कैथा के फायदे और नुकसान
कैथा जिसे अंग्रेजी में वुड एप्पल कहते हैं इसका वैज्ञानिक नाम लिमोनिया एसिडिस्सिमा है। इसे आम भाषा में हाथी सेव या हाथी फल भी कहा जाता है। यह दक्षिण और दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों में बहुतायत में पाया जाता है।
इसका नाम वुड एप्पल पड़ने के पीछे कारण है कि इसका जो बाहरी खोल होता है वो बहुत कड़ा और लकड़ी जैसा होता है।
वुड एप्पल का बाहरी आवरण फल के गूदे को ढक देता है। गूदा सुगंधित, चिपचिपा, बीजों से बिखरा हुआ और पकने पर कड़वा और पकने पर मीठा-खट्टा होता है। सर्दी के मौसम में कैथा बहुतायत से उपलब्ध होते हैं। आम तौर पर वुड एप्पल यानी कैथा और बेल को एक मान लिया जाता है लेकिन दोनों फल दिखने और स्वाद में अलग हैं। कैथा के फल में एक कठोर हल्के भूरे रंग का बाहरी आवरण होता है। जबकि बेल के फल का बाहरी छिलका मध्यम गहरे हरे रंग का दिखाई देता है और कैथे के खोल की तरह सख्त नहीं होता है।
कैथा के फायदे
कैथा के निम्नालिखित फायदे हैं -
लिवर और किडनी के स्वास्थ्य के लिए अच्छा
वुड एप्पल एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है और इसमें कई यौगिक भी होते हैं जो मुक्त कणों से लड़ते हैं और शरीर के बेहतर कामकाज में मदद करते हैं। फल का गूदा एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर के रूप में भी काम करता है और लिवर और किडनी के स्वास्थ्य की रक्षा करने में मदद करता है।
फ्लोराइड-प्रेरित हाइपरग्लेसेमिया में लाभदायक
शरीर के स्वस्थ कामकाज के लिए रक्त ग्लूकोज का रेग्युलेशन शरीर में बहुत महत्वपूर्ण है। फ्लोराइड शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित करता है। पीने के पानी में फ्लोराइड रक्त की ग्लूकोज सहिष्णुता को बढ़ाता है जिससे हाई ब्लड शुगर या फ्लोराइड-प्रेरित हाइपरग्लेसेमिया हो जाता है। कैथा ऐसे फ्लोराइड प्रेरित हाइपरग्लेसेमिया को नियंत्रित करने में उपयोगी है क्योंकि इसके गूदे में सैपोनिस, फाइटोस्टेरॉल, फ्लेवोनोइड्स, पॉलीफेनोल्स और एस्कॉर्बिक एसिड जैसे यौगिक होते हैं जो उच्च रक्त शर्करा को नियंत्रित करने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
बेहतर नींद के लिए उपयोगी
कैथा की जड़ के चूर्ण का उपयोग अनिद्रा से छुटकारा पाने और नींद की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए किया जाता है। जड़ के चूर्ण को पानी में मिलाकर गाढ़ा घोल बना लें और अच्छी नींद लेने के लिए इस घोल को अपने सिर के कनपटी और माथे पर लगाएं।
रोगाणुरोधी गुण
कैथा अपने एंटी-माइक्रोबियल गुणों के लिए भी जाना जाता है। लिमोनिया एसिडिसिमा की पत्तियों, छाल और फलों के खोल के अर्क में एस्ट्रैगोल, कुमारिन, ज़ैंथोटॉक्सिन जैसे कई यौगिक होते हैं जो कई बैक्टीरिया और फंगस के खिलाफ रोगाणुरोधी गतिविधि प्रदर्शित करते हैं।
सूजन रोधी गुण
कई अध्ययनों में वुड एप्पल की छाल के अर्क में सूजन रोधी गुणों को होने का प्रमाण मिला है। प्यास में मदद करता है। जिन लोगों को बहुत अधिक प्यास लगती है उनके लिए वुडएप्पल का रस एक अच्छा उपाय है। बेल के रस का सेवन करने से थकान से भी छुटकारा पाया जा सकता है। मसले हुए फलों के गूदे को पानी में मिलाकर रस तैयार किया जा सकता है, फिर पर्याप्त मात्रा में गन्ने का गुड़ मिलाएं। इसे तब तक अच्छे से मिलाएं जब तक गुड़ घुल न जाए। अब बेहतर स्वाद के लिए एक चुटकी नमक और इलायची पाउडर डालें। इस शरबरत को पीने से ज्यादा लगने वाली प्यास मिटती है और थकान भी कम होती है।
सांप और मधुमक्खी के काटने का इलाज
भारत में प्राचीन काल से ही वुड एप्पल ट्री की छाल का उपयोग सर्पदंश के इलाज के लिए किया जाता रहा है और फलों के छिलके के पाउडर का उपयोग मधुमक्खी के डंक के इलाज के लिए किया जाता है
पाचन सहायता के रूप में
पके वुडएप्पल के फल को पाचन सहायता के रूप में जाना जाता है और लोक परंपरा में, लिमोनिया एसिडिसिमा की पत्तियों का उपयोग बच्चों में पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है।
हिचकी खत्म करने का उपाय
लोक परंपरा और घरेलू इलाज में , वुड एप्पल के पेड़ की कोमल टहनियों को एक सिरप में बनाया जाता हैष माना जाता है कि इस सिरप से न रुकने वाली हिचकी भी बंद हो जाती है।
कीटनाशक के रूप में
थाई-म्यांमार सीमा के लोग कैथा के पेड़ की जड़ के पेस्ट से थानाका नामक पदार्थ तैयार करते हैं और इसे मच्छर को दूर भगाने वाले रेपलेंट के रूप में उपयोग करते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि उच्च मात्रा में थानाका का उपयोग मच्छरों को पीछे हटाने में मदद करता है। थाई-म्यांमार सीमा में लोग मलेरिया और डेंगू से बचाव के लिए भी इसका इस्तेमाल करते हैं।
कैंसर विरोधी गतिविधि
वुड एप्पल पर कई अध्ययनों से पता चला है कि फलों के अर्क से स्तन कैंसर और कार्सिनोमा त्वचा कैंसर) में लाभ हुआ है। वुडप एप्पल में एंटीमुटाजेनिक गुण होते हैं जो इसमें फायदा करते हैं।
पोषक तत्वों का महान स्रोत
वुड एप्पल अपने पोषण मूल्य के लिए जाने जाते हैं। फल कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का एक समृद्ध स्रोत है। इसमें कैल्शियम और फास्फोरस जैसे कई खनिजों के साथ-साथ विटामिन ए, बी और सी भी महत्वपूर्ण मात्रा में होते हैं। इसके अलावा ये शरीर को शीतलता भी प्रदान करते हैं
घाव भरने के गुण
परंपरागत रूप से, वुड एप्पल घाव भरने वाले गुणों के लिए जाने जाते हैं। लिमोनिया एसिडिसिमा एल के मेथनॉल अर्क में घाव भरने वाले महत्वपूर्ण गुण दिखाए हैं।
कैथा के नुकसान
एलर्जी
अगर कैथा या वुड एप्पल का सेवन किसी ने पहले नहीं किया है। तो उसे कैथे से एलर्जी होने की संभावना बहुत अधिक है।
पाचन संबंधी समस्या
कैथा अगर सटीक मात्रा में ना लिया जाय तो इससे पाचन संबंधी समस्या हो सकती है। कई बार ज्यादा कैथा खाने से दस्त, उल्टी मचली भी हो सकती है।