हीमोग्लोबिन बढ़ाने के 13 घरेलू नुस्खे, आज ही अपनाइए
आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में स्वास्थय पर ध्यान दे पाना मुश्किल होता जा रहा है । कम समय में ज़्यादा काम पूरा करने की होड़ में हम सम्पूर्ण पौष्टिक आहार लेने के बजाय फ़ास्ट फ़ूड और झटपट बनने वाले स्नैक्स से काम चला लेते हैं। ऐसे में हीमोग्लोबिन की कमी एक आम समस्या बनती जा रही है। खासकर महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी होना सामान्य बात हो गयी है। पर हीमोग्लोबिन की कमी के चलते शारीरिक रूप से आपको कई दिक्कतें आ सकती है। जैसे लगातार थकान महसूस होना, कमज़ोरी आना, चिड़चिड़ापन , पीरियड्स में तेज़ दर्द होना आदि। ऐसे में हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए अक्सर हम दवाओं का सहारा लेते हैं। पर अगर हम अपने आहार और दिनचर्या में थोड़े बदलाव के साथ कुछ नुस्खे आज़माएं तो हीमोग्लोबिन की कमी को आसानी से दूर किया जा सकता है..
1- खाने पर ध्यान दें
जिन लोगों में हीमोग्लोबिन का स्तर कम होता है उन्हें अपने खाने पीने पर ध्यान देना चाहिए। आयरन से भरपूर खाना खाना चाहिए। आयरन का लेवल कम होने पर आयरन युक्त खाना खाने से फायदा होता है। हीमोग्लोबिन बढा़ने के -लिए ऐसा आहार लेना चाहिए जिससे आरबीसी यानी लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़े। इनमें मांस और मछली, सूखे मेवे,टोफू सहित सोया उत्पाद अंडे,मूंगफली का मक्खन,ब्रोकोली,खजूर और अंजीर,हरी पत्तेदार सब्जियां,दाने और बीज, हरी सेम जैसे पदार्थ शामिल हैं।
2- फोलेट की सही मात्रा का सेवन -
फोलेट एक प्रकार का विटामिन बी है जो हीमोग्लोबिन उत्पादन में एक आवश्यक भूमिका निभाता है। शरीर हीम का उत्पादन करने के लिए फोलेट का उपयोग करता है,यह हीमोग्लोबिन का ऐसा घटक है जो ऑक्सीजन ले जाने में मदद करता है। यदि किसी व्यक्ति को पर्याप्त फोलेट नहीं मिलता है, तो उसकी लाल रक्त कोशिकाएं परिपक्व्व नहीं हो पाएंगी, ऐसे में फोलेट की कमी से एनीमिया और हीमोग्लोबिन का स्तर गिर सकता है।मांस, पालक, एवोकाडो, चावल मूंगफली, सलाद, फोलेट की मात्रा बढाने के अच्छे स्रोत हैं।
3- विटामिन ए के अवशोषण को बढ़ाना
विटामिन ए और बीटा-कैरोटीन आयरन को अवशोषित (एब्जॉर्पशन)करने और उपयोग करने में शरीर की सहायता कर सकते हैं।ऐसे में विटामिन ए से भरपूर भोजन खाने से आपके हीमेग्लोबिन का स्तर सुधारा जा सकता है। विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों में शामिल हैं: मछली ,लीवर,स्क्वाश,शकरकंद,केल और ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें बीटा-कैरोटीन की उच्च मात्रा हो जैसे पीले, लाल और नारंगी फल और सब्जियां ।उदाहरण स्वरूप- गाजर, शकरकंद, स्क्वाश, खरबूजा,आम
4- विटामिन सी
खाने में आयरन की मात्रा बढ़ाने के साथ साथ ऐसी चीज़े भी शामिल करें जिनमें विटामिन सी भरपूर हो।क्योंकि कई बार हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए लोग आयरन वाली चीज़ों का सेवन तो करते हैं पर उससे हीमोग्लोबिन का स्तर नहीं सुधर पाता।जानकारो के मुताबिक आयरन शरीर में एबजॉर्ब हो सके इसके लिए विटामिन सी की सही मात्रा का सेवन भी ज़रूरी है। क्योंकि यह शरीर में आयरन के अवशोषण में मदद करता है। विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ खट्टे फल (जैसे भारतीय आंवला, संतरा, नींबू), स्ट्रॉबेरी और गहरे रंग की पत्तेदार हरी सब्जियां हैं।
5- इन खानों से बचें
हमें ऐसे खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल नहीं करना है कि जो शरीर में आयरन के अवशोषण यानी एबजार्पशन को रोकते हैं। हम में से ज्यादातर लोग यह बात जानते हैं कि शरीर में आयरन के अवशोषण में कैल्शियम एक प्रमुख अवरोधक है। कैल्शियम की खुराक आयरन के पदार्थों को लेने के लगभग एक घंटे पहले या बाद में ली जानी चाहिए, क्योंकि यह शरीर में आयरन के अवशोषण में बाधा उत्पन्न करती है। हमें चाय, कॉफी, वाइन, बीयर, कोला और एरेटेड ड्रिंक्स जैसे अन्य आयरन ब्लॉकर्स से भी बचना चाहिए । ये सारे पदार्थ टैनिन से भरपूर होते हैं और इससे आयरन का शरीर में अबजार्पशन नहीं हो पाता है।
