Periods Aane Ke Gharelu Nuskhe - पीरियड्स आने के घरेलू नुस्खे
अमूमन पीरियड यानि महिलाओं को होने वाले मासिक धर्म से हम सभी वाकिफ़ होते हैं .यह महीने में एक बार होता है इसीलिए इसे मासिक धर्म कहा जाता है. महिलाओं के लिए यह भले असुविधाजनक होता है पर हर एक के जीवन में इसका बहुत महत्व है. क्योंकि मासिक धर्म का होना और खासकर नियमित होना एक महिला के सहज माँ बनने और स्वस्थ होने की निशानी होती है. करीब १२-१३ की उम्र से ५० साल की उम्र तक आने वाले इस मासिक धर्म में अगर कभी रुकावट आ जाए या यह अनियमित हो जाए तो इसे गंभीर समस्या के रूप में लेनी चाहिए. और समय रहते इस समस्या से निजात पाने की कोशिश करनी चाहिए. एक खास बात की एक स्टडी के अनुसार इस समस्या से 5 में से 3 लड़कियां परेशान हैं. यह खास समस्या आम हो चली इन दिनों . अब हम आपको मासिक धर्म की अनियमितता को सुधारने के लिए घरेलु उपाय बताएं इसके पहले हम आपको बताते हैं इसके लक्षण और कारण.
पीरियड्स की अनियमितता के लक्षण
गर्भाशय के हिस्से में दर्द, भूख न लगना, छाती में दर्द, दूध कम निकलना, दिल धड़कना, सांस लेने में तकलीफ, कान में तरह-तरह की आवाजें सुनाई पड़ना, नींद न आना, दस्त लगना, पेट में दर्द, शरीर में सूजन, मानसिक तनाव, हाथ, पैर व कमर में दर्द, थकावट, शरीर में दर्द जैसी स्थिति पीरियड रुकने के लक्षण होते हैं .
मासिक धर्म की अनियमितता के कारण
स्मोकिंग, तम्बाकू, कॉफ़ी या दुसरे प्रकार के नशे करना, ज्यादा व्यायाम, थायरोइड, ज्यादा दवा खाने, आलसपन, खून की कमी, पीरियड के दौरान ठंडी चीजें खाने, ठंड लगने, पानी में ज्यादा समय तक भीगने, ज्यादा घुमने, मानसिक तनाव, शुगर एनीमिया और पीरियड के समय खाने-पीने में लापरवाही जैसे कारणों से मासिक धर्म रुक जाता है या अनियमित हो जाता है.
सही समय पर माहवारी आने के लिए अब हम आपको बताएंगे नीचे कुछ घरेलू नुस्खे जिसे इस्तेमाल करके आपको जरुर फायदा होगा .
1. दालचीनी
दालचीनी की तासीर गरम होती है, साथ ही इसमें ऐसे गुण पाए जाते हैं जो पीरियड में देर की प्राब्लम को कम करते हैं और मासिक धर्म के लक्षणों से भी बचाते हैं. एक हालिया से शोध पता चला है की दालचीनी में पाया जाने वाला हाइड्रोक्साइकलोन मासिक धर्म को रेगुलर करने में सहायक होता है. इसलिए इसे अपने भोजन में शामिल करें. इसके अलावा आप इसे खा भी सकती हैं . अगर आयुर्वेद की माने तो आधा चम्मच दालचीनी रोजाना रात को एक ग्लास दूध में घोल कर पीने से काफी फ़ायदा मिलता है.
2. अदरक
अदरक में पीरियड आने में देरी या अनियमितता को दूर कर उन्हें फिर से शुरू करवाने में हेल्प करने वाले गुण समाहित हैं . साथ ही अदरक के औषधीय गुण पीरियड के समय होने वाले पेट दर्द, मरोड़ आदि को होने से भी रोकते हैं. पीरियड में देरी हो या कोई और समस्या अदरक का इस्तेमाल है अचूक उपचार . बस एक चम्मच सुखी अदरक को या फिर अदरक की पेस्ट को एक कप पानी के साथ कुछ देर उबालिए और इसमें थोड़ी सी चीनी मिलाकर दिन में ३ बार पिएं . तो अब से नियमित करें अदरक का इस्तेमाल . अदरक हर किसी के लिए लाभदायक है .
3. एलोवेरा
एलोवेरा में मौजूद होते हैं हॉर्मोन्स को सही स्तर पर रखने वाली क्वालिटी . इसके ताजे रस को शहद के साथ मिलाकर रोज सुबह अपने ब्रेकफास्ट के साथ लें, जल्द ही आपके पीरियड रेग्युलर हो ज़ाएँगे.पर हाँ ध्यान रहे की इसका इस्तेमाल भी पीरियड के दौरान न करें.
4. हरा या कच्चा पपीता
वैसे तो पपीता बहुत सी चीजों के लिए फायदेमंद होता है पर कच्चे हरे पपीते में गर्भाशय को सुन्कुंचित करने की क्षमता होती है . और इसी वजह से इसे खाने से आपका पीरियड सही समय पर आने लगता है. ये मानसिक तनाव और रजोनिवृत्ति के कारण मासिक चक्र में देरी होने को सही करने के लिए काफी अहम माना जाता है. पीरियड्स के दौरान परहेज बस उसके वाला आप कच्चे पपीते का जूस भी रोजाना पी सकती हैं.
5. गुड़ और तिल के दाने
तिल के बीज और गुड इन दोनो का नियमित इस्तेमाल शरीर के हॉर्मोन स्तर को बैलेंस करके पीरियड के अनियमितता की तकलीफ को ठीक करता है. तिल में पाए जाने वाले लिग्नांस आपके शरीर में सामान्य से अधिक पाए जाने वाले हॉर्मोन्स को बंद कर उनके असर को ख़तम करते हैं. तो आप बस इतना करें की एक मुट्ठी तिल के दानो को भुन कर उनका पाउडर बना लें और एक चम्मच गुड को पाउडर के साथ मिला मिलाएं. इस मिश्रण का एक चम्मच रोजाना अपने पीरियड शुरू होने के दो हफ्ते पहले से खाना शुरू कर दें. गुड की गरम तासीर से आप मासिक धर्म को नॉर्मल कर सकती हैं. पर ध्यान दें की इस मिश्रण का सेवन पीरियड के दौरान न करें .
इन घरेलु नुस्खों को अपनाकर आप जरुर पीरियड को नियमित करने में कामयाब होंगे और अगर फिर भी समस्या बनी रहे तो डॉक्टर सालाह जरुर लें .