वायरल बुखार के लक्षण - Viral Bukhar Ke Lakshan!
वायरल बुखार, वायरल संक्रमण का ही एक व्यापक श्रृंखला माना जाता है. वायरल बुखार की मुख्य विशेषता होती है शरीर के तापमान का बढ़ना होता है. वायरल बुखार का बच्चों और वृद्धों में होना काफी आम होता है, क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है. वायरल बुखार आमतौर पर एयरबोर्न (हवा में फैलने वाला) वायरल इन्फेक्शन के कारण होता है, हालांकि यह वाटरबोर्न (पानी में फैलने वाला) संक्रमण के कारण भी होता है. वाटरबोर्न इन्फेक्शन की रोकथाम करने के लिए उपाय किए जा सकते हैं, लेकिन जिस हवा में हम सांस लेते हैं उससे फैलने वाले इन्फेक्शन की रोकथाम करने के उपाय काफी कम हैं. वायरल बुखार बहुत ही कम मामले में चिंता का कारण बन पाता है और ज्यादातर मामलों में यह बिना किसी विशेष उपचार के ही ठीक हो जाता है. हालांकि, वायरल बुखार और बैक्टीरियल इन्फेक्शन के बीच के अंतर को स्पष्ट करना इतना आसान नहीं है, क्योंकि इनके काफी सारे लक्षण एक समान होते हैं. इसलिए यदि आपके शरीर का तापमान 102 डिग्री फारेनहाइट से ऊपर हो जाता है या बुखार 48 घंटो तक कम नहीं होता तो डॉक्टर से बात करना आवश्यक है. जो लोग इस संक्रमण से पीड़ित होते है, उनको शरीर में दर्द, त्वचा पर चकत्ते और सिर दर्द की समस्या होती है. हालांकि, वायरल बुखार का इलाज करने के लिए दवाएं भी उपलब्ध हैं, कुछ मामलों में घरेलू उपचार भी इस स्थिति से निपटने में आपकी सहायता करते हैं. आइए इस लेख के माध्यम से हम वायरल बुखार के लक्षणों को विस्तारपूर्वक जानें.
वायरल बुखार-
वायरल बुखार आंतरायिक (रुक-रुक कर होना) प्रकृति का होता है और किसी-किसी को यह नियमित अंतराल में अनुभव होता है. उदाहरण के लिए ज्यादातर लोगों को दोपहर या शाम को एक विशेष समय के दौरान वायरल बुखार का अनुभव होता है. वायरल बुखार होने पर ठंड लगती है. वायरल बुखार के दौरान तेज गर्मी और नम तापमान के समय में ठंड का अनुभव होता है. नाक बहना, बंद नाक, आंखों में लालिमा, निगलने में कठिनाई आदि ये वायरल बुखार के कुछ लक्षण हैं. वायरल बुखार सामान्य बुखार की दवाओं से ठीक नहीं होते. सामान्य बुखार की दवाएं वायरल बुखार को कुछ समय के लिए ही ठीक कर पाती हैं, जैसे ही दवाओं का असर खत्म होता है, वायरल बुखार फिर से हो जाता है. वायरल बुखार एक बुखार जैसी स्थिति होती है, जो सामान्य बुखार से ज्यादा समय तक रहती है. वायरल बुखार के लक्षणों में निम्न शामिल हो सकते हैं –
1. कम या तेज बुखार
2. नाक बहना
3. खाँसी
4. आँखों में लालिमा और जलन का एहसास
5. मसल्स और जॉइंट में दर्द
6. थकान
7. चक्कर आना
8. कमजोरी
9. सिर दर्द
10. बॉडी और जॉइंट में दर्द
11. ग्रसनी (Pharynx) में सूजन और जलन
12. टॉन्सिल में दर्द होना
13. छाती में जकड़न
14. गले में दर्द
15. स्किन रैशेस
16. डायरिया
17. मतली और उल्टी
18. सामान्य रूप से कमजोरी