प्राथमिक चिकित्सा किट - Prathamik Chikitsa Kit!
प्राथमिक चिकित्सा के नाम से ही स्पष्ट है कि इसका इस्तेमाल हम प्राथमिक रूप से करते हैं. किसी भी तरह से चोट लगने या जलने पर शुरुवात में प्राथमिक चिकित्सा कर दें तो प्रभावित व्यक्ति को काफी राहत मिलती है. इसलिए प्राथमिक चिकित्सा बेहद जरूरी होती है. प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा, अस्पताल ले जाने या एंबुलेंस के आने से पहले मरीज़ को दी जाती है, ताकि उसकी स्थिति में कुछ सुधार किया जा सके. आइए इस लेख के माध्यम से हम प्राथमिक चिकित्सा किट के बारे में जानें ताकि पीड़ित व्यक्ति को घटनास्थल पर ही आवश्यक सुविधाएं देकर उसे बचाया जा सके.
प्राथमिक चिकित्सा किट-
जाहीर है प्राथमिक चिकित्सा की आवश्यकता आपातकालीन स्थिति में परिवार के किसी सदस्य को या खुद आपको भी पड़ सकती है. क्यूंकी कई बार दुर्घटना के कारण कटने, जलने या और किसी प्रकार की अन्य चोट लग सकती है. ऐसी स्थिति में यदि आपके पास कुछ मूलभूत आपूर्ति की सुविधाएं मौजूद हों तो आप अपनी या अपने प्रियजन की उचित देखरेख कर सकते हैं. क्योंकि कई बार चोटें तो सामान्य ही होती हैं लेकिन उन्हें तत्काल देखभाल की आवश्यकता होती है. इसलिए आपको ये भी जानना चाहिए कि छोटी-मोटी चोटों का इलाज कैसे करते हैं. आपातस्थिति में इससे बहुत मदद मिलती है. इस दौरान आपकी प्राथमिक चिकित्सा किट में उपलब्ध सामान प्राथमिक चिकित्सा की ये चीजें खून बहना रोकने, संक्रमण से बचाव करने और संदूषण को दूर करने में काफी मददगार साबित होती हैं.
क्या है प्राथमिक चिकित्सा?
कभी भी दुर्घटनाग्रस्त होने या चोटिल होने पर तुरंत राहत के लिए की जाने वाली चिकित्सा को ही हम प्राथमिक चिकित्सा करहते हैं. इस तरह के प्राथमिक चिकित्सा की सुविधाएं अस्पताल में रहने वाले एंबुलेंस में भी होती है ताकि पीड़ित व्यक्ति के अस्पताल पहुँचने तक उसे कुछ राहत या दुर्घटना का प्रभाव कम किया जा सके. दरअसल इस तरह की प्राथमिक चिकित्सा की बदौलत हम किसी के भी जीवन को काफी हद तक सुरक्षित कर सकते हैं. क्योंकि प्राथमिक चिकित्सा के मामध्यम से हम उसे आवश्यक दावा और मरहम-पट्टी आदि कर देते हैं. जिससे खून का बहना, दर्द आदि में काफी कमी आती है और पीड़ित को काफी आराम मिलता है.
प्राथमिक चिकित्सा किट में कौन सी चीजें होनी चाहिए?
लेटेक्स या कोई और (अगर आपको लेटेक्स से अलर्जी है तो) कीटाणुरहित दस्तानों के 2 जोड़े.रक्त के बहाव को रोकने वाली कीटाणुरहित पट्टियां.संक्रमण दूर करने के लिये स्वच्छकारक एजेंट/साबुन और दो छोटे एंटीबॉयोटिक तौलिये.एंटीसेप्टिक क्रीमजलने पर संक्रमण को रोकने का मलहम.कई आकार की चिपकने वाली पट्टियां.आंखों को धोने का विलयन.एक तापमापी (थर्मामीटर) कुछ सामान्य दवाए, जैसे इंसुलिन, दिल की दवा व दमे का इन्हेलर.बतायी गयी दवाएं जैसे ग्लूकोज और ब्लड प्रेशर मापने का उपकरण आदि.
सेलफोन चार्जरएक कैंचीट्वीजर्सपेट्रोलियम जैली ट्यूब या कोई और अन्य चिकनाईयुक्त पदार्थ. इसके साथ ही ये कुछ अन्य दवायें भी रखनी चाहिए. एस्प्रिन या गैर एस्प्रिन दर्द नाशक दवाएं डायरिया रोधी दवाएं एंटी एसिड अम्लनाशक (पेट की खराबी के लिये)सैनीटाइज़रओआरएस ग्लूकोज़ पाउडरबुखार, सरदर्द, दर्द निवारक दवाएं उल्टी व पेट दर्द की दवाएं
ये भी रखें ध्यान-
समय-समय पर अपने प्राथमिक चिकित्सा किट में खत्म हो रहे सामान को चेक करें. हर छः महीने में दवाइयों को बदल दें, साथ ही दवाइयों की एस्सपायरी डेट चैक करें. क्योंकि समस्या बता कर नहीं आती, आपको दवाओं को नियमित तौर पर बदलते रहना चाहिये जिससे उनकी समाप्ति की तिथि का ध्यान रहे.
किट को कैसे रखें-
किट मजबूत प्लास्टिक के मध्यम आकार के डिब्बे में बनाइये, ताकि इसमें सारा सामान आसानी से आ जाए. किट पर लाल टेप या स्कैच पेन से क्रॉस का निशान बनाएं, जिससे डिब्बे को देखकर ही फर्स्ट एड किट होने का पता चल जाए. किट पर अपने डॉक्टर, मेडिकल स्टोर, एंबुलेंस नंबर लिखकर चिपका दें, ताकि जरूरत पड़ने पर कोई भी ये सुविधाएं ले सके. किट को ऐसी जगह रखें, जहां वो छोटे बच्चों की पहुंच से दूर हो. लंबे सफर पर जाते समय किट को अपने हैंडबैग में साथ जरूर ले जाएं, जिससे जरूरत के समय यह आपके काम आ सके.
क्यों है जरूरी-
आपके किसी प्रियजन के किसी आपदा में घायल हो जाने पर प्राथमिक चिकित्सा का आपका ज्ञान, अमूल्य साबित हो सकता है. कई सारे संगठन, मुफ्त प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण पाठ्यक्रम भी चलाते हैं. प्राथमिक चिकित्सा का कोर्स करें, इसके बाद नियमित रिफ्रेशन सत्रों में भी भाग लेते रहें. आप प्राथमिक चिकित्सा की रेडीमेड किट भी खरीद सकते हैं या खुद भी इसे बना सकते हैं.