Sorghum (Jowar) Benefits And Side Effects in Hindi - ज्वार के फायदे और नुकसान
ज्वार का वैज्ञानिक नाम ज्वार बायकलर है. ज्वार उपोष्णकटिबंधीय देशों और उष्णकटिबंधीय देशों में पाई जाने वाली घास का एक प्रकार है. इसके ज्यादातर प्रजातियों का उपयोग पशुओं के चारे के रूप में भी किया जाता रहा है. ज्वार बायकलर का ही उपयोग हम मनुष्यों के लिए अनाज, ज्वार शिरा, ज्वार सिरप आदि के रूप में करते हैं. आज की तारीख में ज्वार का उपयोग शराब बनाने और जमींदारों के लिए भी किया जाता है.
ज्वार का प्रयोग उन लोगों के लिए बेहतर विकल्प है जिन्हें गेहूं से एलर्जी होती है. ज्वार में भी पोषक तत्वों की प्रचुरता होती है. इसमें पाए जाने वाले तत्वों में मुख्य रुप से नियासिन, यामीन, राइबोफ्लेविन, मैग्नीशियम, लोहा, तांबा, पोटेशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, प्रोटीन और फाइबर हैं. ज्वार के फायदे और नुकसान के बारे में जानने के लिए निम्लिखित बिन्दुओं पर गौर करें.
1. हड्डियों के लिए
ज्वार का उपयोग हम हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए कर सकते हैं. क्योंकि ज्वार में मैग्नीशियम, कैल्शियम और फास्फोरस आदि की प्रचुरता होती है. इसके अलावा जवाहर हमारे शरीर में ऊतकों के विकास में भी काफी सहायक साबित होता है. इससे ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया जैसी बीमारियों को दूर करने में भी काफी मदद मिलती है.
2. शुगर के उपचार में
ज्वार में टैनिन नाम का एक एंजाइम पाया जाता है. यह शरीर से स्टार्च के अवशोषण को रोकता है. और इंसुलिन एवं ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है. जिससे शुगर के मरीजों में ग्लूकोज के स्तर में निरंतरता बनी रहती है. यानी ग्लूकोज के स्तर का बढ़ना यह घटना रुक जाता है.
3. ह्रदय से संबंधित विकारों में
फाइबर से समृद्ध ज्वार हमारे हृदय को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. क्योंकि फाइबर हमारे शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को दूर करने में काफी सहायक होता है. इससे हमारे हृदय को स्वस्थ बने रहने में मदद मिलती है. ज्वार के सेवन से धमनियों को सख्त होने और दिल के दौरे एवं स्ट्रोक जैसी स्थितियों से भी निजात पा सकते हैं.
4. पाचन तंत्र के लिए
ज्वार में पाई जाने वाली फाइबर की भरपूर मात्रा हमारे शरीर के पाचन तंत्र को भी दुरुस्त करने का काम करती है. दिन में एक बार ज्वार के सेवन से हमें पूरे दिन का लगभग 48 प्रतिशत फाइबर प्राप्त हो जाता है. इससे हमारे पाचन तंत्र को तेजी से काम करने में मदद मिलती है. और पेट से संबंधित तमाम बीमारियां जैसे सूजन, कब्ज पेट में दर्द, दस्त, गैस आदि से छुटकारा मिलता है.
5. कैंसर के उपचार में
ज्वार का चोकर एंटीऑक्सीडेंट्स का समृद्ध स्रोत है. इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स कैंसर के जन्म लेने की संभावना को काफी हद तक कम करते हैं. क्योंकि एंटीऑक्सीडेंट्स हमारे शरीर में फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को खत्म करके कोशिकाओं को पुनर्जीवन देने का काम करते हैं.
6. एलर्जी को दूर करने में
कई लोगों को गेहूं खाने से एलर्जी की समस्या होने लगती है. ऐसे में लोगों लोग गेहूं के विकल्प के रूप में ज्वार का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके इस्तेमाल से आप सूजन मतली और जठार तंत्र संबंधी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं.
7. उर्जा को बनाए रखने में
ज्वार का नियमित सेवन हमारे शरीर में ऊर्जा के स्तर को लगातार बनाए रखता है. क्योंकि ज्वार में नियासिन या विटामिन बी 3 पाया जाता है. जो कि भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करके शरीर तक पहुंचाता है. यही नहीं यह कई पोषक तत्वों को ऊर्जा में बदल कर उपापचय के द्वारा शरीर में उर्जा के स्तर को बनाए रखता है.
8. मोटापा कम करने में
ज्वार का नियमित सेवन मोटापा कम करने वाले व्यक्तियों के लिए काफी लाभदायक होता है. ज्वार में पाया जाने वाला फाइबर भूख को नियंत्रित करता है. जिससे कि आपको जल्दी जल्दी भूख नहीं लगती है. इसके अलावा इसमें अन्य पोषक तत्वों की भी मौजूदगी होती है.
9. लाल रक्त कोशिकाओं की वृद्धि में
ज्वार में पाए जाने वाले खनिज पदार्थों में कैल्शियम और कैल्शियम भी होते हैं. इसके अलावा इसमें कॉपर और आयरन भी पाए जाते हैं. जो कि हमारे शरीर में एनीमिया की संभावना को खत्म करते हैं. शरीर में पर्याप्त मात्रा में कॉपर और आयरन की मौजूदगी हमारे रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ाते हैं. जिससे हमारा रक्त संचरण में मदद मिलती है.
ज्वार के नुकसान
- ज्वार के सेवन से कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या हो सकती है.
- ज्वार का आवश्यकता से अधिक मात्रा में सेवन हमें कई परेशानियों में डाल सकता है.