Singhara Benefits And Side Effects In Hindi - सिंघाड़ा खाने के फायदे और नुकसान
सिंघाड़ा की गिनती रसदार और पौष्टिकता से भरपूर फलों के रूप में की जाती है. सर्दियों में पाया जाने वाला सिंघाड़ा एक जलिए पौधा है जो त्रिकोण आकार का होता है. इसे नदी, तालाब और झीलों में उगाया जाता है. इसे कच्चे रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है और सुखाकर इसके आटे का भी इस्तेमाल किया जाता है. इसके नियमित सेवन से शरीर में खून की कमी नहीं होती है. अपने पौष्टिक तत्वों के कारण ये गर्भवती महिलाओं के लिए भी काफी उपयोगी है. इसमें विटामिन ए, सी, प्रोटीन, निकोटिन एसिड, सिट्रिक एसिड, थायमिन, कार्बोहाइड्रेट और एनर्जी पाया जाता है. इसके अलावा इसमें कई खनिज जैसे फास्फोरस, मैंगनीज, कैल्शियम, डाईटरी फाइबर, मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयोडीन, सोडियम और जिंक पाए जाते हैं. आइए सिंघाड़ा से होने वाले फायदे और नुकसान को समझें.
1. बालों के लिए
बालों के स्वास्थ्य के लिए भी ये काफी उपयोगी है. सिंघाड़े में मौजूद तत्व हमारे बालों को खराब होने से बचाने का काम करते हैं. यही नहीं ये बालों की मजबूती के लिए भी काम करते हैं. इसके नियमित सेवन से बालों को उचित पोषण मिलता है.
2. त्वचा के लिए
सिंघाड़े में हमारे त्वचा और बालों को स्वस्थ रखने वाले तत्वों का समावेश होता है. इसके अलावा ये हमारे शरीर से विषैले पदार्थों का उन्मूलन भी करता है. इसके अलावा ये हमारे मुंहासे आदि को हटाकर त्वचा में दमक उत्पन्न करता है.
3. गर्भवती महिलाओं के लिए
सिंघाड़े में पाए जाने वाले तमाम पोषक तत्व आपको गर्भावस्था के दौरान होने वाली तमाम परेशानियों को दूर करने में सकारात्मक भूमिका निभाते हैं. इसके सेवन से माँ की सेहत भी अच्छी बनी रहती है.
4. डिहाइड्रेशन में
ठण्ड के मौसम में जबकि सिंघाड़ा मिलता है, लोग कम ही पानी पिते हैं. इस वजह से शरीर में निर्जलीकरण की समस्या उत्पन्न हो जाती है. लेकिन सिंघाड़े का सेवन आपको डिहाइड्रेशन जैसी समस्या से बचा लेता है.
5. गले के लिए
गले की समस्याओं के मूल में कई बार आयोडीन की कमी होती है. लेकिन सिंघाड़े के सेवन से आपको आयोडीन मिल जाता है और आप गले की कई समस्याओं से बाख जाते हैं.
6. खुजली में
खुजली एक आम समस्या है जो कई लोगों के लिए परेशानी का कारण बनता है. यदि सूखे हुए सिंघाड़े को घिसकर उसमें नींबू मिलाकर प्रभावित क्षेत्रों में लगाने से काफी राहत मिलती है. खुजली के उपचार में आप इसकी सहायता ले सकते हैं.
7. थायराइड के लिए
थायराइड जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए भी सिंघाड़ा काफी उपयोगी साबित होता है. इसमें पाए जाने वाले कई पोषक तत्व हमें थायराइड के उपचार में काफी मदद पहुंचाते हैं.
8. पीलिया में
पीलिया जैसी बीमारियों के उपचार में भी सिंघाड़े का प्रयोग किया जाता है. क्योंकि इसमें डिटॉक्सिफिकेशन के गुण मौजूद होते हैं. इसके लिए आप इसे कच्चा या जूस बनाकर खा सकते हैं. इसके नियमित सेवन से आपको पीलिया से छुटकारा मिल सकता है.
9. फटी एड़ियों के लिए
फटी एडियाँ काफी कष्टदायक होती हैं. शरीर में मैंगनीज की कमी होने से ऐसा होता है. सिंघाड़े के सेवन से मैंगनीज की आपूर्ति हो जाती है. और फटी हुई एड़ियों से हमें राहत मिलती है.
10. अनिद्रा के लिए
अनिद्रा के उपचार में भी सिंघाड़ा सकारात्मक भूमिका निभाता है. क्योंकि इसमें पाया जाने वाला पोलिफेनोलिक और फ्लेवोनॉइड जैसे एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं. इसके अलावा ये एंटीबैक्टीरियल और एंटीकैंसर गुण भी मौजूद होता है.
11. पेट के लिए
सिंघाड़े के नियमित सेवन से हमें पेट की समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है. इससे गैस, अपच और ऐसे ही कई अन्य समस्याओं से आपको छुटकारा मिलता है. इसके अलावा इसका पाउडर आँतों के लिए भी फायदेमंद होता है.
12. सूजन में
सिंघाड़ा के तमाम फायदों में से एक ये भी है कि ये सूजन को दूर करता है. इसके लिए आपको सिंघाड़े के छिलके को पीसकर सूजन और दर्द वाले स्थान पर लगाया जाता है जिससे कि आपको राहत मिलती है.
सिंघाड़ा खाने के नुकसान
- सिंघाड़े के सेवन के तुरंत बाद पानी पिने से खांसी होने की संभावना रहती है.
- अधिक सिंघाड़े का सेवन पाचन तंत्र को प्रभावित करता है.
- कुछ लोगों को इससे पेट दर्द, आँतों में सूजन और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं.