त्वचा रोग के प्रकार - Twacha Rog Ke Prakar!
ऐसे डिसऑर्डर या इन्फेक्शन जो हमारे स्किन को प्रभावित करते हैं, उन्हें स्किन डिजीज कहा जाता है. इसके कई कारण होते हैं. हालांकि स्किन को प्रभावित करने वाले ज्यादातर रोग स्किन की लेयर में शुरू होते हैं, यह विभिन्न प्रकार के इंटरनल डिजीज के उपचार में भी मदद करते हैं. ऐसा माना जाता है कि स्किन से एक व्यक्ति के आंतरिक स्वास्थ्य का पता चलता है. स्किन डिजीज के लक्षणों और गंभीरता में बहुत भिन्नताएं हैं. यह अस्थायी या स्थायी होने के साथ ही दर्द रहित या दर्दयुक्त भी हो सकते हैं. कुछ मामलों में यह स्थितिजन्य हो सकते हैं, जबकि अन्य में यह जेनेटिक्स भी होते हैं. कुछ स्किन डिसऑर्डर की स्थिति बेहद ही माइक्रो होती है और कुछ जानलेवा हो सकते हैं. ज्यादातर स्किन डिजीज माइक्रो होते हैं, जबकि अन्य एक अधिक गंभीर समस्या की ओर संकेत करते है. आइए इस लेख के माध्यम से त्वचा रोग के विभिन्न प्रकारों के बारे में जानें.
त्वचा रोग के प्रकार-
* रिंगवार्म
* स्केबीज
* खुजली
* फोड़े
* रैशेज
* चिकन पॉक्स
* ड्राई स्किन
* ऑयली स्किन
* एक्जिमा रोजेशिया (चेहरे का लाल होना)
* सिबोर्हिक डर्मेटाइटिस
* छाल रोग
* सफेद दाग या विटिलिगो
* इंपटिगो
* स्किन कैंसर
* तिल
* पिम्पल्स
* मस्से
* बेसल
* सेल कार्सिनोमा
* डेरियर्स डिजीज
* नाखूनों में होने वाले फंगल इन्फेक्शन
* कीलॉइडिस
* मिलनोमा
* मेलस्मा
स्किन डिजीज के लक्षण
स्किन डिसऑर्डर के निम्नलिखित लक्षण होते हैं: -
* सफेद या लाल रंग के उभार
* दर्दनाक या खुजली वाले रैेशेज
* त्वचा का खुरदुरापन
* त्वचा का छिलना
* अल्सर
* खुले घाव या जख्म
* सूखी व फटी त्वचा
* त्वचा पर फीके रंग के स्पाॅट
* क्लाॅट, मस्से या अन्य त्वचा के उभार
* तिल के रंग या साईज में बदलाव
* त्वचा का बदलना
* अत्यधिक फ्लशिंग (चेहरे, कान, गर्दन में गर्मी महसूस होना) होना.
स्किन इन्फेक्शन के लक्षण उसके टाइप पर भिन्न होते हैं. इसके सामान्य लक्षण हैं स्किन रेडनेस और रैशेज. आप इसके अन्य लक्षणों का भी अनुभव कर सकते हैं, जैसे - खुजली, दर्द और कोमलता. गंभीर संक्रमण के लक्षण निम्नलिखित हैं - मवाद, छाले, त्वचा की मोटाई और टूटना, त्वचा में दर्द होना.
त्वचा रोग के कारण-
1. स्किन डिसऑर्डर
1. स्किन पोर्स और बालों के रोम में फंसे बैक्टीरिया.
2. स्किन पर रहने वाले यीस्ट ,
3. पैरासाइट या माइक्रो ओर्गानिस्म .
4. वायरस
5. कमज़ोर इम्यून सिस्टम .
6. एलर्जी करने वाले पदार्थों या किसी अन्य व्यक्ति की इन्फेक्टेड स्किन के साथ संपर्क में आना.
7. जेनेटिक फैक्टर्स.
8. थायरॉयड,
9. इम्यून सिस्टम
10. किडनी और अन्य बॉडी सिस्टम को प्रभावित करने वाली बीमारियों से ग्रस्त होना.
2. स्किन इन्फेक्शन
त्वचा के संक्रमण के कारण उसके प्रकार पर निर्भर करते हैं.
* बैक्टीरिया से हुआ स्किन इन्फेक्शन - यह इन्फेक्शन तब होता है जब बैक्टीरिया स्किन में एक घाव के माध्यम से बॉडी में इंटर करते हैं, जैसे कि कट या स्क्रैच.
* वायरस से हुआ स्किन इन्फेक्शन - सबसे सामान्य वायरस तीन समूहों में से होते हैं - पॉक्सवायरस, हयूमन पैपिलोमावायरस और हर्पीस वायरस.
* फंगल इन्फेक्शन - बॉडी के केमिकल और लाइफ स्टाइल फंगस इन्फेक्शन के जोखिम को बढ़ा सकते हैं. *पैरासाइट स्किन इन्फेक्शन - स्किन के नीचे छोटे कीड़े या जीव जो वहीं अंडे देते हैं, स्किन इन्फेक्शन कर सकते हैं.
त्वचा रोग का इलाज
स्किन डिसऑर्डर का ट्रीटमेंट उपलब्ध है. कुछ सामान्य ट्रीटमेंट मेथड हैं -
1. एंटीहिस्टेमाइंस
2. औषधीय क्रीम और मलहम
3. एंटीबायोटिक दवाएं
4. विटामिन या स्टेरॉयड इंजेक्श.
5. लेजर थेरेपी
6. टार्गेटेड मेडिसिन .
एक तरफ सभी स्किन डिसऑर्डर ट्रीटमेंट से ठीक नहीं होते हैं और दूसरी तरफ कुछ स्किन डिसऑर्डर बिना उपचार के ठीक हो जाती हैं. आप टेम्प्रोरी स्किन डिसऑर्डर का उपचार कई अन्य तरीकों से भी कर सकते हैं.
स्किन इन्फेक्शन का ट्रीटमेंट उसके कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है. कुछ प्रकार के वायरल स्किन इन्फेक्शन कुछ दिनों या हफ्तों में अपने आप ठीक हो जाते हैं. बैक्टीरिया इन्फेक्शन का ट्रीटमेंट अक्सर एंटीबायोटिक मेडिसिन को स्किन पर लगाकर या ओरल एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है. अगर बैक्टीरिया पर इन दवाओं का कोई असर नहीं होता है, तो इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए हॉस्पिटल में नसों से एंटीबायोटिक दवाएं दी जाती हैं. स्किन के फंगल इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए केमिस्ट के पास मिलने वाले एंटिफंगल स्प्रे और क्रीम का उपयोग किया जा सकते. इसके अलावा, आप परजीवी त्वचा संक्रमण का इलाज करने के लिए त्वचा पर औषधीय क्रीम लगा सकते हैं.
वैकल्पिक उपचार-
त्वचा के संक्रमण के लिए आप खुजली और सूजन को कम करने के लिए दिन में कई बार कोल्ड क्रीम लगाएं. खुजली कम करने के लिए केमिस्ट पर मिलने वाली एंटीहिस्टामाइन लें. खुजली और असुविधा को इस तरह से भी दूर किया जा सकता है. लेकिन समस्या ज्यादा होने पर डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें.