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Last Updated: Aug 29, 2019
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केले के उपयोग :
Dr. Ashish SharmaAyurvedic Doctor • 18 Years Exp.M.Sc - Psychology, PGDEMS, Bachelor of Ayurveda, Medicine and Surgery (BAMS)
* पके केले को मंद आंच में पकाकर नमक,काली मिर्च मिलाकर दमा के रोगी को खिलाने से लाभ होता है।
* जिन स्त्रियों को श्वेत प्रदर की शिकायत हो,उन्हें पका हुआ एक केला पांच ग्राम घी के साथ कुछ दिन सेवन करने से लाभ होता है।
* बार-बार पेशाब लग रही हो तो बार-बार केला खाना चाहिए।
* टायफायड बुखार उतरने के बाद छोटी इलायची के चूर्ण के साथ रोगी को पका केला खिलाना चाहिए। इससे बुखार से आई दुर्बलता दूर हो जाती है।
* पीलिया रोग में रोगी को कम से कम चार पके केले नित्य खाने चाहिए तथा कच्चे केले की सब्जी का सेवन भी करना चाहिए।
* पेट में जलन हो तो पका केला खाएं।
* आधा कप गाय के दही में एक केला तथा छोटी इलायची का चूर्ण मिलाकर दिन में दो-तीन बार चाटने से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं।
*पका केला शहद के साथ प्रातःकाल सेवन करने से हृदय बलवान बनता है,दिल की धड़कन तथा दिल के दर्द में लाभ होता है।
* पके केले के लगातार सेवन से सूखी खांसी,गले की खराश तथा गुर्दों की कमज़ोरी दूर हो जाती है।
* पका केला कृमिनाशक है। इसके सेवन से रक्त की खराबी दूर होकर त्वचा के रोग नष्ट हो जाते हैं।
* दाद,खाज,खुजली में पके केले में नींबू का रस मिलाकर मरहम बनाकर लगाएं।
* जलने पर पके केले का गूदा मरहम की तरह लगाने से जलन शांत होगी तथा फफोले नहीं पड़ेंगे।
* पके केले के गूदे में आटा मिलाकर पानी के साथ गूंथ लें। इसे गरम करके सूजन वाले हिस्से पर बांधने से सूजन दूर हो जाएगी।
* चोट पर केले का छिलका बांधने से आराम मिलता है। घाव पर केले का पानी लगाकर पट्टी बांधने से घाव जल्दी भर जाता है।
* जो बच्चा मिट्टी खाता हो,उसे पांच ग्राम शहद के साथ एक केला प्रतिदिन खिलाएँ। इससे पेट की मिट्टी बाहर आ जाएगी तथा बच्चे की मिट्टी खाने की आदत छूट जाएगी।
* बच्चा कांच की गोली,सिक्का आदि निगल जाए,तो उसे केला खिलाना चाहिए।
* केले को दिन में ही खाना चाहिए क्योंकि गरमी में यह जल्दी पचता है। रात में खाया केला जल्दी हजम नहीं होता।
* खाली पेट केला नहीं खाना चाहिए। खाने के बाद या भोजन के साथ ही इसे खाएं।
* केला खाकर पानी न पिएं बल्कि दूध या छोटी इलायची खाने से केला जल्दी हज़म हो जाएगा