Symptoms of Typhoid In Hindi - टाइफाइड के लक्षण
टाइफाइड के जीवाणु को साल्मोनेला टाइफी कहा जाता है. यह हमारे मुंह से हमारे शरीर के अंदर प्रवेश करता है. अधिकतम 3 सप्ताह तक हमारी आंतों में अपना घर बनाता है. उसके बाद यह आंतों की दीवार से होते हुए खून में प्रवेश कर जाता है. खून की सहायता से यह अन्य को और शरीर के कई अंगों में फैल जाता है. हमारे शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र साल्मोनेला टाइफी से मुकाबला नहीं कर पाता है क्योंकि यह जीवाणु हमारी कोशिकाओं में बिना प्रतिरक्षा प्रणाली से प्रभावित हुए सुरक्षित रूप से निवास कर सकता है. टाइफाइड के लक्षण शुरुआत में एक सामान्य बुखार से होते है जो बाद में सिरदर्द, बदन दर्द आदि भी होने लगते है।
जीवाणुओं के कारण दुनिया भर में होने वाला टाइफाइड, भारत की भी एक आम बीमारी है. टाइफाइड के जीवाणु हमारी आंखों और रक्त प्रवाह में संक्रमण करते हैं. यह एक संक्रामक बीमारी है जो एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य में फैलती है. एक अनुमान के अनुसार, यदि टाइफाइड के लक्षण अनुभव होने पर भी मरीज़ का उपचार नहीं किया जाए, तो 4 में से 1 इंसान की मौत भी हो सकती है. टाइफाइड के लक्षण कई तरह के होते हैं जिनके आधार पर चिकित्सक या फिर कोई भी इसके होने का अनुमान लगा सकता है. आइए जाने ऐसे ही टाइफाइड के लक्षणों को -
टाइफाइड के लक्षणों को 3 चरणों में समझें - Stages of Typhoid Symptoms in Hindi
- प्रथम चरण:- टाइफाइड बुखार के लक्षणों को हम तीन चरणों में समझ सकते हैं. पहले चरण में हल्की बुखार आती है और और शरीर ज्यादातर गर्म रहने लगता है. इसके साथ ही सिरदर्द, पेट दर्द, बदन दर्द आदि जैसे लक्षण भी दिखाई देने लगते हैं।
- द्वितीय चरण:- दूसरे चरण में मरीज का बुखार बहुत ज्यादा हो जाता है. यह सामान्य से लेकर 104 डिग्री फेरानाइट के बीच हो सकता है. ऐसे में मरीज़ को अपने शरीर में कमजोरी महसूस होती है और आलस महसूस होने लगता है.
- तृतीय चरण:- तीसरे चरण में मरीज की सेहत बहुत खराब हो जाती है. तेज बुखार के साथ ही बहुत ज्यादा शारीरिक कमजोरी 24 घंटे आंत ज्वर का बने रहना और सांस लेने में दिक्कत आने लगना आज जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं.
टाइफाइड के लक्षण - Symptoms Of Typhoid In Hindi
- टाइफाइड एक ऐसी बीमारी है जिसके लक्षण लगभग 1 से 2 सप्ताह तक बढ़ती है और 3 से 4 सप्ताह तक रह सकती है.
- दर्द और बेचैनी की समस्या - टाइफाइड के दौरान मरीज के शरीर मैं मरीज के पूरे शरीर में दर्द रहता है. इस दर्द के कारण आपको बेचैनी भी हो सकती है.
- तेज बुखार होना - टाइफाइड में जैसा कि हमने पहले ही देखा है कि तेज बुखार होता है यह बुखार 104 डिग्री फेरानहाइट से भी ज्यादा हो सकता है.
- भूख न लगना -इस बीमारी में भूख न लगने की भी समस्या देखी जाती है इसलिए टाइफाइड के दौरान कुछ भी खाने का मन नहीं करता है.
- दस्त होना - टाइफाइड में दस्त जैसी समस्याएं भी देखी जाती हैं. दस्त रहने के कारण आपके पुरे शरीर में डिहाइड्रेशन यानी पानी की कमी भी हो जाती है.
- सिरदर्द का होना - सर में दर्द का होना भी टाइफाइड के कई कारणों में से एक है. टाइफाइड में सरदर्द होना या सर भारी रहना आम बात है.
- सुस्ती या आलस आना - इस दौरान होने वाली कई परेशानियों में एक है आलस रहना. यानी कि टाइफाइड में आपके पूरे शरीर में आलस रहता है. आपका मन स्वस्थ रहेगा और कुछ भी करने का मन नहीं करता है.
- छाती में कफ जमना- टाइफाइड बुखार की स्थिति में कई लोगों के छाती में कफ जमा हो सकता है. इस दौरान छाती में कफ़ जमा हो जाने से भी कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं.
- पेट में दर्द होना - टाइफाइड बुखार में आपके अंदर पेट दर्द की भी समस्या देखी जा सकती है. इस दौरान आपके पेट में लगातार दर्द रह सकता है.