Symptoms Of Swine Flu - स्वाइन फ्लू के लक्षण
दुनिया के सामने साल 2009 में स्वाइन फ्लू एक महामारी के रूप में सामने आया. लेकिन आज इसे एक आम तरह का फ्लू वायरस माना जाता है. इसको लेकर सरकारों द्वारा भी कई तरह के कदम उठाये गए है. आज के समय में इसे सिर्फ एक सामान्य वायरस ही माना जाता है. लेकिन आज के समय में इसके हर साल टीकाकरण किया जाता है. जिससे इसकी रोकधाम हो जाती है. अगर बात करें स्वाइन फ्लू के लक्षण की, तो यह एक अन्य सामान्य फ्लू वायरस के जैसे ही होता हैं और अन्य सामान्य फ्लू वायरस के जैसे ही फैलते हैं. स्वाइन फ्लू को H1N1 फ्लू भी कहते हैं क्योंकि यह H1N1 वायरस से होता है.
सामान्य फ्लू और स्वाइन फ्लू के लक्षण एक समान ही होते हैं. इस वायरस की शुरुआत सूअर से हुई थी, जिसके बाद यह एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता गया. 2009-10 का महामारी स्वाइन फ्लू अप्रैल 2009 में इस वायरस की पहचान सबसे पहले मैक्सिको में की गई और ये स्वाइन फ्लू के नाम से जाना गया क्योंकि ये सुअर को प्रभावित करने वाले फ्लू वायरस के समान ही था. ये वायरस तेज़ी से एक देश से दूसरे देश में फैलता गया क्योंकि ये एक नये किस्म का फ्लू वायरस था. लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली इससे लड़ने में सक्षम नहीं थी और कई युवक इसकी चपेट में आए. वर्तमान में स्वाइन फ्लू का प्रकोप H1N1 A वायरस अब मौसम-आधारित वायरस हो गया है, जो कि हर सर्दी के मौसम में फैलते हैं. आइए जाने स्वाइन फ्लू के लक्षणों के बारे में, जो इस प्रकार है.
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू के लक्षण स्वाइन फ्लू के शुरूआती लक्षण का पता एक से चार दिन में लग पाता है. इस वायरस से संपर्क में आने के बाद वायरस की ऊष्मायन अवधि लगभग एक से चार दिन होती है, जबकि औसतन दो दिन होती है. इसके लक्षण एक से दो सप्ताह तक बने रहते हैं और अगर कोई व्यक्ति गंभीर रुप से संक्रमित है, तो इसकी अवधि बढ़ भी सकती है. स्वाइन फ्लू के लक्षण कई अन्य प्रकार के इन्फ्लूएंजा वायरस के जैसे ही होते है. इसमें यह लक्षण देखने को मिलते हैं –
बुखार (100F या इससे अधिक). खांसी (आमतौर पर सूखी खाँसी).
1. स्वाइन फ्लू के लक्षणों में नाक का बहना बहना प्रमुख है. हालांकि, नाक बहना एक सामन्य समस्या है. मामूली जुकाम में भी आपका ना बहता है. लेकिन यदि ये स्वाइन फ्लू के कारण होता है, तो जांच कराएं.
2. स्वाइन फ्लू के मरीज थकान का अनुभव भी करते हैं. इसमें उन्हें बिना किसी परिश्रम वाले काम के ही थकान का अनुभव होने लगता है.
3. इसके पीड़ितों के गले में खराश का होना भी एक सामान्य लक्षण है. हालांकि, ऐसे सामान्य लक्षणों के दिखने के बाद आपको जांच कराने के बाद ही हकीकत का पता चलेगा.
4. स्वाइन फ्लू के लक्षणों में एक ये भी है कि आपके त्वचा पर लाल चकत्ते निकल आते हैं. जिससे आप इसके होने का अनुमान लगा सकते हैं.
5. स्वाइन फ्लू के संक्रमण के शिकार के लोगों के शरीर और मांसपेशियों में दर्द की भी शिकायत होती है.
6. इसके मरीजों को ठंड लगने की समस्या देखती है.
7. जी मिचलाना भी स्वाइन फ्लू के तमाम लक्षणों में से एक है.
8. इसके संक्रमण से पीड़ित मरीजों में उल्टी आने की समस्या देखी जा सकती है.
9. दस्त लगना भी इसके तमाम लक्षणों में से एक ही है.
10. कुछ रोगियों को श्वसन संबंधी लक्षण भी हो सकते हैं जैसे सांस लेने में परेशानी. इन हालत में उन्हें सांस लेनें में मदद करने वाले यंत्र की ज़रूरत पड़ती है जैसे वेन्टलेटर.
11. अगर संक्रमण बना रहता है तो रोगी को निमोनिया हो सकता है और कुछ रोगी सीज़्यर का अचानक बढ़ना.
12. इसका असर व्यक्ति पर थोड़े समय के लिए ही रहता है, मूल रूप से व्यक्ति की कार्य करने की क्षमता पर असर पड़ता है) भी हो सकता है. इससे मौत अक्सर इसकी वजह से होने वाले फेफड़ों के संक्रमण से होती है.