टैम्पॉन क्या है, उपयोग करने का तरीका, फायदे और नुकसान
मासिक धर्म के दौरान होने वाले रक्त स्राव को सोखने के लिए महिलाएं शुरु से ही अलग अलग तरीके अपनाती रही हैं। पुराने ज़माने में कपड़े में राख लपेटकर महिलाएं इस रक्त स्राव से निपटती थीं पर समय के साथ उन्होंने कपड़े कसे बने पैड प्रयोग में लाने शुरु कर दिए। हालांकि साफ सफाई की दृष्टि से इन्हें नुकसानदेह माना गया ।
मासिक धर्म के दौरान होने वाले संक्रमण से बचाने के लिए महिलाओं को सैनिटरी पैड इस्तेमाल करने पर ज़ोर दिया गया। हालांकि अब काफी हद तक महिलाएं सैनिटरी पैड का इस्तेमाल करने लगी हैं पर बाज़ार में इनमके अलावा भी कई ऐसे उत्पाद आ चुके हैं जो मासिक धर्म में होने वाली ब्लीडिंग से निपटने में बेहद कारगर हैं। इन्हीं में एक हैं टैम्पॉन।
टैम्पॉन क्या है?
सैनिटरी पैड की तरह ही टैम्पॉन भी आपके पीरियड्स में होने वाले रक्तस्राव को सोखने के लिए बनाया गया है। फर्क इतना है कि इसे आप अपनी योनि के अंदर डालकर इस्तेमाल करते हैं। टैम्पॉन डिस्पोजेबल होते हैं जो अत्यधिक शोषक सामग्री का उपयोग करके बनाए जाते हैं। यानी इनका इस्तेमाल एख बार ही किया जा सकता है।ये छोटे, बेलनाकार होते हैं किसी एक प्लग की तरह जो आपकी योनि के अंदर अच्छी तरह से फिट हो जाता है जो आपके मासिक धर्म के रक्त को सोख लेता है।
टैम्पॉन लेकिन उनमें से कई बाद में बेहद सुविधा के लिए टैम्पोन पर स्विच कर देते हैं। इसका फ्रोयग अधिकतर खेलकूद औऱ स्विमिंग करने वाली युवतियां करती हैं पर अब ये आमतौर पर युवतियों की पहली पसंद बनता जा रहा है।
टैम्पोन किससे बने होते हैं?
टैम्पॉन बहुत शोषक सामग्री जैसे कपास फाइबर, रेयान फाइबर या कभी-कभी, दोनों के संयोजन का उपयोग करके बनाए जाते हैं। टैम्पोन के निर्माण में उपयोग किए जाने वाले रेयान फाइबर लकड़ी के गूदे से बनाया गया सेल्यूलोज होता है। वहीं कपास के रेशे पौधों से प्राप्त होते हैं। इन सामग्रियों को एक बेलनाकार आकार में एक साथ दबा दिया जाता है। मासिक धर्म में रक्त सोखने पर टैम्पॉन फैलता है। नतीजतन, एक टैम्पॉन आपकी योनि की दीवारों के बीच आराम से फिट हो जाता है और आपके मासिक धर्म के रक्त को प्रभावी ढंग से और कुशलता से सोख लेता है।
टैम्पोन का उपयोग कैसे करें?
टैम्पॉन लगाना बहुत आसान होता है। ये आपके शरीर के अंदर खो नहीं सकता इसलिए डरने की ज़रूरत नहीं है। कुछ टैम्पॉन के साथ एप्लीकेटर भी आते हैं जो टैम्पोन को सही ढंग से इस्तेमाल करने में आपकी मदद करते हैं।टैम्पॉन के सिरे पर एक धागा लगा होता है जिसे खींचकर आप इन्हें बाहर निकाल सकते हैं।
टैम्पोन कैसे डालें या निकालें?
