त्वचा की खुजली दूर करने के उपाय
हर किसी को जीवन में कभी न कभी त्वचा में खुजली की समस्या होती है। ये किसी भी कारण हो सकती है पर हर वक्त खुजली करते रहने से शर्मिदगी भी महसूस हो सकती है। ये खुजली शरीर के किसी एक हिस्से में या पूरे शरीर में हो सकती है।
खुजली एक लक्षण है जो सामान्य हो सकती है या किसी अन्य स्वास्थ्य संबंधी स्थिति के कारण हो सकती है। आमतौर पर यह एक गंभीर समस्या नहीं होती है और कुछ हफ्तों के भीतर कम हो जाती है। पर कई बार त्वचा में खुजली से दाने भी विकसित हो सकते हैं।
अधिक खुजलाने से त्वचा को खरोंच लग सकती है और त्वचा की सुरक्षात्मक बाधा को नुकसान पहुंच सकता है।ऐसे में शरीर हानिकारक कीटाणुओं और संक्रमणों के खतरे में आ जाता है।
खुजली से होने वाली जलन के कारण त्वचा लाल, खुजलीदार, सूजी हुई या ड्राई हो जाती है और दिखने में पपड़ीदार हो सकती है। खुजली पर प्रतिक्रिया देते हुए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली हिस्टामाइन छोड़ती है।यही कारण है कि मच्छर के काटने से त्वचा में जलन होती है।
खुजली के पीछे विभिन्न कारक हो सकते हैं जैसे:
- मौसम में बदलाव
- भोजन, लेटेक्स, , दवाओं और कीड़े के काटने से एलर्जी
- त्वचा का सूखापन, एक्जिमा, और सोरायसिस
- रसायनों, सौंदर्य प्रसाधनों और अन्य पदार्थों का त्वचा के संपर्क में आना
- परजीवियों जैसे कि पिनवॉर्म, जूँ से होने वाला संक्रमण
- गर्भावस्था के दौरान बिलिरुबिन बढ़ने से
- किडनी, लीवर या थायरॉइड के कुछ रोग
- कुछ कैंसर या उनके उपचार के कारण
- दाद और मधुमेह जैसे रोगों के कारण
मॉइस्चराइजर का उपयोग
त्वचा में खुजली का सबसे आम कारण मौसम में बदलाव है। मौसमी बदलाव के कारण त्वचा शुष्क हो जाती है। एक अच्छे मॉइस्चराइजर का उपयोग करने से आपकी त्वचा में नमी लॉक हो जाती है। यह त्वचा को रूखा होने से बचाता है। मॉइस्चराइजर का उपयोग करते समय कुछ बातों का ध्यान रखें।
गुनगुने पानी से नहाने के बाद त्वचा को धीरे से सुखाकर तुरंत मॉइस्चराइजर लगाएं। सही प्रकार का मॉइस्चराइजर चुनना भी महत्वपूर्ण है। यदि आप सेरामाइड युक्त मॉइस्चराइज़र का उपयोग करेंगे तो बेहतर होगा क्योंकि सेरामाइड त्वचा की बाधाओं की बहाली और नमी के नुकसान की रोकथाम में सहायता करता है।
कोल्ड कंप्रेस
कोल्ड कंप्रेस का इस्तेमाल करने से खुजली में राहत मिल सकती है।इसके लिए एक ठंडा नम कपड़ा लें या एक तौलिया में आइस पैक लपेटकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं ।ये खुजली वाली त्वचा से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। ठंड का अहसास खुजली के चक्र को तोड़ता है और बार-बार होने वाली खुजली के कारण होने वाली त्वचा की सूजन को कम करता है।
हल्के साबुन और डिटर्जेंट का उपयोग
ऐसे साबुन और डिटर्जेंट का उपयोग करने से बचें जिनमें अधिक केमिकल होते हैं।इनसे भी त्वचा में जलन हो सकती है। हल्के साबुन और कपड़े धोने वाले डिटर्जेंट का उपयोग करने से आपको त्वचा की खुजली को कम करने में मदद मिल सकती है।
सूती कपड़े पहनें
सिंथेटिक्स कपड़ों के इस्तेमाल से बचें, क्योंकि ये आपकी त्वचा में खुजली पैदा कर सकते हैं। सूती कपड़े पहनें और सूती चादरें ही बिछाएं ।इससे आपको खुजली वाली त्वचा के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है
ओटमील का उपयोग
ओटमील में विशेष रसायन होते हैं जिन्हें एवेनेंथ्रामाइड्स कहा जाता है। इनके कारण खुजली या जलन में कमी आ सकती है।जनाकरा मानते हैं कि बेकिंग सोडा के साथ ओटमील मिलाकर एक पेस्ट बनाएं और इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।इसे खुजली में राहत मिल सकती है। आप दही और शहद में थोड़ा सा ओट्स मिलाकर त्वचा के रैशेज पर लगा सकते हैं ।इससे त्वचा के रैशेज दूर हो सकते हैं। इसका उपयोग चेहरे की त्वचा की एलर्जी के घरेलू उपचारों में से एक के रूप में किया जा सकता है।
बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा भी खुजली कम करने में मदद करता है, खासकर ऐसे लक्षण जो कीड़े के काटने के कारण होते हैं। बेकिंग सोडा को पानी की कुछ बूंदों के साथ मिलाकर खुजली वाली त्वचा पर लगाने से तुरंत आराम मिलता है। नहाने के पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर नहाने से पूरे शरीर की खुजली में आराम मिल सकता है।
नारियल का तेल
एक्जिमा की समस्या में एक्सट्रा वर्जिन नारियल का तेल फायदा पहुंचा सकता है। इसे लगाने से शरीर पर लंबे समय तक मॉइस्चर बना रहता है।इसे प्रभावित त्वचा पर नियमित रूप से लगाने से लाभ हो सकता है
अलसी
अलसी में त्वचा की जलन से राहत और सूजन कम करने वाले गुण होते हैं जो हर प्रकार की त्वचा की एलर्जी और चकत्तों के लिए फायदेमंद होते हैं। अलसी के बीजों को एक कपड़े में लपेटकर, उन्हें हल्का सा गर्म कर लीजिए और सूजन और रैशेज पर लगाकर सिंकाई कीजिए। आप अलसी को अपने आहार में शामिल करके भी इसके लाभकारी प्रभाव प्राप्त करने में सक्षम हो सकते हैं।
मेथी दाने
मेथी के बीज एक्जिमा और त्वचा की हल्की सूजन से राहत के लिए पारंपरिक हर्बल दवा का एक हिस्सा हैं। आप मेथी के कुछ बीज लेकर, उन्हें पानी में उबालकर और नहाने के लिए पानी का उपयोग करके त्वचा की एलर्जी दूर कर सकते हैं।
ओक की छाल
एक पारंपरिक हर्बल दवा के रूप में, ओक की छाल का उपयोग त्वचा की मामूली सूजन, अन्य त्वचा के रोगों और एक्जिमा के इलाज के लिए किया जाता है। इसका उपयोग नहाने के पानी में मिलाकर किया जाता है।इसके अलावा इसका एसेंशियल ऑयल भी उपयोग किया जा सकता है।