बच्चों की एलर्जी का प्राकृतिक इलाज
बच्चों को एलर्जी होना इन दिनों आम बात है। आजकल के पर्यावरण और प्रदूषण की वजह से एलर्जी की समस्या में काफी बढ़त भी हुई है। ऐसे में बच्चों की एलर्जी कई बार परेशान कर देती है। कुछ लोग बच्चों को एलर्जी की दवा उससे होने वाले साइड इफेक्ट की वजह से नहीं देना चाहते हैं। ऐसे में वो प्राकृतिक इलाज के विकल्प पर भरोसा करते हैं।
आज हम ऐसे ही विकल्पों पर चर्चा करने वाले हैं:
एप्पल साइडर सिरका
त्वचा और बालों के सौंदर्यीकरण से लेकर वजन घटाने तक कई चीजों के लिए एक सदियों पुराना टॉनिक माना जाता है एप्पल साइ़डर वेनिगर यानी सेब का सिरका। सेब का सिरका बलगम को कम करता है और लिम्फैटिक सिस्टम को साफ करता है। ऐप्पल साइडर विनेगर को एक गिलास पानी में दिन में तीन बार मिलाकर पिलाने से एलर्जी में राहत मिलती है।
क्वेरसेटिन
ये प्राकृतिक बायोफ्लेवोनोइड्स हिस्टामाइन रिलीज को रोकने और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। वे दीर्घकालिक एलर्जी उपचार के लिए सबसे अच्छे प्राकृतिक विकल्पों में एक माने जाते हैं। अधिकांश लोगों को एलर्जी के मौसम की शुरुआत से लगभग 4 से 6 सप्ताह पहले क्वेरसेटिन की खुराक लेना शुरू कर देना चाहिए।
बिछुआ पत्ती
बिछुआ पत्ती, क्वेरसेटिन की तरह, एक एंटीहिस्टामाइन है जो हिस्टामाइन उत्पादन को रोकता है। बिछुआ का सेवन चाय या टिंचर के रूप में किया जा सकता है। यह बाजार में आसानी से उपलब्ध है। हालांकि, बच्चों के लिए कैप्सूल सबसे प्रभावी हो सकता है।
प्रोबायोटिक्स
प्रोबायोटिक्स आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। ये सवाल उठना जरुरी है कि एलर्जी और बैक्टीरिया का क्या संबंध? प्रोबायोटिक्स के साथ आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली का निर्माण एलर्जी के हमलों को कम कर सकता है।
अपने बच्चे की आंखों की रक्षा करें।
खुजली, लाल, फटी आंखें एलर्जी के सबसे गंभीर लक्षणों में से एक हैं। खुजली आंखों के सफेद भाग और भीतरी पलकों को ढकने वाली म्यूकस मेंब्रेन झिल्ली की सूजन के कारण होती है। पराग को अपने बच्चे के चेहरे से दूर रखें। बच्चों को धूप का चश्मा और टोपी पहनने की सलाह देते हैं। बच्चे हर समय अपने चेहरे को छूते हैं ऐसे में इसकी वजह से उनके अपनी आंखें मलने की संभावना कम होगी।
नमक के पानी का प्रयोग
बड़े बच्चे दवा की दुकान से या घर के बने सलाइन सॉल्यूशन का उपयोग करके नाक की सफाई की जा सकती है। यह नाक के कंजेशन को दूर करता और बलगम को बाहर निकालता है।
बच्चे को सिगरेट के धुएं से दूर रखें
एलर्जी वाले सभी बच्चों को सिगरेट के धुएं से दूर रखें, क्योंकि इससे बच्चे के एलर्जी के लक्षण बिगड़ सकते हैं। सार्वजनिक स्थानों से बचें जहां लोग धूम्रपान कर रहे हैं।
कोल्ड कंप्रेस का इस्तेमाल करें।
क्या आपके बच्चे को नाक की एलर्जी के कारण आँखों में खुजली होती है? कोल्ड कंप्रेस आज़माएं, जो खुजली और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
खूब सारा पानी पिलाएं
पानी अद्भुत काम कर सकता है। हर दिन पर्याप्त मात्रा में पीना महत्वपूर्ण है क्योंकि छींकने और खांसने से आपका बच्चा का गला सूख सकता है। बच्चे को हर्बल चाय की चुस्की भी ले सकता है, जिसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं। गर्म स्नान या स्टीम बाथ या फिर स्टीम लेना उनकी भरी हुई नाक को साफ करने में मदद कर सकता है।
आहार पर ध्यान दें
कुछ बच्चों को एलर्जी से राहत आहार और घरेलू काम से मिलती है। इनमें बटरबर (एक पौधा जिसे पेटासाइट्स हाइब्रिडस के रूप में भी जाना जाता है), स्पिरुलिना (एक नीला-हरा शैवाल), स्टिंगिंग बिछुआ, नीलगिरी का तेल और ब्रोमेलैन (अनानास में पाया जाने वाला एक एंजाइम) शामिल हैं। कई बार एक्यूपंचर भी उपयोगी माना जाता है।
एलर्जी कम करने वाले खाद्य पदार्थ
कोई भी खाद्य पदार्थ जो प्राकृतिक और उच्च मात्रा में विटामिन सी, जस्ता, विटामिन डी, एंटीऑक्सिडेंट, और अन्य सहायक विटामिन और खनिजों का उत्पादन करते हैं, प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा दे सकते हैं और नाक की एलर्जी से लड़ने के लिए अच्छे विकल्प हैं।
ब्लूबेरी और रास्पबेरी
जामुन और रास्पबेरी में विटामिन सी और फ्लेवोनोइड होते हैं, जो बच्चों में एलर्जी के लिए कुछ हिस्टामाइन प्रतिक्रिया को कम कर सकते हैं। जामुन के बीज निकाल कर उसको अच्छी तरह से मैश करें जिससे बच्चे को दिक्कत ना हों। जो अभी भी ठोस पदार्थों को संभालना सीख रहे हैं।
सेब
सेब में क्वेरसेटिन सहित विटामिन सी और फ्लेवोनोइड्स भी होते हैं, जो मस्त सेल्स को स्थिर करने वाले एजेंट के रूप में कार्य कर सकते हैं। 'मस्त सेल्स एलर्जी के महत्वपूर्ण मध्यस्थ हैं क्योंकि वे हिस्टामाइन छोड़ते हैं। 4 साल से कम उम्र के बच्चों को छील कर या कद्दूकस कर सेब दें जिससे ये उनके गले में ना फंसे।
प्याज
इस सब्जी में एंटीऑक्सीडेंट क्वेरसेटिन भी पाया जाता है।अगर बच्चा प्याज ना खा पाए तो तो इसके तत्वों का सेवन गोली के रूप में भी किया जा सकता है।
मसालेदार भोजन
बच्चे को मसालेदास भोजन दें। भोजन की लाल मिर्च, ताजा अदरक, और मेथी, साथ ही प्याज और लहसुन से बने व्यंजन, पतले बलगम और नाक के मार्ग को खोलने में मदद कर सकते हैं। लाल मिर्च सहित मसालेदार खाद्य पदार्थों में पाया जाने वाला कैप्साइसिन, नाक के तंत्रिका तंतुओं को निष्क्रिय करके काम कर सकता है।