- सबसे पहले अपने हाथों को धोकर साफ कर लें।
- अब आप अपने पैरों को फैलाकर टॉयलेट सीट पर या कहीं ऐसी जगह बैठें जहां आप आसानी से टैम्पॉन को योनि में डाल सकें। आप अपने एक पैर को किसी स्टूल पर या टॉयलेट सीट पर रख सकती हैं।
- अपने टैम्पोन की बाहरी पैकेजिंग को हटा दें और अपनी योनि के अंदर टैम्पोन को धीरे से धकेलने के लिए अपनी उंगलियों या एप्लीकेटर का उपयोग करें।
- ऐसा करते समय खुद को रिलैक्स रखें क्योंकि अगर आप शरीर को ढीला नहीं छोड़ेंगी तो इसे अंदर डालना कठिन लगेगा। यदि आप पहली बार टैम्पोन का उपयोग कर रहे हैं, तो प्रक्रिया में सहायता के लिए एप्लीकेटर के साथ टैम्पोन चुनें। जब आपको टैम्पॉन अलग से महसूस होना बंद हो जाए तब समझ लीज-ए कि वह ठीक तरह से फिट हो गया है।
- इस्तेमाल किए गए टैम्पॉन को हटाने के लिए उसके सिरे पर लगे धागे को धीरे से बाहर खींचें । यह स्ट्रिंग काफी मजबूत होती है और टैम्पॉन को हटाते समय टूटती नहीं है।आपको अपने टैम्पॉन को कभी भी फ्लश नहीं करना चाहिए ।इसके अलावा टैम्पॉन का इस्तेमाल करने से कुंवारी लड़कियों के हाइमन पर कोई असर नहीं पड़ता इसलिए ऐसी भ्रांतियों से बचें।
टैम्पॉन को कब बदलना है?
कोशिश कीजिए कि हर 4-8 घंटे में अपने टैम्पॉन को बदल लें। एक टैम्पॉन को अधिक समय तक इस्तेमाल करने से टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (टीएसएस) हो सकता है।
टैम्पॉन इस्तेमाल करने के लाभ
छोटा आकार
इनके छोटे आकार के कारण इन्हें कहीं ले जाना आसान होता है।ये आपरकी जेब में मुट्ठी में आसानी से फिट आ जाते हैं।
तैराकी के लिए उपयुक्त
टैम्पॉन बिना किसी तरह के लीक के आपको मासिक धर्म के दैरान तैरने की सुविधा देते हैं। इसलिए तैराक इनका इस्तेमाल अधिक करते हैं।
स्विम सूट या ड्रेस में दिखते नहीं
आप कहीं छुट्टियां मनाने जाते हैं और पीरियड्स आ जाएं तो स्विमिंग सूट या ड्रेस पहनने से गुरेज़ करते हैं क्योंकि इनमें अकसर आपके पैड अलग से दिखाई देते हैं।पर टैम्पॉन में ये समस् नहीं होती है।
बार बार ठीक करने का झझट नहीं
ठीक से फिट होने पर आप टैम्पॉन को महसूस भी नहीं करते ,ऐसे में पैड की तरह उन्हें बार बार एडजस्ट करने की ज़रूरत नहीं पड़ती।
टैम्पॉन लगाने के नुक्सान
- टैम्पॉन पहनने का सबसे बड़ा नुकसान टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (टीटीएस) का खतरा है। यह कुछ प्रकार के जीवाणुओं के कारण हुआ संक्रमण है।
- टीटीएस से बचने के लिए कम सोखने वाले टैम्पॉन का इस्तेमाल करें ।
- अपने टैम्पॉन को समय पर बदलते रहें।
- जब आपका प्रवाह हल्का हो तो टैम्पॉन और पैड के बीच वैकल्पिक करें।
- पूरी रात एक ही टैम्पॉन पहनने से बचें।
- टैम्पॉन कभी-कभी आपकी योनि में जलन और शुष्कता पैदा कर सकते हैं जिससे असहजता हो सकती है।
- इन्हें पर्यावरण के अनुकूल नहीं माना जाता।
- आपको टैम्पॉन का विकल्प चुनना चाहिए अगर आप:
- आप वॉक कर रहे हैं
- समुद्र तट या पूल पार्टी में जा रहे हैं
- आप वर्कआउट कर रहे हैं।
- आप दौड़ने भागने वाले खेलकूद का हिस्सा हैं।