Tamarind Leaves (Imli ke Patte) Benefits in Hindi - इमली के पत्ते के फायदे
इमली के पत्तों के कई औषधीय गुण होते हैं. इमली का पेड़ बहुत विशाल होता है. इसके जड़, तना, छाल, पत्तियों, फल और फुल सबका औषधीय महत्व है. इमली के फल को हमारे यहाँ खाद्य पदार्थों में खट्टापन लाने के लिए प्रयोग किया जाता है. तो आइए देखते हैं कि इमली के पत्तों के कितने फायदे हैं.
1. अल्सर के उपचार में
इमली के पत्ते का उपयोग अल्सर जैसे बीमारियों से लड़ने में भी कर सकते हैं. जाहिर है अल्सर में कई बार असहनीय दर्द होता है. इसके उपचार में इमली के पत्ते महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
2. स्कर्वी के उपचार में
नाविकों के रोग से मशहूर स्कर्वी नामक रोग विटामिन सी की कमी से होता है. इसके लक्षणों में मसूड़ों और नाखूनों से खून निकलना और थकान प्रमुख है. इमली के पत्ते उच्च एस्कार्बिक एसिड से भरपूर होते हैं. जो कि एंटी स्कर्वी के रूप में काम करता है.
3. उच्च रक्तचाप के उपचार में
इमली के पत्ते आपको उच्च रक्तचाप में भी मदद करते हैं. आज बदली हुई जीवनशैली के कारण उच्च रक्तचाप की समस्या बेहद आम हो गई है.
4. शुगर को नियंत्रित करने में
हमारे शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में इमली के पत्तियों की महत्वपूर्ण भूमिका है. इससे इन्सुलिन की संवेदनशीलता में वृद्धि हो जाती है. इस तरह ये शुगर की बिमारी में राहत देने का काम करता है. पीलिया को ठीक करने में भी इसकी भूमिका देखी गई है.
5. सूजन को कम करने में
इमली के पत्तों के तमाम फायदों में एक ये भी है कि इससे सूजन को कम किया जा सकता है. इसका प्रयोग आप चाहें तो जोड़ों के दर्द में भी कर सकते हैं.किसी तरह के चोट से भी हुए सूजन को ये कम कर सकती है.
6. मलेरिया के उपचार में
जाहिर है कि मलेरिया बुखार मादा एनोफेलिज़ नामक मच्छर के काटने से होता है. एक शोध में ये पाया गया कि इमली के पत्तियों का अर्क प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम के विकास को प्रभावित करता है. आपको बता दें कि यही मलेरिया बुखार के होने का कारण है.
7. एंटीऑक्सीडेंट के रूप में
एंटीऑक्सीडेंट का महत्व हमारे शरीर में बहुत ज्यादा है. एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से छुटकारा दिलाते हैं. जाहिर है फ्री रेडिकल्स त्वचा कैंसर और कई अन्य समस्याएं उत्पन्न करते हैं. इमली के पत्ते एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जिससे कि ये इसमें काफी मददगार होते हैं.
8. इन्फेक्शन में
विटामिन सी की भण्डार इमली की पत्तियां किसी भी सूक्ष्मजीव के संक्रमण से हमारे शरीर की रक्षा करता है. जाहिर है इससे शरीर स्वस्थ रहता है. इसके पत्तों का प्रयोग जननांग संक्रमण को भी रोकता है. तो संक्रमण से बचने में भी इमली के पत्ते हमारी मदद करते हैं.
9. माउथ फ्रेशनर के रूप में
जाहिर है मुंह का दुर्गन्ध रहित रहना बहुत महत्वपूर्ण है. मौखिक स्वच्छता यानी माउथ फ्रेशनर के रूप में इसका इस्तेमाल आपको बेहतर परिणाम देता है. तो अब से आप माउथ फ्रेशनर के रूप में इमली के पत्तों का प्रयोग कर सकते हैं. जाहिर है ये आयुर्वेदिक भी है.
10. पीरियड्स और स्तनपान में
पीरियड्स के दौरान ऐंठन, पेट दर्द आदि समस्याओं से निपटने के लिए इमली के पत्तियों और छाल के अर्क का उपयोग करते हैं. ऐसा इमली के पत्तों का एनाल्जेसिक होने के कारण होता है. स्तनपान के दौरान इमली के पत्तियों का प्रयोग करने से माताओं के दूध की गुणवत्ता में काफी सुधार आता है.
11. घाव भरने में
इमली की पत्तियां एंटीसेप्टिक गुणों से युक्त होती हैं. इसलिए इमली के पत्तियों का रस जब घावों पर लगाते हैं तो इससे घाव तेजी से ठीक होता है. इसका रस अन्य संक्रमण और परिजिवी का विकास रोकने के साथ-साथ नई कोशिकाओं का निर्माण भी तेजी से करता है.