6- हाई इंटेंसिटी एक्सर्साइज:
जिंदगी में एक्सरसाइज के महत्व को कौन नहीं जानता है। शरीरे के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए व्यायाम की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन व्यायाम सिर्फ आपको फिट ही नहीं रखता, ये सिर्फ आपकी बॉडी को बाहरी तौर पर सुडौल नहीं बनाता बल्कि ये अंदर से भी शरीर को मजबूत करता है। ब्लड सर्कुलेशन यानी रक्त के प्रवाह को सुधारने, उसे सक्रिय करने में भी व्यायाम मदद करता है। स्टडी के मुताबिक एक्सरसाइज करने वाले लोगों में व्यायाम की वजह से हीमोग्लोबिन के उत्पादन में सहायता मिलती है। ऐसे में अगर आपको दूसरी स्वास्थ्य समस्या नहीं है तो आप हाई इंटेंसिटी या फिर मध्यम से अधिक तीव्रता वाले वर्कआउट करने के बारे में सोचिए। अध्ययनों के मुताबिक हाई इंटेंसिटी वर्कआउट से आयरन की कमी वाले एनीमिया से पीड़ित लोगों में भी हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार देखने को मिला है।
7- एन एप्पल अ डे, कीप्स डॉक्टर
अवेग्रेजी की सबसे प्रचलित कहावतों में से एक एन अप्पल ए डे, कीप्स डाक्टर अवे सेब के महत्व की दर्शाती है। प्रतिदिन एक सेब खाने से हीमोग्लोबिन का एक सामान्य स्तर बनाए रखने में सहायता मिलती है। सेब आयरन और दूसरे सेहतमंद घटकों से भरपूर होता है। ऐसे में एक सेब अगर नियमित तौर पर रोज खाया जाय तो ये हीमोग्लोबिन के स्वस्थ स्तर को बनाए रख सकता है। प्रतिदिन 1 सेब खा की जगह डाक्टर बताते हैं कि आधा कप सेब और चुकंदर का जूस निकाल कर दो बार पीने से भी वही असर मिलता है। इस जूस को स्वादिष्ट बनाने के लिए थोड़ा सा अदरक या नींबू भी मिलाया जा सकता है।
8- एक अनार ठीक करे सौ बीमारी
वैसे तो कहावत है कि एक अनार सौ बीमार पर एक अनार अगर हम रोज खाएं तो बहुत सी बामारियों से बच सकते हैं। अनार आयरन, कैल्शियम, फाइबर और प्रोटीन से भी भरपूर होता है। इसका पोषण मूल्य हीमोग्लोबिन बढ़ाने और स्वस्थ रक्त प्रवाह को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है
9- नेटेल टी (बिछुआ पत्ती) की चाय पिएं
बिछुआ एक जड़ी बूटी है जो आयर, विटामिन बी, विटामिन सी का एक बहुत शानदार स्त्रोत है। इससे हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाया जा सकता है। इन दिनों बिछुआ पत्ती की चाय बहुत ही लोकप्रिय हो रही है। नेटेल टी के नाम से प्रसिद्ध इस चाय को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। इसे बनाने के लिए सुखाई गयी बिछुआ पत्ती के 2 चम्मच को एक कप गर्म पानी में भिगोना है। 10 मिनट तक भीगने के बाद इसे छान लेना है और इसे दिन में दो बार पीना है। स्वाद के लिए इसमें शहद भी मिला सकते हैं।.
10- गुड़ खाएं या गुड़ की चाय पिएं
गुड को परंपरागत रूप से आयरन रिच माना जाता है। हमारे घरों में गुड खाने की परंपरा के पीछे यही मान्यता है। अब कई तरह की स्टडी में भी ये साबित हो चुका है कि गुड में आयरन की भरपूर मात्रा होती है। गुड़ को हाजमें में भी कारगर माना जाता है। ऐसे में आप गुड़ खाएं या चाय में शक्कर की जगह गुड़ का इस्तेमाल करें तो आयरन बढ़ाया जा सकता है।
11- खजूर, बादाम और किशमिश खाएं
खजूर को इनर्जी का पिटारा कहा जाता है। यही वजह है कि टेनिस खिलाड़ी भी जिन्हें अपने मैच में तुरंत शक्ति की जरुरत होती है वो ब्रेक में खजूर खाते हैं। खजूर में भरपूर आयरन तत्व होते हैं ऐसे में खजूर खाने से हीमोग्लोबिन बढ़ता है। इसी तरह बादाम और किशमिश से भी हीमोग्लोबिन का काउंट बढ़ाया जा सकता है।
12- अंडा, चिकन या मछली
नान वेज के प्रेमियों के लिए अंडा चिकन या मछली भी आयरन रिच डाइट होती है। इसके अलावा मटन की कलेजी से भी हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद मिलती है।
13- अलसी के बीज, चिया सीड्स
अलसी के बीज और चिया सीड्स भी हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करते हैं। अलसी के बीज की तासीर गर्म होती है ऐसे में इसके सेवन से पहले किसी विशेषज्ञ से बात करें तो बेहतर होगा। अलसी खाने का सर्दी और गर्मी का तरीका अलग होता है, इसे जानकर ही अलसी के बीज का सेवन करें।