Tamarind Benefits And Side Effects in Hindi - इमली के फायदे और नुकसान
अपने खट्टे-मीठे और चटक स्वाद से लोगों के दांत खट्टे करती है इमली. अपने स्वाद से तो सबको लुभाती ही है इसके गुणों पर भी कई लोग लट्टू हैं. लेकिन स्वाद और स्वास्थ्य से भरपूर इमली में सिर्फ लाभदायक गुण ही नहीं होते हैं. इसके कुछ गुण हानिकार भी होते हैं. तो आईए इसके हानि और लाभ को जानें-
1. ह्रदय को रखे स्वस्थ
इमली में पाए जाने वाले तीनों प्रमुख तत्व पोटैशियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. पोटैशियम रक्तचाप को नियंत्रित करता है. फाइबर कोलेस्ट्राल को नियंत्रित करता है. जबकि इमली के में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स को चैक में रखने में मदद करते हैं.
2. प्रतिरोधक क्षमता को करे मजबूत
इमली में पाया जाने वाला एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुण दोनों का कॉम्बो मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली के निर्माण का बेहतरीन विकल्प तैयार करते हैं.यदि आप लगातार समय पर इमली का सेवन करें तो इससे सभी प्रकार के माइक्रोबियल संक्रमण से दूर रहने और अन्य संक्रमणों से लड़ने की भरपूर ताकत मिलती है.
3. पाचन की प्रक्रिया करे दुरुस्त
जैसा कि हम ऊपर देख चुके हैं कि इमली में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. आपको बता दें कि फाइबर की अधिकता पाचन प्रक्रिया में भी मदद करती है. कब्ज और डायरिया जैसे पाचन सम्बन्धी विकार भी इमली से ठीक होने में मदद मिलती है. इसके लिए आपको एक चम्मच इमली के गूदे को एक लीटर पानी में मिलाकर, इसे उबालने के बाद छानकर इसका अर्क बनाकर पीना होगा.
4. तंत्रिका तंत्र को भी करे मजबूत
इमली अपने लाभकारी गुणों की सहायता से हमारी प्रतिरक्षातंत्र को भी मजबूती प्रदान करती है. इसमें पाया जाने वाला थियामाइन जो कि विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का हिस्सा ह, थियामाइन तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाता है. इसके साथ ही मांसपेशियों के विकास को भी बढ़ावा देने में मदद करता है.
5. जोड़ों के दर्द में राहत
इमली के कई लाभों में से एक ये भी है कि ये त्वचा और हड्डियों के लिए भी बेहद लाभकारी है. त्वचा के सुजन सम्बन्धी समस्याओं के निवारण में इमली एक अचूक दवा की तरह काम करती है. इसके साथ ही इसके उपयोग से जोडों में दर्द को भी ठीक किया जजा सकता है. इसके लिए लुब्रिकेशन के लिए आधा चम्मच भुने हुए इमली के बीज के पाउडर को दो बार पानी के साथ लेना होगा.
6. इमली मोटापे को भी घटाता है
वजन कम करने के लिए लोग कई तरह की दवाइयों का सेवन करते हैं. यदि आप भी वजन को लेकर परेशान हैं या मोटापे से निजात पाना चाहते हैं तो इमली इसमें भी आपकी मदद करता है. इमली में परचुर मात्रा में हाइड्रोऑक्साइट्रिक एसिड की मौजूदगी शरीर में फैट को जलाने वाले इन्जाइम को बढ़ाने में मददगार होती है. इसकी सहायता से वजन घटाने में मदद मिलती है इसलिए आप चाहें तो इसे अपने आहार में भी शामिल कर सकते हैं.
7. शुगर नियंत्रित करे
बेहद आसानी से उपलब्ध हो जाने वाली इमली एक अल्फा एमिलेज अवरोध है. इसका मतलब ये हुआ कि यह कार्बोहाइड्रेट को शुगर में अवशोषित और परिवर्तित होने से रोक सकती है जो की ब्लड शुगर का स्तर बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण है. यदि आप आधा चम्मच इमली का गूदा प्रतिदिनलें तो इससे न केवल आपका वजन कम होता है, बल्कि डायबिटीज भी नियंत्रण में रहती है.
इमली के नुकसान
1. रक्तस्त्राव का जोखिम: यदि आप इमली का सेवन करते समय कुछ सावधानी न बरतें तो इससे रक्तस्त्राव का जोखिम उत्पन्न हो सकता है. आपको एस्पिरिन, इब्यूप्रोफेन, नेपोरेक्सन आदि दवाओं के सेवन के बाद इमली कभी नहीं खानी चाहिए.
2. गर्भवती महिलाओं को: स्वाद में खट्टी लगने वाली इमली विटामिन सी की एक अच्छी स्त्रोत है. यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि विटामिन सी के अधिक सेवन से एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है और उच्च एस्ट्रोजन गर्भाशय में संकुचन और ब्लीडिंग पैदा कर सकता है. इसलिए गर्भवती महिलाओं को गर्भपात से बचाने के लिए विटामिन सी युक्त फल जैसे कि इमली न दें.
3. एलर्जी: कई ऐसे लोग हैं जिन्हें इमली ज्यादा मात्रा में खाने से एलर्जी की समस्या हो जाती है. इसलिए इसके दुष्प्रभाव जैसे कि खुजली, सुजन, चक्कर, बेहोशी, उल्टी, सांस की परेशानी आदि से बचने के लिए ज्यादा इमली न खाएं.
4. गले में खराश: जिन लोगों के गले में खराश की समस्या होती है उन्हें इमली ही नहीं किसी भी अम्लीय पदार्थों से दूर ही रहना चाहिए.