प्रेगनेंसी में खून बहना इन हिंदी - Pregnancy Me Bleeding in Hindi
गर्भावस्था में खून बहना सामान्य हो सकता है. पर कई बार यह सामान्य न होकर गर्भपात की शुरुआती का लक्षण होता है. वैसे गर्भावस्था के समय पीरियड्स बंद हो जाता है और खून बहना भी बंद हो जाता है. पर गर्भ धारण करने के बाद कुछ हफ्तों तक में कितने महिलाओं को हल्का खून या खून का धब्बा आते हैं, जो सामान्य है. ऐसा लगभग 25% गर्भवती महिलाओं में देखा जाता है. पर कभी-कभी इस प्रकार गर्भावस्था में खून बहना गर्भपात की शुरुआत का लक्षण रहता है. गर्भावस्था में खून बहने का कई कारण हो सकते हैं.
इनमें से कुछ मुख्य कारण और बचाव निम्न हैं:
गर्भावस्था में खून बहने के कारण - Pregnancy Mein Bleeding Ke Karan in Hindi
- इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग या स्ट्रीकिंग
जब एक फर्टीलाइज्ड अंडा गर्भाशय के पास आता है तो हल्का खून बहता है. और सामान्यतः यह मासिक धर्म के समय होता है. जिस कारण कई बार महिला को पहले से यह मालुम भी नहीं रहती है कि वह गर्भवती है. और इस खून को वह मासिक धर्म का खून समझ बैठती है. - हार्मोन्स के कमी के कारण
गर्भावस्था में कुछ खास हार्मोन्स मासिक धर्म या पीरियड्स को होने से रोकती है जिस कारण गर्भवस्था में पीरियड्स नहीं होती है. पर कई बार हार्मोन्स पूर्ण रूप से तैयार नहीं होता है जिस कारण गर्भावास्था में भी मासिक धर्म के समय यानि गर्भधारण के चौथे, आठवें या बारहवें सप्ताह में हल्का या अधिक खून आता है व पीरियड्स के तरह के ही दर्द व ऐंठन के लक्षण होते है. ऐसा सामान्यतः तीन माह के गर्भ तक ही होता है क्योंकि इसके बाद ओवरी के जगह प्लेसेंटा हार्मोन बनाना शुरू कर देते हैं. पर कुछ महिला को पुरे गर्भावस्था के दौरान खून का बहना जारी रहता है पर फिर भी वे तंदुरुस्त बच्चे को जन्म देती है. - भ्रूण की मृत्यु के कारण
यदि गर्भ में भ्रूण की मृत्यु हो जाती है तो उस कारण भी गर्भावास्था में खून बह सकता है. ऐसी स्थिति पुरे गर्भावस्था के दौरान कभी भी हो सकती है. भ्रूण की मृत्यु यानि गर्भपात का कई कारण हो सकता है. ऐसा मूत्र पथ या गर्भाशय में संक्रमण से भी हो सकता है. शरीर में पानी का कमी, गलत दवा का प्रयोग या चोट लगने से भी ऐसा हो सकता है. इसके अलावा भारी सामान उठाना, गलत तरीका से सेक्स करना व मानसिक तनाव के कारण भी गर्भपात की संभावना होती है. - एक्टोपिक गर्भावस्था में
अस्थानिक गर्भवस्था यानि एक्टोपिक (ectopic) गर्भावस्था में खून का आना व ऐंठन हो सकता है. जब निषेचित अंडा गर्भाशय के बाहर या फेलोपियन ट्यूब में आरोपित होता है तब उस स्थिति को एक्टोपिक गर्भावस्था कहते हैं. इस स्थिति में जब अंडा बड़ा होता है तो कई बार फेलोपियन ट्यूब फट जाता है जिस कारण खून बहता है. यह बहुत ही गंभीर स्थिति होती है. - मोलर गर्भावस्था में
जब भ्रूण उचित तरीके से विकसित नहीं हो रहा हो पर प्लेसेंटा निर्मित करने वाली कुछ कोशिकाएं बढ़ना जारी रखते हैं तब इस स्थिति को मोलर गर्भावस्था कहते हैं. इस स्थिति में भी खून का बहना हो सकता है.
गर्भाशय का फटने के कारण - Pregnancy Mein Garbhashay Fatne Ke Karan
कभी-कभी प्रसव से पहले या प्रसव के समय गर्भाशय फट जाता है जिस कारण गर्भ का भ्रूण पेट की ओर खिसक जाता है. यह स्थिति गर्भवती महिला व बच्चा दोनों के लिए खतरनाक स्थिति है. ऐसी स्थिति में भी खून बहता है.
गर्भावस्था के दौरान सेक्स या संभोग के कारण - Pregnancy Ke Dauran Sex Karne Ke Karan
गर्भावस्था के दौरान सेक्स या संभोग करने के कारण भी खून बह सकता है जो कि सामान्य स्थिति है.
गर्भावस्था में खून बहना : क्या है बचाव - Pregnancy Mein Bleeding Ka Ilaj Aur Bachav
यदि गर्भावस्था के दौरान खून का बहना शुरू हो जाता है तो जल्द ही अपने चिकित्सक से संपर्क कर उनसे सलाह लेना चाहिए. चिकित्सक जाँच कर यह बतायेंगे कि यह रक्तस्राव सामान्य स्थिति है या गंभीर है. फिर चिकित्सक के निर्देशानुसार जरुरत हो तो उचित ईलाज कराना चाहिए. इसके अलावा इस दौरान आराम करना चाहिए व ताकत लगने वाला कोई भी काम नहीं करना चाहिए. इस दौरान सेक्स या संभोग नहीं करना चाहिए. टेम्पोन का इस्तेमाल करना चाहिए. शरीर में पानी का कमी नहीं होने देना चाहिए. इसके लिए अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए.