Lybrate Logo
Get the App
For Doctors
Login/Sign-up
Last Updated: Oct 23, 2019
BookMark
Report

Rye Benefits And Side Effects In Hindi - राई के फायदे और नुकसान

Profile Image
Dr. Sanjeev Kumar SinghAyurvedic Doctor • 15 Years Exp.BAMS
Topic Image

राई का वैज्ञानिक नाम से सेकेल सेरियल है. यह एक घास जैसा लगने वाला पौधा है. हलांकि इसके बीज देखने में जौ या गेहूं जैसा ही होता है. इसके उत्पादन की शुरुवात तुर्की से हुई थी लेकिन आज इसका उत्पादन संपूर्ण विश्व में किया जाता है. राई की खेती करने में सबसे बड़ी समस्या ये है कि इसकी जड़ों में फंगस लग जाता है. जिससे इसके फसल के जल्दी ही सड़ जाने का डर रहता है. राई में कई तरह के पोषक तत्वों और खनिज पदार्थों की प्रचुरता होती है. जैसे इसमें मैग्नीशियम, फाइबर, मैगनीज, फास्फोरस, तांबा, विटामिन बी, फिनॉलिक एंटीऑक्सीडेंट्स, आदि प्रमुख रूप से पाए जाते हैं. राई के फायदे और नुकसान पर एक नजर डालते हैं.

1. पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में
कई शोधों से यह पता चलता है कि राई, एक महत्वपूर्ण पाचन में मदद करने वाला एक महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ है. राई हमारी कोशिकाओं की उपापचय की क्षमता को भी अनुकूलित करने के साथ-साथ हानिकारक जीन के उत्पादन को भी कम करती है.
2. कैंसर के उपचार में
राई का उपयोग कैंसर के उपचार में भी किया जाता है. क्योंकि इसमें मौजूद फेनोलिक्स नाम का एंटीऑक्सीडेंट कई तरह के कैंसर जैसे की ब्रेस्ट कैंसर, पेट के कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
3. कब्ज दूर करने में
राई फाइबर समृद्ध खाद्य पदार्थ होने के कारण हमारे शरीर में कब्ज जैसी समस्याओं के निदान में उपयोगी है. इसके अलावा राई में पाया जाने वाला पोषक तत्व पेट की अन्य समस्याएं जैसे कि पेट में गैस, पेट दर्द, ऐंठन, अल्सर, पित्त पथरी आदि को भी कम करने का काम करते हैं.
4. वजन घटाने में
विशेषज्ञों के अनुसार फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ वजन को घटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इसके अलावा वजन को नियंत्रित करने के लिए खाद्य पदार्थों कैलोरी की भी काफी कम होनी चाहिए. ये दोनों गुण एक साथ आपको राई में मिल जाता है. फाइबर आपको भूख नहीं लगने देता और कैलोरी की कम मात्रा दोनों मिलकर आपका वजन काफी हद तक कम कर सकते हैं.
5. शुगर के उपचार में
शुगर में हमारे शरीर में इंसुलिन के स्तर में काफी बढ़ोतरी हो जाती है. इसलिए भोजन के समय यह ध्यान रखना होता है कि उस खाद्य पदार्थ से हमारे शरीर में इंसुलिन का स्तर न बिगड़े. इसलिए आपको चाहिए ऐसा खाद्य पदार्थ जिसमें ये गुण पहले से ही मौजूद हो. राइ एक ऐसा ही खाद्य पदार्थ है जिससे कि इन्सुलिन का स्तर प्रभावित नहीं होता है. इसका कारण ये है कि राई बड़े अणुओं से बना होता है इसलिए ये आसानी से सरल चीनी में नहीं टूटता है.
6. अस्थमा के उपचार में
राई के नियमित सेवन बच्चों में अस्थमा की संभावना को कम कर सकता है. कई शोधों में ऐसा पाया गया है कि राई का सेवन करने वाले बच्चों की तुलना में जिन बच्चों ने राई का सेवन नहीं किया था उनमें अस्थमा होने की संभावना 60% तक ज्यादा पाई गई.
7. रक्तचाप में
यदि आप एथिरोस्केलेरोसिस जिसमें धमनियां ब्लॉक हो जाती हैं, या उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं तो आपके लिए राई का सेवन काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. क्योंकि राई में विटामिन खनिज और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. जो कि आपकी धमनियों के ब्लॉकेज को खत्म कर सकते हैं.
8. पित्ताशय की पथरी में
फाइबर से समृद्ध खाद्य पदार्थ होने के कारण राई हमारी पाचन क्रिया को दुरुस्त करके इसमें होने वाली पथरी के विकास को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके अलावा यह अन्य समस्याओं को भी खत्म करता है.

राई के नुकसान

  • राई कई लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है.
  • ऐसे लोगों को चिकित्सकीय परामर्श लेने की आवश्यकता होती है.
     

chat_icon

Ask a free question

Get FREE multiple opinions from Doctors

posted anonymously
doctor

Book appointment with top doctors for Staying Healthy treatment

View fees, clinc timings and reviews
doctor

Treatment Enquiry

Get treatment cost, find best hospital/clinics and know other details