Symptoms Of Lymphoma And Treatment - लिम्फोमा के लक्षण, उपचार
लिम्फोमा कैंसर का ही एक प्रकार है जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली में मौजूद संक्रमण से लड़ने वाली कोशिकाओं से शुरुवात होती है. इन कोशिकाओं को लिम्फोसाइट्स कहा जाता है. में शुरू होता है जिन्हें लिम्फोसाइट्स कहा जाता है. ये कोशिकाएं लिम्फ नोड्स, प्लीहा, थाइमस, अस्थि मज्जा और शरीर के अन्य भागों में मौजूद होती हैं. जब आप लिम्फोमा से ग्रस्त होते हैं, तो आपके लिम्फोसाइट्स में परिवर्तन होने लगता है एवं ये अनियंत्रित भी होने लगते हैं. आपको बताते चलें कि जब आपके शरीर की कोशिकाओं में असामान्य रूप से बढ़ोतरी तो होती है लेकिन वह खत्म होने की जगह और ज्यादा प्रसारित होने लगती है तब कैंसर होने की संभावना होती है. लिम्फोमा के मुख्य दो प्रकार होते हैं - हॉजकिन लिम्फोमा और गैर-हॉजकिन लिम्फोमा. लिम्फोमा के ज़्यादातर मामले गैर-हॉजकिन लिम्फोमा के होते हैं.
भारत में लिम्फोमा केवल दिल्ली में ही, हर साल लिम्फोमा के अनुमानित 500 नए मामलों का निदान होता है. इस संख्या के करीब दो-तिहाई से अधिक पुरुष होते हैं. डॉक्टरों के मुताबिक सबसे अधिक चिंताजनक बात यह है कि, लिम्फोमा के मामले 5% वार्षिक दर से बढ़ रहे हैं. इसके विकास दर को रोकने के लिए आपको इसके प्रति जागरूक रहना होगा. इसलिए आइए इस लेख के माध्यम से हमलोग लिम्फोमा के लक्षण और उपचार को जानें.
लिम्फोमा के लक्षण
लिम्फोमा से ग्रस्त रोगियों को सबसे पहले लिम्फ नोड्स में सूजन महसूस हो सकती है. ये त्वचा के नीचे छोटी व मुलायम गांठ की तरह महसूस हो सकती हैं. रोगी को निम्नलिखित स्थानों में लिम्फ नोड्स महसूस हो सकते हैं - गरदन छाती का ऊपरी भाग बगल पेट पेट और जांध के बीच का भाग लिम्फोमा के अन्य लक्षण हैं - हड्डी में दर्द खांसी थकान प्लीहा का बढ़ना बुखार रात को पसीना आना शराब पीते समय दर्द होना चकत्ते सांस फूलना त्वचा पर खुजली होना पेट दर्द बिना वजह वज़न घटना लिम्फोमा के लक्षणों का अनुभव हमेशा प्रारंभिक अवस्था में नहीं होता है. आपके डॉक्टर एक शारीरिक परीक्षण के दौरान बढ़े हुए लिम्फ नोड्स का निदान कर सकते हैं.
लिम्फोमा होने का कारण अभी तक अज्ञात है इसीलिए इसे रोकने के लिए कोई वास्तविक तरीका नहीं है. हालांकि, यदि आपको लगता है कि आप लिम्फोमा के लक्षण अनुभव कर रहे हैं तो डॉक्टर से बात करें जो इसके शीघ्र निदान और उपचार के लिए महत्वपूर्ण है. यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है कि अगर आपको लिम्फोमा का एक पारिवारिक इतिहास है तो अपने चिकित्सक को इसके बारे में अवश्य बताएं. यदि आपको संदेह है कि आपको लिम्फोमा होने का जोखिम है, तो अपने चिकित्सक से इसके निदान और उपचार के बारे में बात करें. आपकी शारीरिक स्थिति, आनुवंशिकता और चिकित्सा के इतिहास के आधार पर, आपको उस डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी जा सकती है जो रक्त की बीमारियों के विशेषज्ञ हैं.
लिम्फोमा का इलाज
लिम्फोमा का उपचार उसके प्रकार और उसके चरण पर निर्भर करता है. इसके निम्नलिखित उपचार हो सकते हैं
जैविक थेरेपी
यह एक नशीली दवाओं का उपचार है जिसमें शरीर में सूक्ष्मजीवों को डालकर प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर की कोशिकाओं पर हमला करने के लिए उत्तेजित किया जाता है.
एंटीबॉडी चिकित्सा
इसमें कैंसर के प्रतिजनों से लड़ने के लिए सिंथेटिक एंटीबॉडी खून में डाली जाती हैं.
कीमोथेरेपी
इसमें कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए आक्रामक दवाओं का प्रयोग किया जाता है.
रेडियोईमयूनोथेरेपी
इसमें कैंसर वाली बी-कोशिकाओं और टी-कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए उच्च-स्तरीय रेडियोएक्टिव (रेडियोधर्मी) खुराक का प्रयोग किया जाता है.
विकिरण चिकित्सा
इसका उपयोग कैंसर के छोटे क्षेत्रों पर केंद्रित करने के लिए किया जाता है.
स्टेरॉयड दवा
लिम्फोमा का इलाज करने के लिए स्टेरॉयड इंजेक्शन के द्वारा दिए जा सकते हैं.
सर्जरी के द्वारा
लिम्फोमा के फैल जाने के बाद प्लीहा या अन्य अंगों को हटाने के लिए सर्जरी का इस्तेमाल किया जा सकता है.