीठ के पीछे सहारे के रूप में एक तकिया या तौलिए को मोड़कर रखें.
4. सतर्कतापूर्वक भार उठाएं
जहां तक संभव हो भारी सामान उठाने से बचें, लेकिन यदि वजन उठाना ज़रूरी है तो अपने पैरों को काम करने दें. इस दौरान अपनी पीठ को सीधा रखें, घूमें नहीं और केवल घुटनों पर ही झुकें. भार को अपने शरीर नज़दीक पकडकर रखने का प्रयास करें. भारी सामान को किसी की सहयाता के बाद ही उठाने का प्रयास करें.
5. शारीरिक परिक्षण
पीठ दर्द की समस्या से निपटने के लिए आमतौर पर सभी का शारीरिक परीक्षण करने की आवश्यकता हो सकती है. इस दौरान चिकित्सक आपकी निम्न जांच कर सकते हैं – खड़े होने और चलने की योग्यता रीढ़ की हड्डी की मूवमेंट की सीमा सजगता पैरों की ताकत आपके पैरों में होने वाली सनसनी की क्षमता आदि.
6. बेड रेस्ट से बचें
पीठ दर्द के उपचार के दौरान बिस्तर पर आराम करने की सलाह नहीं दी जाती है. अपने सामर्थ्य के अनुसार अधिक से अधिक काम करना जारी रखें. हलकी गतिविधि करने की कोशिश करें, जैसे कि चलना और दैनिक जीवन की गतिविधियां. उन कामों को न करें, जिनसे दर्द बढ़ता है, लेकिन दर्द से डरकर काम करने से न बचें.
7. शारीरिक चिकित्सा और व्यायाम
शारीरिक उपचार के द्वारा पीठ दर्द को कम करने के लिए आपकी पीठ की मांसपेशियों और कोमल ऊतकों को विभिन्न प्रकार के उपचार, जैसे – उष्मा, अल्ट्रासाउंड, विद्युत उत्तेजना और मांसपेशी को आराम देने वाली तकनीकें अपना सकते हैं. इसके अलावा चिकित्सक आपको व्यायाम सिखा सकते हैं जो आपके लचीलेपन को बढ़ा सकते हैं, पीठ और पेट की मांसपेशियों को मजबूत बना सकते हैं और आपकी अवस्था में सुधार कर सकते हैं.